आगामी घरेलू सत्र से पहले विजय शंकर ने तमिलनाडु को दिया झटका
विजय शंकर अब त्रिपुरा की तरफ़ से खेलते हुए दिखाई देंगे

आगामी घरेलू सत्र 2025-26 के लिए ऑलराउंडर विजय शंकर ने अपने गृह राज्य तमिलनाडु को छोड़ने का फ़ैसला कर लिया है। 34 वर्षीय विजय को इस संबंध में तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) की ओर से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफ़िकेट भी मिल गया है। वह अब त्रिपुरा की तरफ़ से खेलते हुए दिखाई देंगे, जहां हनुमा विहारी और स्वप्निल सिंह भी इस साल प्रोफ़ेशनल की तरफ़ से खेलेंगे।
बुची बाबू टूर्नामेंट में शंकर ने चेन्नई में हिमाचल प्रदेश के ख़िलाफ़ TNCA XI की ओर से खेला था लेकिन ESPNcricinfo को पता चला है कि जब उन्हें महाराष्ट्र के ख़िलाफ़ दूसरे मैच में बाहर बिठाया गया, तो उन्होंने राज्य बदलने का फ़ैसला कर लिया। शंकर ने निरंतर मौक़ों की तलाश में यह निर्णय लिया है।
2024-25 के घरेलू सत्र में शंकर को रणजी ट्रॉफ़ी में सिर्फ़ दो मैच खेलने के अवसर मिले थे और सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के अधिकतर मुक़ाबलों में वह प्लेइंग इलेवन से बाहर रहे थे।
इस फ़ैसले के साथ तमिलनाडु के साथ शंकर का 11 वर्षों का कार्यकाल समाप्त हो गया, इस दौरान उन्होंने अपनी अगुवाई में अपने राज्य की टीम को विजय हज़ारे, देवधर और सैयद मुश्ताक़ अली ख़िताब जिताने में मदद की थी। दिसंबर 2012 में रणजी ट्रॉफ़ी डेब्यू के बाद उन्होंने मध्य क्रम में एस बद्रीनाथ की जगह भरने का प्रयास किया था और इस दौरान बल्लेबाज़ी क्रम में उन्हें बाबा इंद्रजीत का भी भरपूर साथ मिला।
शंकर ने तमिलनाडु के लिए रणजी ट्रॉफ़ी की 81 पारियों में 44.25 की औसत से 3142 रन बनाए, जिसमें 11 शतक और 16 अर्धशतक शामिल थे। उन्होंने अपनी मध्यम गति की तेज़ गेंदबाज़ी से रणजी ट्रॉफ़ी में 53.93 की औसत से 43 विकेट भी हासिल किए। उनके लिए 2014-15 का रणजी सीज़न सबसे बेहतरीन बीता, जब उन्होंने 11 पारियों में 57.70 की औसत से 577 रन बनाए। इसके बाद उन्हें इंडिया ए में शामिल किया गया और 2019 के वनडे विश्व कप दल में भी उन्हें वाइल्डकार्ड एंट्री मिली।
2024-25 के रणजी सीज़न में उन्होंने सेलम में चंडीगढ़ के ख़िलाफ़ 171 गेंदों पर 150 रनों की नाबाद पारी खेली, जो कि उनके रणजी करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी भी है।
हालिया समय में शंकर दूसरे ऐसे सीनियर खिलाड़ी हैं जिन्होंने तमिलनाडु छोड़ने का फ़ैसला किया है। शंकर से पहले उनके तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) के कप्तान बाबा अपराजित ने 2024-25 के सीज़न से पहले केरल का रुख़ किया था।
शंकर के विकल्प के रूप में तमिलनाडु के पास आर एस अम्ब्रिश हैं, जिन्होंने हाल ही में इंग्लैंड में बल्ले और गेंद दोनों के साथ इंडिया अंडर-19 के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। 18 वर्षीय अम्ब्रिश एक उभरते हुए फ़िनिशर हैं और गेंद के साथ वह हार्ड लेंथ हिट कर सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ उन्हें बुची बाबू टूर्नामेंट से पहले चेन्नई में स्थित CSK अकादमी में ऋतुराज गायकवाड़ को गेंदबाज़ी करने के लिए बुलाया गया था।
शंकर का जाना नए सीज़न से पहले तमिलनाडु के लिए एक और बड़ा झटका है क्योंकि आर साई किशोर हाथ की चोट से रिकवर कर रहे हैं, वहीं 2023-24 रणजी ट्रॉफ़ी में तीसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले बाएं हाथ के लेग स्पिन एस अजित राम भी चोटिल हैं।
शंकर का हालिया फ़ॉर्म अच्छा रहा है उन्होंने TNPL 2025 में नौ पारियों में 50.20 की औसत और 154 के स्ट्राइक रेट से 251 रन बनाए थे। शंकर तमिलनाडु के ख़िलाफ़ पहली बार दिसंबर में सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के दौरान खेलते नज़र आएंगे।
एम सेंतिलनाथन के रूप में तमिलनाडु के पास इस सीज़न नया कोच होगा, जो कि ख़ुद भी रणजी ट्रॉफ़ी विजेता रहे हैं और वह इस भूमिका में एल बालाजी की जगह लेंगे। पूर्व भारतीय और तमिलनाडु के तेज़ गेंदबाज़ टी कुमारन को गेंदबाज़ी कोच नियुक्त किया गया है। कुमारन USA में कोचिंग सेवाएं देने के बाद आगामी भारतीय घरेलू सीज़न से पहले भारत लौटे हैं।
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं।
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