मैं भारत के लिए मैच जिताऊ पारियां खेलना चाहता हूं : यशस्वी
अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय शतक को किया अपने माता-पिता और ईश्वर को समर्पित

यशस्वी जायसवाल डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले 17वें भारतीय बन गए हैं। वह पिछले 21 सालों में एशिया से बाहर ऐसा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ हैं। 21 वर्षीय बल्लेबाज़ ने डॉमिनिका टेस्ट के दूसरे दिन एक पैडल स्वीप कर यह उपलब्धि हासिल की।
शतक लगाने के बाद यशस्वी ने कहा, "यह मेरे लिए एक भावुक पल था। मैंने अपनी बल्लेबाज़ी का पूरा लुत्फ़ उठाया। मैं अभी भी बल्लेबाज़ी कर रहा हूं तो मैं जितना हो सके उतना लंबा खेलने की कोशिश करूंगा। यह मेरे करियर की अभी बस शुरुआत है। जितना मैं अनुशासित और फ़ोकस्ड रहूंगा, उतना ही मैं आगे जाऊंगा। तीसरे दिन भी मैं टीम को अच्छी शुरुआत देने की कोशिश करूंगा। मैं अपनी प्रोसेस और प्रैक्टिस पर विश्वास करता हूं। मुझे बस बीच में (क्रीज़ पर) जाना है और खेलते रहना है।"
यशस्वी के अंदर रनों की भूख दिखती है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर भारतीय टीम में जगह बनाई है। उनके नाम 26 प्रथम श्रेणी पारियों में 80.21 की औसत से 9 शतकों के साथ 1845 रन है। 32 लिस्ट ए मैचों में उनके नाम दोहरा शतक भी है और वह हालिया आईपीएल में 625 रनों के साथ पांचवें सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।
उन्होंने अपनी तैयारी के बारे में बताया, "मैं मानसिक रूप से ख़ूब तैयारी करता हूं और फ़िटनेस पर भी ध्यान देता हूं। मैं अपनी डाइट और अनुशासन का कड़े ढंग से पालन करता हूं। जैसी मुझे तैयारी चाहिए होती है, वैसा ही मैं अभ्यास करता हूं। मेरा प्रयास है कि मैं टीम के लिए मैच जिताऊ पारियां खेलूं। मैंने रोहित भैया से भी बल्लेबाज़ी दौरान ख़ूब बातचीत की। वह हमेशा मुझे बता रहे थे कि इस पिच पर कैसे बल्लेबाज़ी की जा सकती है और कहां रन बनाए जा सकते हैं। मैच से पहले भी उन्होंने मुझसे कहा था कि 'जो भी करना है, तुम्हें ही करना है'।"
कार्तिक कृष्णास्वामी ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं
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