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टेस्ट के महत्वपूर्ण बिंदु : स्पिनर निभा सकते हैं अहम भूमिका, सबकी नज़र होगी मिताली-झूलन पर

ऑस्ट्रेलिया और भारत 15 साल में पहली बार किसी टेस्ट में भिड़ेंगे, यह महिला क्रिकेट में मात्र दूसरा डे-नाइट टेस्ट मैच होगा

झूलन और मिताली का यह आखिरी टेस्‍ट हो सकता है  Getty Images

टेस्ट क्रिकेट को अलविदा?

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जब तक भारत अप्रत्याशित रूप से अगले छह महीनों में अपने शेड्यूल में एक और टेस्ट नहीं डालता, यह मैच उनके दो महान खिलाड़ियों : कप्तान मिताली राज और तेज़ गेंदबाज़ झूलन गोस्वामी के लिए अंतिम टेस्ट हो सकता है। उम्मीद है कि अगले मार्च में न्यूजीलैंड में वनडे विश्व कप के बाद उनके लंबे अंतर्राष्ट्रीय करियर पर पूर्ण विराम लग जाएगा। दोनों के लिए यह उनका 12वां टेस्ट होगा। उन्होंने 2002 में लखनऊ में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पदार्पण किया था और तब से भारत के प्रत्येक टेस्ट में खेली हैं। टॉन्टन 2002 में राज ने दोहरा शतक लगाया था, जो उनके टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है। दोनों खिलाड़ियों के लिए उनके टेस्ट करियर का सबसे महत्वपूर्ण क्षण 2006 में टॉन्टन में इंग्लैंड पर जीत थी, जहां गोस्वामी ने मैच में 78 रन देते हुए 10 विकेट चटकाए थे। इसके आठ साल बाद वर्म्सली में भारत को एक और जीत मिली थी, जहां राज ने लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दिलाई थी।

पहली बार गुलाबी गेंद से टेस्‍ट खेलेंगी मिताली  Getty Images

स्पिन का प्रभाव

टेस्ट में सबसे अधिक चर्चा तेज़ गेंदबाज़ों के बारे में हो रही है, ख़ासकर मकाय में दूसरे वनडे मैच में रोशनी के नीचे गेंद के फंसकर आने के बाद। कम से कम ऑस्ट्रेलिया की युवा तेज़ गेंदबाज़ों में बहुत उत्साह है, ख़ासकर टेस्ट पदार्पण के लिए तैयार डार्सी ब्राउन, जिन्होंने पहले वनडे मैच में 33 रन देकर चार विकेट लिए थे। हालांकि, कई कारणों से स्पिन भी अहम भूमिका निभा सकती है। ऑस्ट्रेलिया, विशेष रूप से, तेज़ गेंदबाज़ों के कार्यभार को बहुत ध्यान से देख रहा है, इसलिए कुछ ओवरों में संभावना है कि स्पिनरों को स्कोरिंग दर पर नियंत्रण रखते हुए स्पेल के बीच में गेंदबाज़ी कराने की आवश्यकता है। लेकिन वे अपने आप में विकेट लेने वाले भी हो सकते हैं यदि गेंद स्किड हो जाती है या उसे घुमाव मिलता है। जॉर्जिया वेयरहम और सोफ़ी मोलिन्यू दोनों को चोटें आई हैं और जेस जोनासेन के अनुपलब्ध होने के कारण उम्मीद यही है कि वह मुक़ाबला खेलने के लिए तैयार होंगी। ब्रिस्टल में इंग्लैंड के ख़िलाफ़, भारत के पास दो ऑफ़ स्पिनर थे - दीप्ति शर्मा और स्नेह राणा और आदर्श रूप से इस टेस्ट में एक ऐसी स्पिनर की ज़रूरत है, जो गेंद को दूसरी ओर घुमा सके और ऐसे में बायें हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ के खेलने की संभावना अधिक है।

स्पिनर निभा सकते हैं अहम भूमिका  Ashley Allen / Getty Images

रात का सत्र

महिलाओं के खेल में डे-नाइट टेस्ट कम (मात्र एक) हुए हैं, ऐसे में वह रात की परिस्थितियों से अंजान है। पुरुषों के खेल में, जब रोशनी पकड़ने लगती है, आमतौर पर दूसरे सत्र में देर से और फिर रात के खाने के बाद खेल तेज़ी से आगे बढ़ता है और अक्सर गेंद को हाथ में रखने का समय होता है। मेग लानिंग ने 2017 टेस्ट नहीं खेला था (घायल रेचल हेंस टीम की कप्तान थी) जबकि राज ने कभी गुलाबी गेंद से मैच नहीं खेला है। यह देखना दिलचस्प होगा कि दूधिया रोशनी के लिए गेंदबाज़ों को बचाने के मामले में दोनों कप्तान कैसी रणनीति बनती हैं और यहां तक ​​​​कि संभावित रूप से, उन सत्रों को अनुकूलित करने के लिए पारी की घोषणा भी। दूसरा महत्वपूर्ण बिंदु, जैसा कि दूसरे वनडे मैच में देखा गया था, ओस का क्या प्रभाव पड़ता है और क्या गेंदबाज़ों को गेंद पकड़ने में कठिनाई होती है।

परिणाम की बात

दुर्भाग्य से, खेल के पहले दो दिनों में तूफ़ान की उच्च संभावना है। खेल भाग्यशाली हो सकता है अगर ऐसा ना हो, लेकिन यदि महत्वपूर्ण समय खो जाता है, तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि मैच कहां तक आगे बढ़ा है। यह कप्तानों पर भी निर्भर हो सकता है कि वे कितने साहसी बनना चाहते हैं। मैच जीतने पर चार अंक मिलेंगे - भारत के लिए जो उन्हें श्रृंखला में 8-6 की बढ़त दिलाएगा जबकि ड्रॉ के लिए दोनों टीमों को दो-दो अंक मिलेंगे और सीरीज़ का फ़ैसला तीन टी20 मैचों के परिणामों से होगा।

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ऐंड्रयू मैकग्लेशन ESPNcricinfo में डिप्टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।