महिला T20 विश्व कप 2024 - कप्तानी के साथ-साथ हरमनप्रीत कौर को संभालनी होगी एक और अहम ज़िम्मेदारी
भारतीय टीम के कोच अमोल मजूमदार ने T20 विश्व कप में टीम की रणनीति के बारे में बात की

महिला T20 विश्व कप में भारतीय टीम के नंबर 3 खिलाड़ी को लेकर जो रहस्य था, अब वह खुल चुका है। कोच अमोल मजूमदार ने अब साफ कर दिया है कि हरमनप्रीत कौर को यह ज़िम्मेदारी दी गई है।
मजूमदार ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ होने वाले मुक़ाबले से पहले कहा, "सिर्फ़ वार्म-अप मैच ही नहीं, बल्कि भारत में हुए कैंपों के दौरान ही हमने यह तय कर लिया था कि नंबर तीन पर कौन बल्लेबाज़ी करेगा। हमने बेंगलुरु के कैंप में ही फै़सला कर लिया था। प्री-विश्व कप मैचों के दौरान हमने अपने उस रणनीति पर आख़िरी मुहर लगा दी"
हालांकि नंबर 3 का स्थान हाल ही में कई खिलाड़ियों के हाथों में रहा है। यास्तिका भाटिया को अप्रैल तक इस स्थान का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था, लेकिन बांग्लादेश दौरे के दौरान उनकी चोट के कारण इस स्थान पर कई बदलाव हुए।
यास्तिका अब चोट से उबर चुकी हैं और UAE में टीम के साथ हैं, लेकिन अभी उन्हें अपने मौके़ का इंतज़ार करना होगा। हरमनप्रीत ने वार्म-अप मैचों में नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी की, जहां उनके स्कोर 10 और 1 रहे। लेकिन इन स्कोर से ज़्यादा महत्वपूर्ण वह योजना है जिसके तहत यह फै़सला लिया गया।
मजूमदार के कोच बनने के बाद से चार अन्य खिलाड़ियों को भी इस स्थान पर आज़माया गया था। डी हेमलता को इस स्थान पर सबसे लंबे समय तक मौक़ा मिला, लेकिन सात मैचों में उन्होंने केवल 139 रन ही बनाए, जिसमें से एक 41 रन की पारी शामिल थी। इसी तरह उमा छेत्री को भी इस स्थान पर मौक़ा दिया गया।
मजूमदार जेमिमाह रॉड्रिग्स को भी आज़मा सकते थे, लेकिन स्पिन के ख़िलाफ़ उनकी कुशलता उन्हें नंबर 4 या 5 पर और भी महत्वपूर्ण बनाती है।
WPL ने भारतीय टीम को दी मज़बूत नींव
मजूमदार ने भारतीय टीम की गहराई की तारीफ़ की और बताया कि कैसे टीम में बैकअप खिलाड़ियों को सही भूमिकाएं दी गईं हैं। उदाहरण के लिए एस सजना को ऑस्ट्रेलिया के 'ए' दौरे पर भेजा गया था ताकि उनकी प्रतिभा को और निखारा जा सके। मजूमदार ने बताया कि भारतीय टीम के साथ NCA और कोचिंग स्टाफ़ के बीच निरंतर बातचीत हुई और खिलाड़ियों के विकास पर ध्यान दिया गया।
मजूमदार ने कहा, "मुझे लगता है कि यह केवल भारतीय टीम या भारतीय दल का प्रयास नहीं है, बल्कि NCA का भी योगदान है। हम पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए इंडिया ए के कोचों के साथ तालमेल में थे। लगातार बातचीत होती रही, और दौरे के बाद भी फ़ीडबैक दिए गए।"
इसके अलावा मजूमदार ने विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) को खिलाड़ियों को ढूंढने और तैयार करने के लिए एक मज़बूत मंच बताया।
WPL से ही श्रेयंका पाटिल जैसे खिलाड़ियों की खोज संभव हो पाई है। उन्होंने WPL में शानदार गेंदबाज़ी की थी। WPL ने फ़िटनेस के मामले में भी भारतीय खिलाड़ियों की काफ़ी मदद की है ऑफ़-सीज़न कैंपों में फिज़ियो और NCA के साथ निरंतर संवाद ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन को मॉनिटर किया है।
इस संदर्भ मे मजूमदार ने कहा, "कुछ खिलाड़ी जो यहां विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा बनी हैं, वे WPL की देन हैं। निश्चित रूप से, इसमें घरेलू प्रथम श्रेणी के क्रिकेटरों को कम नहीं आंका जा रहा है। लेकिन WPL ने हमें खिलाड़ियों को खोजने के लिए एक मज़बूत आधार प्रदान किया है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने फ़ील्डिंग पर ख़ास ध्यान दिया है और इसे खिलाड़ियों की प्राथमिकताओं में शामिल किया है। हमने उनकी फ़िटनेस और व्यक्तिगत क्षमताओं को अगले स्तर तक ले जाने के लिए कड़ी मेहनत की है।"
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