Features

आंकड़े : लायन ने कुंबले को पीछे छोड़ा

लड़खड़ाती बल्लेबाज़ी के दौरान भारत ने कई अनचाहे रिकॉर्ड बनाए

हां या ना : ज़रूरत से ज़्यादा स्पिन की मददगार पिच भारत को ही भारी पड़ गई

हां या ना : ज़रूरत से ज़्यादा स्पिन की मददगार पिच भारत को ही भारी पड़ गई

ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ इंदौर टेस्ट के दूसरे दिन से जुड़े अहम सवालों पर वसीम जाफ़र का फ़ैसला

272 रन बनाए भारत ने इंदौर टेस्ट की दोनों पारियों में। यह दोनों बार ऑलआउट होते हुए भारत में खेले गए किसी भी टेस्ट मैच में भारत द्वारा बनाए गए तीसरे सबसे कम कुल रन हैं। भारत ने पुणे में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध दो पारियों में कुल मिलाकर 212 जबकि 1977 में इंग्लैंड के विरुद्ध चेन्नई टेस्ट में 247 रन बनाए थे।

Loading ...

64 रन देकर आठ विकेट अपने नाम किए नेथन लायन ने भारत की दूसरी पारी में। यह भारत में किसी भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ के लिए दूसरे सर्वश्रेष्ठ आंकड़े हैं। सर्वश्रेष्ठ आंकड़ों का रिकॉर्ड लायन ने 2017 के बेंगलुरु टेस्ट में 50 रन पर आठ विकेट लेकर बनाया था। साथ ही यह अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में किसी भी गेंदबाज़ का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है।

113 विकेट ले चुके हैं लायन, भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट क्रिकेट में। इसके साथ वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए हैं। उन्होंने अनिल कुंबले को पछाड़ा जिनके नाम 111 विकेट हैं।

53 टेस्ट विकेट अपने नाम कर चुके हैं लायन भारतीय धरती पर। यह किसी भी मेहमान गेंदबाज़ द्वारा भारत के विरुद्ध लिए गए दूसरे सर्वाधिक विकेट हैं। भारत में भारत के विरुद्ध लायन ने पांच बार एक पारी में पांच या उससे अधिक विकेट लिए हैं। ऐसा करते हुए उन्होंने रिची बेनॉ के साथ संयुक्त रूप से प्रथम स्थान हासिल कर लिया है

35 - इंदौर टेस्ट में भारत द्वारा सबसे बड़ी साझेदारी महज़ 35 रनों की थी जो पांचवें विकेट के लिए चेतेश्वर पुजारा और श्रेयस अय्यर के बीच हुई थी। इससे पहले केवल दो मौक़ों पर भारत की सबसे बड़ी साझेदारी इससे भी कम रनों की थी (जहां टीम ने पूरे 20 विकेट गंवाए। 1997 के डरबन टेस्ट में भारत की सबसे बड़ी साझेदारी 20 रनों की थी और 1947 के ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में यह योग 31 रन था।

18 विकेट अपने नाम किए ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों ने इंदौर टेस्ट में। यह एशिया में खेले गए किसी भी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों द्वारा लिए गए सर्वाधिक विकेटों (संयुक्त रूप से) का रिकॉर्ड है। पिछले साल के गॉल टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों ने 18 विकेट अपने नाम किए थे।

12 विकेट बोल्ड या पगबाधा के रूप में गंवाए भारत ने इस टेस्ट मैच में। 1959 में इंग्लैंड के विरुद्ध 13 विकेट गंवाने के बाद भारत द्वारा इन दो तरहों से गंवाए गए यह सर्वाधिक विकेट हैं। 1982-83 के पाकिस्तान दौरे पर भारत ने कराची और फ़ैसलाबाद में 12-12 तथा 1983 के दिल्ली टेस्ट में इंग्लैंड के विरुद्ध 12 विकेट इन दो अंदाज़ों में गंवाए थे।

76 रनों का लक्ष्य मिला है ऑस्ट्रेलिया को चौथी पारी में। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम रनों का पीछा करते हुए हारने का रिकॉर्ड 85 रन है। यह अनचाहा रिकॉर्ड इंग्लैंड ने 1882 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध बनाया था। यह वही मैच है जिसने ऐतिहासिक ऐशेज़ सीरीज़ को जन्म दिया।

IndiaAustraliaIndia vs AustraliaAustralia tour of IndiaICC World Test Championship

संपत बंडारुपल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिस्टिशियन हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।