अंडर-19 विश्व कप फ़ाइनल से पहले कोहली और रूट ने टीमों का हौसला बढ़ाया
टॉम प्रेस्ट और यश धुल ने इस बड़े मैच से पहले अपने सीनियर्स के साथ हुई बातचीत का वर्णन किया

शनिवार को खेले जाने वाले अंडर-19 विश्व कप के अंतिम मुक़ाबले से पहले अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के संदेशों ने दोनों खेमों का मनोबल बढ़ाया। विराट कोहली ने भारतीय अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों से बातचीत की वहीं इंग्लैंड अंडर-19 टीम के कप्तान टॉम प्रेस्ट ने बताया कि 'जो रूट, ओएन मॉर्गन, जॉस बटलर, सैम करन, साक़िब महमूद जैसे कई बड़े सितारों ने' टीम को प्रेरित किया।
फ़ाइनल से पहले पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रेस्ट ने कहा, "वह कह रहे थे कि वे हमसे कितने प्रभावित हुए हैं और 24 वर्षों में अपने पहले अंडर-19 फ़ाइनल में पहुंचने के लिए हमने जो कुछ किया है, उस पर उन्हें गर्व है। यह जानना बहुत आश्चर्यजनक है कि वह हमें खेलते हुए देख रहे हैं।"
प्रेस्ट ने बताया कि उनकी अंडर-19 टीम ने इस पूरी प्रतियोगिता में इंग्लैंड की सीनियर पुरुष टीम की तरह खेलने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा, "हां, हमने उस तरह की आक्रामक क्रिकेट खेलने का प्रयास किया। चाहे वह बल्ले के साथ हो, गेंद के साथ या मैदान पर फ़ील्डिंग करते हुए, हम हमेशा सकारात्मक विकल्प चुनते हैं। आज सुबह वीडियो में यही संदेश भेजा गया कि हमें फ़ाइनल के बड़े मंच पर दबाव में नहीं आना है और सकारात्मक इरादे से खेलते रहना है।"
1998 में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रह चुके इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर ग्रैम स्वॉन, अब कॉमेंट्री टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने भी इस युवा टीम को कुछ सलाह दी।
प्रेस्ट ने बताया, "[स्वॉन ने कहा कि] इन टूर्नामेंटों में लय पकड़ना कितना महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने हमें आत्मसंतुष्ट होने से बचने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कैसे कनाडा के ख़िलाफ़ हमारे मैच में अंतिम 10 ओवरों में हम सुस्त दिखें क्योंकि हम जानते थे कि नतीजा हमारे पक्ष में जाने वाला था। उनसे यह सुनकर हमें अच्छा नहीं लगा। हमें सही दिशा में जाने का प्रोत्साहन मिला जहां हम मंच या मैच की स्थिति की परवाह किए बिना आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते।"
भारत के कप्तान यश धुल ने बताया कि 2008 में अंडर-19 विश्व विजेता टीम के कप्तान रह चुके विराट कोहली ने उन्हें कैसे इस बड़े दिन को संभालना है, इस पर सलाह दी।
"उन्होंने हमें शुभकामनाएं दीं, यश ने कहा, ''इसलिए उनकी बातें हमें आत्मविश्वास देंगी। जब कोई सीनियर खिलाड़ी टीम से बात करता है तो टीम का मनोबल बढ़ता है। उन्होंने हमसे कुछ बुनियादी चीज़ों के बारे में बात की जैसे कि सामान्य क्रिकेट कैसे खेलें, अपने गेम प्लान पर कैसे टिके रहें आदि। उनके साथ बातचीत करना अच्छा था।"
इन बड़े मैच में सभी की नज़र एक ऐसी जंग पर होगी जो इस पूरे मैच को प्रभावित कर सकती है - इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज़ बनाम भारतीय स्पिनर। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ विकी ओस्तवाल और निशांत सिंधु की औसत इस पूरी प्रतियोगिता में 15 से कम है। वह हर ओवर में औसतन चार रन से कम ख़र्च करते हैं और उनके इस प्रदर्शन के दम पर टीम ने फ़ाइनल तक की राह तय की है। हालांकि प्रेस्ट का मानना है कि उनके पास इस ख़तरे से निपटने का कौशल है।
प्रेस्ट ने कहा, "उनके पास कुछ बढ़िया स्पिन गेंदबाज़ हैं लेकिन हमारे पास भी स्पिन के लिए मददगार परिस्थितियों में खेलने का अनुभव है। हम सभी की अपनी अलग-अलग योजनाएं हैं, चाहे वह स्वीप करना हो या अपने पैरों का उपयोग करना। लेकिन हमें विश्वास है कि हम अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।"
यश ने कहा कि भारत बल्ले से इंग्लैंड के आक्रामक रुख़ से सावधान रहेगा। उन्होंने कहा, "इंग्लैंड के ख़िलाफ़ चुनौती यह है कि वे आक्रामक तरीक़े से खेलते हैं। वे विपक्ष पर हावी होते हैं, और 2-3 विकेट खोने पर भी आक्रमण करना नहीं छोड़ते हैं। इसलिए हम अपनी योजनाओं पर टिके रहने और अधिक से अधिक डॉट गेंद फेंकने की कोशिश करेंगे।"
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.