29 नवंबर की बैठक के बाद चैंपियंस ट्रॉफ़ी के आयोजन पर फ़ैसला लेगी ICC
PCB अध्यक्ष अभी भी पूरे टूर्नामेंट को पाकिस्तान में आयोजित करने के पक्ष में हैं

ICC ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी के अयोजन को लेकर स्पष्टता के लिए 29 नवंबर को बोर्ड बैठक बुलाई है। इस बैठक में पाकिस्तान द्वारा हाइब्रिड मॉडल को ख़ारिज करने और भारत द्वारा पाकिस्तान की यात्रा ना करने के मसले पर समाधान तलाशने की कोशिश की जाएगी। ESPNcricinfo को पता चला है कि यह बैठक वर्चुअल होगी और इस पर अंतिम निर्णय ICC बोर्ड के आम सहमति पर पहुंचने के बाद लिया जाएगा।
आठ टीमों वाला यह टूर्नामेंट 19 फ़रवरी से मार्च के बीच खेला जाना है। अभी तक औपचारिक तौर पर टूर्नामेंट के कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है। अब तक वैश्विक टूर्नामेंट के लिए ICC टूर्नामेंट शुरू होने से 100 दिन पहले उसका कार्यक्रम घोषित करती आई है।
कार्यक्रम की घोषणा में देरी भारत सरकार द्वारा रोहित शर्मा की टीम को पाकिस्तान की यात्रा की अनुमति ना मिलने के कारण हो रही है। इस निर्णय के बारे में ICC को दो सप्ताह पहले ही सूचित किया जा चुका है। 2021 में ही PCB को चैंपियंस ट्रॉफ़ी की मेज़बानी दे दी गई थी और PCB ने ICC से BCCI द्वारा यात्रा ना करने के कारणों का हवाला देने के बारे में पूछा है। PCB के एक अधिकार के अनुसार ICC से अब तक उन्हें इस मसले पर जवाब नहीं मिला है।
लाहौर, कराची और रावलपिंडी में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट को पूर्ण रूप से पाकिस्तान में ही आयोजित किए जाने पर PCB के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी अडिग हैं। पिछले सप्ताह ही उन्होंने कहा था कि वह टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर पैदा हो रहे गतिरोध पर BCCI से बातचीत करने के लिए तैयार हैं। ICC के प्रवक्ता ने शुक्रवार को इस बैठक की पुष्टि की लेकिन PCB ने इस संबंध में अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
ICC बोर्ड में 12 पूर्ण सदस्य देशों के सदस्य शामिल हैं, जबकि इसमें एसोसिएट देशों से तीन प्रतिनिधि, स्वतंत्र निदेशक के साथ ICC चेयरमैन और CEO शामिल हैं। मौजूदा समय में ग्रेग बार्कले ICC के चेयरमैन हैं और 1 दिसंबर को पदमुक्त होने से पहले यह उनकी अध्यक्षता में अंतिम बैठक होगी। इसके बाद उनकी जगह BCCI के सचिव जय शाह लेंगे।
PCB अध्यक्ष नक़वी भी पाकिस्तान सरकार में अहम पद पर हैं। पिछले कुछ दिनों से वह पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री (और कप्तान) इमरान ख़ान की पार्टी PTI द्वारा किए जा रहे राजनीतिक विरोध को दबाने को लेकर प्रयासरत हैं।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.