एजबेस्टन में दो 150, 303 की साझेदारी और छह शून्य
इंग्लैंड और भारत के बीच एजबेस्टन में खेले जा रहे तीसरे दिन के खेल के आंकड़ों पर एक नज़र

184* जेमी स्मिथ ने भारत के ख़िलाफ़ एजबेस्टन में नाबाद 184 रन बनाए, जो टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड विकेटकीपर द्वारा सर्वाधिक स्कोर है, उन्होंने 1997 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ बनाए ऐलेक्स स्टीवर्ट के 173 रन को पीछे छोड़ा।
स्मिथ के नाबाद 184 रन इंग्लैंड के लिए नंबर सात या उससे नीचे और इन स्थान पर भारत के ख़िलाफ़ बनाया गया सर्वाधिक स्कोर है।
स्मिथ ने तीसरे दिन की सुबह लंच से पहले मात्र 80 गेंद में शतक लगाया जो इंग्लैंड की ओर से तीसरा सबसे तेज़ और भारत और इंग्लैंड के टेस्ट मैचों में सबसे तेज़ शतक है। इससे पहले 1982 कानपुर टेस्ट में कपिल देव ने 86 गेंद में शतक जड़ा था।
303 हैरी ब्रूक (158) और स्मिथ के बीच एजबेस्टन में 303 रन की साझेदारी हुई जो इंग्लैंड की छठे विकेट के लिए दूसरी सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है। वे अब टेस्ट में छठे विकेट के लिए 300 रन की साझेदारी करने वाली केवल नौवीं जोड़ी हैं।
6 एजबेस्टन में इंग्लैंड के छह बल्लेबाज़ शून्य पर आउट हुए, यह एक पारी में इंग्लैंड के लिए सर्वाधिक हैं। यह दूसरी बार है जब टेस्ट क्रिकेट में भारत ने छह बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया।
407 300 रन की साझेदारी होने के बाद भी एजबेस्टन में इंग्लैंड के द्वारा बनाए गए 407 रन सबसे न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले 1999 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ किंगस्टन में वेस्टइंडीज़ ने 431 रन बनाए थे।
दो बल्लेबाज़ों द्वारा 150 से अधिक रन बनाने के बावजूद भी इंग्लैंड द्वारा बनाया गया यह स्कोर एक पारी में सबसे न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले The previous lowest was 414 by West Indies 1968 में जॉर्जटाउन में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 414 रन बनाए थे।
जबकि छह शून्य के बावजूद भी उनके द्वारा बनाए गए रन नौ पारियों में सबसे अधिक हैं। सिर्फ़ एक बार ऐसा हुआ है जब पांच या उससे अधिक शून्य के बावजूद टीमटीम ने 400 से अधिक रन बनाए हैं। ऐसा साउथ अफ़्रीका ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ 2008 में किया था, जब उन्होंने 429 रन बनाए थे।
10 भारत के नए गेंद के गेंदबाज़ों आकाश दीप (4-88) और मोहम्मद सिराज (6-70) ने एजबेस्टन में 10 विकेट लिए, यह केवल चौथी बार है, जब भारत की नई गेंद की जोड़ी ने ऐसा कारनामा किया है। इससे पहले तीनों बार हुए कारनामे में कपिल देव शामिल रहे, पिछली बार उन्होंने 1983 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पारी में नौ विकेट लिए थे।
3 ब्रूक टेस्ट में 300 से अधिक की साझेदारियों में तीन बार शामिल रहे, वह तीन मामलों में शामिल होने वाले इंग्लैंड के पहले बल्लेबाज़ हैं। इससे पहले ब्रूक के साथ दो 300 से अधिक की साझेदारियों में में जो रूट शामिल रहे थे।
40 यशस्वी जायसवाल ने 2000 टेस्ट रन पूरे करने के लिए 40 पारियां लीं। वह भारत के लिए इस मुक़ाम पर पहुंचने वाले संयुक्त रूप से सबसे तेज़ हैं, उनके साथ राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग ने भी ऐसा करने के लिए 40 पारियां ली थीं।
संपत बंडारुपल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिशियन हैं।
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