उमरान को अभी और परिपक्व होने की ज़रूरत है : शमी
'अगर आप 140 की गति से गेंद को दोनों तरफ़ स्विंग कराते हैं, तो आप बल्लेबाज़ को परेशान कर सकते हैं'
उमरान मलिक को अभी और परिपक्व होने की ज़रूरत है : शमी
'अगर आप 140 की गति से गेंद को दोनों तरफ़ स्विंग कराते हैं, तो आप बल्लेबाज़ को परेशान कर सकते हैं'गुजरात टाइटंस के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने कहा है कि वह सनराइज़र्स हैदराबाद के युवा तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक की तेज़ी से प्रभावित तो ज़रूर हैं, लेकिन उन्हें अभी और मेहनत करने की ज़रूरत है।
एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों से बात करते हुए शमी ने कहा, "मैं व्यक्तिगत रूप से पेस का बहुत बड़ा फ़ैन नहीं हूं। पेस होना सही है लेकिन अगर आप 140 [किमी प्रति घंटा] की गति से भी दोनों तरफ़ गेंद को स्विंग करा सकते हैं, तो वह किभी भी बल्लेबाज़ को परेशान करने के लिए काफ़ी होता है। इसलिए मैं कहूंगा कि अभी उमरान मलिक को परिपक्व होने में थोड़ा सा समय है। उसके पास गति ज़रूर है, लेकिन जैसे-जैसे वह मैच खेलता जाएगा, वह गति के साथ गेंदबाज़ी के लिए ज़रूरी अन्य चीज़ों को भी सीखता जाएगा।"
शमी इस आईपीएल से निकल रही भारतीय युवा तेज़ गेंदबाज़ों की पीढ़ी से भी प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा, "यह बहुत अच्छी बात है कि इस सीज़न में कई युवा भारतीय तेज़ गेंदबाज़ पूरे आत्मविश्वास के साथ गेंदबाज़ी कर रहे हैं और कमाल का प्रदर्शन दे रहे हैं। एक तेज़ गेंदबाज़ के रूप में लगातार बेहतर होने के लिए आपको प्रतिभा के साथ-साथ मैच प्रैक्टिस भी चाहिए होती है। इस आईपीएल से इन युवा तेज़ गेंदबाज़ों को वह मैच प्रैक्टिस मिल रही है। वे सीनियर्स के साथ समय बिता रहे हैं और उनके अनुभवों से भी सीख रहे हैं।"
इस दौरान उन्होंने गुजरात के यश दयाल और साथ में अभ्यास कर चुके लखनऊ सुपर जायंट्स के मोहसिन ख़ान की भी तारीफ़ की।
ख़ुद के प्रदर्शन और सफ़ेद गेंद क्रिकेट में अपने भविष्य के बारे में बात करते हुए शमी ने कहा, "जब-जब मुझे सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में मौक़ा मिला है मैंने अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश की है और मैं सफल भी हुआ हूं। पिछले तीन-चार आईपीएल सीज़न से मैं सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में से हूं।"
शमी पर हमेशा यह सवाल उठते हैं कि वह टी20 मैचों में विकेट तो लेते हैं लेकिन काफ़ी रन भी ख़र्च कर देते हैं। पिछले साल हुए टी20 विश्व कप के दौरान उन्होंने पांच मैचों में 23.33 की औसत और 15.8 के स्ट्राइक रेट से छह विकेट लिए थे, लेकिन इस दौरान उनकी इकॉनमी 8.84 की रही थी। इसके बाद से उन्हें भारत की तरफ़ से सीमित ओवर क्रिकेट में नहीं देखा गया है। अगर शमी के टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की बात की जाए तो वह 9.54 की इकॉनमी से रन देते हैं, वहीं आईपीएल में भी उनकी करियर इकॉनमी 8.52 की रही है। हालांकि पिछले दो सीज़न से उन्होंने इसे सुधारते हुए क्रमशः 7.50 (2021) और 7.87 (2022) किया है।
इस पर शमी ने कहा, "मैं टी20 क्रिकेट में इकॉनमी को अधिक तवज्जो नहीं देता हूं। जब आप इकॉनमी की बात करते हैं, तो आपको यह भी देखना चाहिए कि कोई गेंदबाज़ कब आकर गेंदबाज़ी कर रहा है। अगर कोई गेंदबाज़ पावरप्ले या अंतिम ओवरों में गेंदबाज़ी करता है, तो निश्चित रुप से उसकी इकॉनमी अधिक होगी। लेकिन इसके साथ वह आपको विकेट भी दिलाता है, जो टीम के लिए बहुत ज़रूरी है। हां, आप बहुत महंगे नहीं हो सकते हैं और आपको हमेशा नियंत्रण में ही गेंदबाज़ी करनी चाहिए।"
गुजरात के प्लेऑफ़ में पहुंचने वाली पहली टीम बनने पर शमी ने कहा कि कोच आशीष नेहरा और कप्तान हार्दिक पंड्या ने इस नई टीम को बख़ूबी संभाला है और हर एक खिलाड़ी से जाकर व्यक्तिगत रूप से बात करते हुए उनसे उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाहर निकालते हैं।
दया सागर (@dayasagar95) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं
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