पृथ्वी शॉ ने जड़ा टी20 करियर का अपना पहला शतक
भारतीय टीम में जगह ना मिलने से शॉ निराश हैं

साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध वनडे सीरीज़ में ना चुने जाने से निराश पृथ्वी शॉ ने शुक्रवार को सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में असम के विरुद्ध 61 गेंदों में 134 रनों की पारी खेलते हुए अपने टी20 करियर का पहला शतक जड़ डाला।
अजिंक्य रहाणे की अनुपस्थिति में मुंबई का नेतृत्व कर रहे शॉ ने अपनी पारी में 13 चौके और नौ छक्के लगाए। इसकी बदौलत पहले बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित की गई मुंबई की टीम ने तीन विकेट के नुक़सान पर 230 रनों का स्कोर खड़ा किया। शुक्रवार को खेली गई इस पारी से पहले शॉ ने मध्य प्रदेश और मिज़ोरम के विरुद्ध क्रमशः 29 और 55 नाबाद रनों की पारी खेली थी।
शॉ ने इस महीने की शुरुआत में मिड डे अख़बार से बात करते हुए कहा था, "मैं निराश हूं। मैं रन बना रहा हूं, कड़ी मेहनत कर रहा हूं, लेकिन इसके बावजूद मुझे खेलने का मौक़ा नहीं मिल रहा है। लेकिन सब ठीक है। जब उन्हें (राष्ट्रीय चयनकर्ता) लगेगा कि मुझे अवसर दिया जाना चाहिए तो मुझे खेलने का मौक़ा ज़रूर मिलेगा। मुझे जो कोई भी अवसर मिले, चाहे वो इंडिया ए हो या अन्य टीमें हों, मैं हर जगह अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करूंगा।"
शॉ आख़िरी बार भारत के लिए जुलाई 2021 में श्रीलंका दौरे पर खेले थे और इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए चयनित नहीं किया गया। आईपीएल 2022 में भी तुलनात्मक रूप से उनका प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा और वह 10 पारियों में 283 रन बना पाए जिसमें दो अर्धशतक शामिल थे। टायफ़ाइड के चलते वह सीज़न के अंतिम चार मुक़ाबले भी नहीं खेल पाए।
न्यूज़ीलैंड ए के विरुद्ध प्रथम श्रेणी मैचों के लिए भी राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने शॉ के ऊपर प्रियांक पांचाल और अभिमन्यु ईश्वरन को इंडिया ए के ओपनरों के तौर पर तरजीह दी। शॉ को पिछले महीने हुए ईरानी कप के रेस्ट ऑफ़ इंडिया के दल में भी जगह नहीं दी गई। शॉ ने इस समय का इस्तेमाल अपनी फ़िटनेस पर काम करने पर किया।
शॉ ने कहा, "मैंने अपनी बल्लेबाज़ी में अलग-अलग चीज़ें करने के बजाय बहुत सारा फ़िटनेस वर्क किया। मैंने अपना वज़न घटाने पर मेहनत की और आईपीएल के बाद सात से आठ किलो तक अपना वज़न घटाने में सफल भी रहा। मैंने जिम में काफ़ी समय बिताया, खूब दौड़ लगाई, मिठाई और कोल्ड-ड्रिंक से भी परहेज़ किया। चाइनीज़ खाना तो अब मेरे मेन्यू से पूरी तरह से बाहर ही है।"
इस सीज़न की शुरुआत से ही वह अच्छी फ़ॉर्म में हैं। दलीप ट्रॉफ़ी में उत्तर-पूर्व क्षेत्र के विरुद्ध पश्चिम क्षेत्र के लिए 113 रनों की पारी खेलने के अलावा उन्होंने मध्य क्षेत्र के विरुद्ध 60 और 142 रनों की पारी भी खेली, जिसके आक्रमण में अंकित राजपूत, अनिकेत चौधरी और कुमार कार्तिकेय जैसे गेंदबाज़ थे। इसके बाद न्यूज़ीलैंड ए के विरुद्ध चेन्नई में शॉ ने 48 गेंदों पर 77 रनों की धुआंधार पारी खेलकर इंडिया ए की लिस्ट-ए सीरीज़ जीत में अहम भूमिका निभाई।
शॉ ने अपने खेल पर चर्चा करते हुए कहा, "मैं अपने खेल पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं, फ़िटनेस और प्रदर्शन में निरंतरता को बरक़रार रखने की भी भरपूर कोशिश कर रहा हूं। इस समय सब कुछ पटरी पर है, आगे देखते हैं क्या होता है। हालांकि मैं भविष्य के बारे में उतना नहीं सोच रहा हूं, मुझे जो कोई भी अवसर मिल रहे हैं मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास कर रहा हूं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.