Features

चोटों और निरंतरता में कमी से उबरकर फिर से नीली जर्सी पहनना चाहते हैं सिमरजीत

सिमरजीत के IPL कप्तान कमिंस ने उन्हें परफ़ेक्शन से ज़्यादा अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है

Simarjeet Singh इस समय DPL में अच्छी लय में गेंदबाज़ी कर रहे हैं  Delhi Premier League T20

सिमरजीत सिंह इस बात को सोचकर अब भी रोमांचित हो उठते हैं कि उन्होंने पैट कमिंस के साथ गेंदबाज़ी की है। बकौल सिमरजीत, "यह सोचकर ही मज़ा आ जाता है कि आप कमिंस जैसे विश्व स्तरीय गेंदबाज़ के साथ खेले हो। एक तेज़ गेंदबाज़ के रूप में अगर आपका कप्तान भी एक तेज़ गेंदबाज़ हो, तो वह ना सिर्फ़ आपको बैक करता है, बल्कि नए-नए आइडिया देकर आपको बहुत कुछ सिखाता भी है। बाक़ी कमिंस अपने आप में एक ऐसा नाम है, जिनके साथ खेलकर मैं अपने आपको बहुत ख़ुशक़िस्मत महसूस करता हूं।"

Loading ...

IPL 2025 के दौरान सिमरजीत को सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के साथ भले ही सिर्फ़ चार मैच खेलने का मौक़ा मिला हो, लेकिन उनके मुताबिक़ यह उनके क्रिकेटिंग करियर के सबसे अहम पड़ावों में से एक था। उन्होंने ना सिर्फ़ कमिंस बल्कि मोहम्मद शमी, डैनियल वेटोरी और जेम्स फ़्रैंकलिन जैसे नामों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया और इस दौरान उनके अनुभवों से तेज़ गेंदबाज़ी के लिए नए-नए गुर सीखें।

फ़िलहाल उन अनुभवों का प्रयोग वह दिल्ली प्रीमियर लीग (DPL) में कर रहे हैं, जहां उन्होंने आठ मैचों में सिर्फ़ 12 के बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 13 विकेट लिए हैं और टूर्नामेंट के दूसरे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ हैं।

SRH के अनुभवों को साझा करते हुए सिमरजीत ESPNcricinfo से कहते हैं, "मुझे वहां पर इतने ज़्यादे मौक़े नहीं मिले और जब मौक़े मिले तो मैं इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका। लेकिन अभ्यास के दौरान मैं हमेशा सोचता रहता था कि अपनी गेंदबाज़ी में मैं और क्या-क्या नया कर सकता हूं। इस दौरान वेटोरी और फ़्रैंकलिन से भी मैं पूछता रहता था कि अपने आपको कैसे बेहतर किया जाए। उन्होंने मुझसे अलग-अलग गेंदबाज़ी योजनाओं पर बात की और उससे ज़्यादा इस बात पर ज़ोर दिया कि मैं इन योजनाओं को कैसे मैदान पर बेहतर अमल में लाऊं। मैंने उन चीज़ों पर काम किया और वहां से वापस आकर भी मैं लगातार इस पर काम कर रहा हूं। इससे मुझे बहुत ज़्यादा मदद मिल रही है।"

27 वर्षीय दिल्ली के तेज़ गेंदबाज़ सिमरजीत का करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। एज ग्रुप क्रिकेट में अच्छा करने के बाद 2018 में 20 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया और वहां सफ़ेद गेंद क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद IPL 2021 में उन्हें मुंबई इंडियंस (MI) ने अर्जुन तेंदुलकर के इंजरी रिप्लेसमेंट के रूप में चुना। उसी साल वह भारत की T20I टीम में भी आ गए, हालांकि कोविड से प्रभावित उस श्रीलंका दौरे पर उन्हें खेलने का मौक़ा नहीं मिला।

2022 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने उन्हें ख़रीदा, जहां उन्हें छह मैचों में सिर्फ़ चार विकेट मिले, हालांकि उन्होंने इस दौरान 7.66 की इकॉनमी से किफ़ायती गेंदबाज़ी की। इसके बाद से वह लगातार चोटों से जूझते रहे और IPL 2024 तक दो सालों में सिर्फ़ दो रणजी ट्रॉफ़ी मैचों के अलावा कोई भी प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेल पाए। IPL 2024 में उन्हें CSK की तरफ़ से सिर्फ़ चार मैच खेलने को मिले, जहां उन्होंने राजस्थान रॉयल्स (RR) के ख़िलाफ़ तीन विकेट सहित कुल पांच विकेट लिए। इसके बाद उनको फिर से चोट लगी और 2024-25 के घरेलू सीज़न के दौरान वह पूरे विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी से बाहर रहे।

