गुजरात टाइटंस के नेट गेंदबाज़ से लेकर कोलकाता के नए पेस सनसनी तक, हर्षित राणा की पूरी कहानी
SRH के ख़िलाफ़ बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए हर्षित ने एक हारे हुए मैच को KKR की तरफ़ मोड़ दिया

कोलकाता तो ऐसे अक्सर मिठास के लिए जाना जाता है लेकिन शनिवार को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के बीच खेले गए IPL 2024 के तीसरे मैच के अंतिम पलो में माहौल थोड़ा गर्म हो गया था। अंतिम ओवर में जीत के लिए सिर्फ़ 13 रन चाहिए थे और कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने अनुभवी आंद्रे रसल की जगह पर युवा सनसनी हर्षित राणा को गेंद थमा दी।
जब आपकी टीम के दो अनुभवी गेंदबाज़ों (वरूण चक्रवर्ती और मिचेल स्टार्क) ने पिछले दो ओवरों में 47 रन ख़र्च कर दिए हों, तो युवा गेंदबाज़ पर दबाव आना लाज़मी है। हालांकि ऐसे क्षणों में ही मैच विजेता जन्म लेता है और एक युवा गेंदबाज़ के लिए इससे अच्छा मौक़ा और क्या ही हो सकता था।
SRH के ख़िलाफ़ मिली जीत के बाद जब KKR के कप्तान से पूछा गया कि हर्षित को उन्होंने अंतिम ओवर में गेंद देने से पहले क्या कहा था तो श्रेयस ने कहा, "हर्षित थोड़ा सा नर्वस थे लेकिन मैंने उनकी आंखों में देखते हुए कहा कि 'देखो दोस्त, यही तुम्हारे लिए सबसे बड़ा मौक़ा है। अपने क्षमताओं पर भरोसा करो। अगर हम हार भी जाते हैं तो कोई बात नहीं। आप बस वही करो जो आपको मैंने और हमारे सीनियर्स ने करने के लिए कहा है। आपके लिए हीरो बनने का अच्छा मौक़ा है।'"
हालांकि हर्षित की पहली ही गेंद को हेनरिक क्लासेन ने सीमा रेखा के बाहर भेज दिया। अब यह ख़ुद ही समझा जा सकता है कि एक युवा गेंदबाज़ पर किस तरह का दबाव होगा। हालांकि हर्षित को शायद अब यह काफ़ी अच्छे तरीक़े से पता चल चुका था कि उनके पास 'हीरो' बनने का और भी ज़्यादा बड़ा मौक़ा है।
डगआउट से यह संदेश आया था कि क्लासेन को धीमी गेंद फेंकी जाए। सिक्सर लगने के बाद हर्षित ने वही किया और क्लासेन ओवर की दूसरी गेंद पर सिर्फ़ सिंगल ही ले पाए। अब SRH की टीम को 4 गेंदों में छह रनों की ज़रूरत थी।
अगली ही गेंद पर हर्षित ने शाहबाज़ को आउट कर के मैच के रुख़ को ही बदल दिया। नए बल्लेबाज़ मार्को यानसन ने अगली गेंद पर सिंगल लिया और फिर से स्ट्राइक पर क्लासेन थे। हालांकि हर्षित धीमी गेंद वाली ट्रिक समझ चुके थे और उन्होंने ऐसा ही करते हुए क्लासेन का विकेट निकाल लिया और अंतिम गेंद पर भी कोई रन नहीं दिया। कुल मिला कर शनिवार को हर्षित हीरो बन चुके थे। हालांकि इंटरनेट की दुनिया में अब क्रिकेट फैंस की कीपैड पर एक ही सवाल था कि कौन हैं हर्षित राणा? तो चलिए हम बताते हैं।
शनिवार को KKR और SRH के बीच खेले गए मैच से पहले अगर आप गूगल पर हर्षित राणा लिख कर सर्च करते तो इस बात की काफ़ी उम्मीद थी कि आपको दो-चार चीज़ें सबसे ऊपर दिख जातीं: हर्षित राणा और सौम्य सरकार की लड़ाई, पाकिस्तान के ख़िलाफ़ शॉर्ट थर्डमैन पर बेहतरीन कैच और रासिख़ सलाम के रिप्लेसमेंट के तौर पर KKR की टीम में उनकी एंट्री।
