इंग्लैंड के एक 'महंगे' दौरे ने कैसे बदली ईश सोढ़ी की क़िस्मत
विश्व कप में न्यूज़ीलैंड की अब तक की सफलता में सोढ़ी का विशेष योगदान रहा है

दो साल पहले इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पांच मैचों की टी20 सीरीज़ में ईश सोढ़ी 11.73 की इकॉनमी से रन देकर सिर्फ़ तीन विकेट ही ले पाए थे। यह दो देशों की टी20 सीरीज़ में सबसे महंगी गेंदबाज़ी का अब भी रिकॉर्ड है। इस सीरीज़ में उनके साथ क्या ग़लत गया, इसे समझने के लिए वह अपने साथी स्पिन गेंदबाज़ मिचेल सैंटनर की शरण में गए।
सोढ़ी ने कहा, "मुझे सीखना था कि वह एक ही समय में आक्रामक और रक्षात्मक दोनों कैसे रह सकते हैं। अब हम स्पिन गेंदबाज़ी पर नियमित बात करते हैं।"
उस सीरीज़ के बाद से सोढ़ी की गेंदबाज़ी में बेहतरीन सुधार आया है। वह अब 7.72 की इकॉनमी और 17.09 की औसत से गेंदबाज़ी कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब वह पुराने प्रदर्शनों की चिंता कम करते हैं, जबकि पहले वह इसके बारे में बहुत सोचते थे। उन्होंने बताया कि इंग्लैंड के उस ख़राब दौरे के बाद उन्हें चिंता ने घेर लिया था और उन्होंने कई लोगों से इस बारे में बात की थी।
सोढ़ी अपने समय के लेग स्पिनरों से भी बहुत कुछ सीखते हैं। वह कहते हैं, "अगर आप राशिद ख़ान, इमरान ताहिर और वनिंदु हसरंगा को देखें, तो ये लोग एशियाई परिस्थितियों में बहुत खेलते हैं। वे दोनों तरफ़ गेंद को स्पिन कराने की क्षमता रखते हैं, जो कि टी20 क्रिकेट के लिए बहुत ज़रूरी है। हालांकि टी20 में हमें ऐसी पिच कम ही मिलती है, जहां गेंद टर्न हो।"
उन्होंने आगे कहा, "टी20 क्रिकेट में नंबर एक से नंबर नौ तक का बल्लेबाज़ छक्के मारने की क्षमता रखता है। इसके अलावा मैदान भी बहुत छोटे होते हैं। इसलिए हमें विकेट लेने के साथ-साथ रन रोकना भी ज़रूरी होता है और इसके लिए गेंदबाज़ी में विविधता बहुत ज़रूरी है। अब आपको एक स्पिनर के तौर पर यॉर्कर और बाउंसर भी डालना पड़ सकता है।"
सोढ़ी इस साल आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के कोचिंग स्टाफ़ के सदस्य के रूप में शामिल होने वाले थे लेकिन बाद में किन्हीं कारणों की वजह से उन्हें इंग्लैंड जाकर वूस्टरशायर के लिए टी20 ब्लास्ट में खेलना पड़ा।
उन्होंने कहा, "इंग्लैंड की ठंड और दबाव से भरी परिस्थितियों में गेंदबाज़ी करने का अनुभव नायाब था, जो अभी मेरे लिए विश्व कप में काम आ रहा है।" सोढ़ी ने पाकिस्तान और भारत के ख़िलाफ़ शुरुआती और महत्वपूर्ण मैचों में दो-दो विकेट लिए थे। इसके बाद उन्होंने स्कॉटलैंड के ख़िलाफ़ भी दो और नामीबिया के ख़िलाफ़ एक विकेट लिया।
भारत के ख़िलाफ़ मैच को याद करते हुए उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। वह कहते हैं, "वह ख़ूबसूरत दिन था। भारत के ख़िलाफ़ कोई भी मैच हो, माहौल हमेशा बना रहता है। दुबई में तो बहुत सारी भारतीय जनता रहती है, जो समर्थन के लिए मैदान में आई थी। लेकिन जिस तरह से हम खेलें, वह बेहतरीन था।"
तीन मैच जीतने के बाद न्यूज़ीलैंड सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के बहुत क़रीब है, बशर्ते वह अपने अंतिम मैच में अफ़ग़ानिस्तान को भी हरा दे, नहीं तो नेट रन रेट के हिसाब से अंतिम मैच जीतकर भारत भी सेमीफ़ाइनल में पहुंचने की क्षमता रखता है। अफ़ग़ानिस्तान की टीम में इस समय के सबसे बड़े टी20 लेग स्पिनर राशिद ख़ान हैं और सोढ़ी इसे एक मौक़े के रूप में देखते हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने राशिद से कई बार बात की है। वह ज़रूरत पड़ने पर मेरी मदद भी करते हैं। उनसे बात करना हमेशा बेहतरीन होता है। वर्तमान लेग स्पिन समुदाय में उनके जैसे महान गेंदबाज़ की उपस्थिति बहुत सुखद है। निश्चित रूप से उन्होंने लेग स्पिन की दुनिया में क्रांति लाई है। हमें पता है कि वह हमारे लिए भी एक ख़तरा हैं।"
मैट रोलर ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है
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