रोहन गावस्कर : टी20 विश्व कप में भारत की अहम कड़ी साबित होंगे सूर्यकुमार
पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ ने हॉन्ग कॉन्ग के ख़िलाफ़ संघर्ष करते दिखे राहुल का बचाव किया

पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ रोहन गावस्कर का मानना है कि सूर्यकुमार यादव आगामी टी20 विश्व कप में भारत की सफलता की अहम कड़ी साबित होंगे। साथ ही उन्होंने चोट से वापसी के बाद अपनी लय तलाश कर रहे केएल राहुल का बचाव किया और कहा कि उनका आत्मविश्वास के सोथ खेलना टीम के लिए महत्वपूर्ण हैं।
स्पोर्ट्स18 के शो स्पोर्ट्स ओवर द टॉप में रोहन ने कहा, "मैं काफ़ी समय से कहता आ रहा हूं कि अगर भारत को (टी20) विश्व कप जीतना है तो बल्लेबाज़ सूर्यकुमार के इर्द-गिर्द घूमनी चाहिए। हमें उनसे पूछना चाहिए कि वह किस नंबर पर खेलना चाहते हैं और किस स्थान पर सबसे अधिक प्रभाव छोड़ सकते हैं।"
पिछले साल अहमदाबाद में इंग्लैंड के विरुद्ध टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से सूर्यकुमार मध्य क्रम के सभी स्थानों के अलावा सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर खेल चुके हैं। अलग-अलग स्थानों पर खेलने के बावजूद उनका करियर स्ट्राइक रेट 177 का है और यह उनकी प्रतिभा का प्रतीक है।
रोहन ने आगे कहा, "(हॉन्ग कॉन्ग के विरुद्ध मैच में) हर कोई कह रहा था कि पिच कठिन है और शॉट खेलना आसान नहीं होगा। फिर एक ख़ास खिलाड़ी की तरह उन्होंने आकर 200 से अधिक के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। तो, देखिए, अगर हमें (भारत को) विश्व कप में प्रगति करनी है तो सूर्यकुमार टीम की महत्वपूर्ण कड़ी साबित होंगे और प्रभावशाली भूमिका निभाएंगे।"
सूर्यकुमार के शानदार फ़ॉर्म की प्रशंसा करने के साथ-साथ रोहन ने सलामी बल्लेबाज़ और भारतीय टीम के उपकप्तान राहुल के हालिया संघर्ष पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, "देखिए वह चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद वापसी कर रहे हैं। उन्हें वेस्टइंडीज़ में ज़्यादा मौक़े मिले नहीं। अगर आप हॉन्ग कॉन्ग के विरुद्ध 39 गेंदों पर 36 रनों की पारी को देखेंगे तो ऐसा लगेगा कि वह काफ़ी धीमी थी।"
चोट से वापसी करने के बाद से राहुल का बल्ला शांत रहा है। ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध दो वनडे मैचों में एक और 30 का स्कोर बनाने के बाद इस एशिया कप में राहुल पाकिस्तान के विरुद्ध शून्य पर आउट हुए।
हालांकि रोहन को लगता है कि शायद टीम प्रबंधन ने राहुल को क्रीज़ पर समय बिताने की स्वतंत्रा दी थी। रोहन ने कहा, "सब जानते है कि हॉन्ग कॉन्ग के विरुद्ध 1000 में से 999 बार आपकी ही जीत होगी। इसलिए शायद टीम प्रबंधन ने उन्हें क्रीज़ पर समय बिताने और सेट होने की आज़ादी दी थी। वह चाहते थे कि राहुल का आत्मविश्वास बढ़े क्योंकि जब राहुल आत्मविश्वास से भरपूर होकर बल्लेबाज़ी करते हैं, तो वह टीम के लिए अहम खिलाड़ी बन जाते हैं।"
अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।
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