तेज़ गेंदबाज़ी और आक्रमकता के बीच एक अटूट रिश्ता रहा है। आप क्रिकेट इतिहास में जब भी तेज़ गेंदबाज़ों को याद करेंगे तो उनकी आक्रमकता का भी कोई न कोई क़िस्सा आपको ज़रूर याद आ जाएगा। हर्षित भी उसी श्रेणी के गेंदबाज़ों में आते हैं।
अपनी आक्रमकता वाला परिचय तो हर्षित ने SRH के ख़िलाफ़ दूसरी पारी के छठे ओवर में ही दे दिया था, जिसके बाद इंटरनेट पर उनके लेकर काफ़ी चर्चा चल रही थी। दूसरी पारी की छठे ओवर में जैसे ही हर्षित ने मयंक अग्रवाल को आउट किया तो उनके सेलिब्रेशन की ख़ूब चर्चा हुई क्योंकि विकेट लेने के बाद हर्षित ने मयंक की तरफ़ एक फ्लाइंग किस देते हुए उन्हें मैदान से बाहर जाने को कहा था।
हालांकि एक बात तो इस मैच में साफ़ हो गई कि भले ही हर्षित बाहर से काफ़ी आक्रामक हैं लेकिन अहम समय पर कब उन्हें ठंडा दिमाग़ लेकर एक विशेष रणनीति के साथ गेंदबाज़ी करनी है, उन्हें यह पता है। शायद इसी कारण से उन पर KKR की टीम लगातार भरोसा भी जता रही है।
KKR की टीम में उनकी एंट्री साल 2022 में होती है। दिल्ली के ख़िलाफ़ अपना पहला मैच खेलते हुए उन्होंने मिचेल मार्श को अपना पहला शिकार बनाया। हालांकि KKR की टीम में उनकी एंट्री नीलामी के जरिए नहीं हुई। वह सलाम के चोटिल होने के बाद टीम में आए थे। उससे पहले वह गुजरात टाइटंस के लिए नेट गेंदबाज़ थे। उसके कुछ ही महीने पहले हर्षित ने नीतिश राणा के कहने पर ट्रायल दिया था। तब तक हर्षित ने दिल्ली के लिए सिर्फ़ अंडर 19 और अंडर 25 ही खेला था और तब उनका प्रथम श्रेणी डेब्यू नहीं हुआ था।
ट्रायल में उनके प्रदर्शन को देखने के बाद KKR के बल्लेबाज़ी कोच अभिषेक नायर ने उनसे कहा था, "तुम KKR के लिए खेल सकते हो।" दूसरी तरफ़ नीतिश को भी हर्षित की प्रतिभा काफ़ी पसंद थी। उन्होंने ही सबसे पहले उस समय के कोच ब्रैंडन मक्कलम को कहा था कि हर्षित को टीम में मौक़ा दिया जाना चाहिए। हालांकि जब नीलामी में उनका चयन नहीं हुआ तो वह काफ़ी निराश हुए, लेकिन इससे उन्होंने सीख लेते हुए और ज़्यादा मेहनत करना शुरू कर दिया।
इसके बाद हर्षित ने दिल्ली की टीम के लिए 2022-23 में ही रणजी ट्रॉफ़ी और विज़य हज़ारे ट्रॉफ़ी में हिस्सा लिया। इसी साल दलीप ट्रॉफ़ी में उन्होंने 86 गेंदों में 122 रनों की पारी खेली और काफ़ी सुर्ख़ियों में रहे। इस दौरान उनकी तेज़ गति और बेहतरीन फ़ील्डिंग की चर्चा भी काफ़ी ज़ोर-शोर से हो रही थी।
रसल के मसल पावर और क्लासन के क्लास के बीच हर्षित बने हीरो
इडेन गार्डेन्स में कोलकाता की हैदराबाद के ऊपर जीत का सटीक विश्लेषण वसीम जाफ़र के साथउनके इन प्रदर्शनों के आधार पर उन्हें एमर्जिंग एशिया कप में भारतीय टीम में भी शामिल किया गया, जहां उन्होंने यूएई के ख़िलाफ़ 4 विकेट लेते हुए बेहतरीन गेंदबाज़ी की थी।
अब हर्षित से यही उम्मीद की जा सकती है कि वह तेज़ गेंदबाज़ी, आक्रमकता, सही प्लानिंग और अपने मेहनत के ज़रिए IPL 2024 में अपने बेहतरीन आगाज़ को एक शानदार अज़ाम तक पहुंचाएं।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं
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