इन चोटों पर बात करते हुए सिमरजीत कहते हैं, "मुझे इतनी चोटें लगी हैं कि मुझे याद भी नहीं हैं कि कितनी बार लगी हैं। बस इतना याद है कि अलग-अलग बार अलग-अलग तरह की चोटें लगी हैं। कई बार मुझे भी नहीं समझ आता था कि मैं चोटिल कैसे हो जा रहा हूं। मैं कभी गेंदबाज़ी करके ज़्यादा चोटिल नहीं हुआ। लेकिन कभी ऐसा हुआ कि बल्लेबाज़ी के दौरान चोट लग गई हो, तो कभी अभ्यास के दौरान मैं कहीं खड़ा हूं और किसी दूसरे बल्लेबाज़ का शॉट आकर लग गया हो। कभी ऐसा भी हुआ कि मैदान में फिसलने के कारण गंभीर चोट लग गई हो।

"इससे निराशा भी होती थी कि यार इसके कारण मौक़े नहीं पा मिल रहे, कंसिस्टेंसी नहीं मिल पा रही और करियर पर प्रभाव भी पड़ रहा है। लेकिन आप ख़ुद ही बताओ, आप इसमें क्या कर सकते हो। कई बार मैं अपने चोटों के बारे में सोचकर ही हंस पड़ता हूं और आप लोगों को सुनाने में भी मज़ा आता है (हंसते हुए)। लेकिन इसके बाद मैंने बहुत ही ज़्यादा अनुशासित होकर एक नियमित रूटीन फ़ॉलो करन शुरू किया। मुझे एक प्रोग्राम बनाकर दिया गया था, जिसमें जिम कितना करना है, रनिंग कब करनी है, बोलिंग कैसे करना है, ये सब दिया गया था। जब वह प्रोग्राम आप पूरे सालभर फ़ॉलो करते हैं, तो फिर आपको उसका फल भी मिलता है।"

फ़िटनेस के साथ ही सिमरजीत के लिए बड़ी समस्या निरंतरता में कमी रही है  Getty Images

फ़िटनेस के अलावा निरंतरता भी सिमरजीत की एक समस्या रही है। वह जिस तेज़ी से जूनियर क्रिकेट से सीनियर क्रिकेट और फिर राष्ट्रीय फ़लक पर उभरे थे, उस तरह से वह अपने करियर में आगे नहीं बढ़ पाए। पिछले सात घरेलू सीज़न में उनके नाम सिर्फ़ 15 प्रथम श्रेणी, 23 लिस्ट ए और 39 T20 मैच हैं, जिसमें उनके नाम क्रमशः 46, 23 और 44 विकेट हैं। IPL के चार सीज़न में भी उनके नाम सिर्फ़ 14 मैच हैं, जहां वह 10 की महंगी इकॉनमी और 36 की ऊंची औसत से सिर्फ़ 11 विकेट ले पाए हैं। वह ना सिर्फ़ IPL एकादश बल्कि दिल्ली रणजी टीम से भी लगातार-अंदर बाहर होते रहे हैं।

इस बाबत सिमरजीत कहते हैं, "मैं कुछ ज़्यादा तो गड़बड़ नहीं कर रहा था, लेकिन यह है कि चीज़ों को मैं बहुत ज्यादा जल्दी-जल्दी में करने की कोशिश कर रहा था। मैं अपनी योजनाओं को बहुत जल्दी-जल्दी बदल भी रहा था। मेरे ज़ेहन में हमेशा यह बात रहती थी कि अपने प्रोसेस को हमेशा परफ़ेक्ट करना है, लेकिन परफ़ेक्ट तो इस दुनिया में मेरे ख़्याल से कुछ भी नहीं है। कमिंस ने भी मुझसे यही कहा कि 'नथिंग इज़ परफ़ेक्ट'। उन्होंने मुझसे कहा कि आप अपना जो सर्वश्रेष्ठ दे सकते हो, उस पर ध्यान दो। परफ़ेक्शन के बारे में मत सोचो, तो अब मैं उस पर अधिक फ़ोकस करता हूं कि मैं चीज़ों को और कैसे अच्छा, कैसे बेहतर करूं।

"वहीं शमी भाई बात करके नहीं दिखा के सिखाते थे। वह मुझको बोलते थे कि आज प्रैक्टिस सत्र में यॉर्कर पर फ़ोकस करना है या कभी स्लोअर बाउंसर पर अभ्यास करना है या फिर कोई दूसरा वैरिएशन ट्राई करना है। फिर मैं गेंदबाज़ी करता था तो वह खुद खड़े हो जाते थे और बताते रहते थे कि क्या सही कर रहा हूं और क्या सुधारा जा सकता है। कमिंस भी ऐसे ही करते थे। इन दोनों से ऐक्शन, स्पीड और गेंदबाज़ी के दूसरे पहलूओं पर लगातार बात होती रहती थी। जब इतने बड़े लेजेंड्स पीछे खड़े होकर आपको कुछ सीखा रहे हों, तो सीखना भी लाज़मी होता है।"

फ़िलहाल सिमरजीत की नज़र DPL में अच्छा प्रदर्शन कर नए घरेलू सीज़न में तीनों फ़ॉर्मेट को निरंतरता के साथ खेलना है, ताकि वह फिर से भारतीय टीम की नीली जर्सी के क़रीब बढ़ सके, जिसके पहनने के एहसास को वह अभी तक नहीं भूले हैं।

Simarjeet SinghIndia

दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95