ऑस्ट्रेलिया मैक्सवेल को प्रमुख स्पिनर के तौर पर खिला रहा है
चोटिल ट्रैविस हेड फ़िट भी हुए तो विश्व कप के मध्य भाग से ही खेल पाएंगे

ऐश्टन एगार के चोटिल होने के बाद भी उन्हें विश्व कप दल में किसी स्पिनर से ना बदलकर ऑस्ट्रेलिया ने यह अंदेशा दिया है कि वह ग्लेन मैक्सवेल को एक विशेषज्ञ स्पिनर के रूप में देख रहा है। ट्रैविस हेड हाथ में लगे चोट से अभी भी उबर रहे हैं और ऐसे में मार्नस लाबेशन को एगार के स्थान पर दल में रखा गया है।
इसका मतलब यह है कि हेड के फ़िट होने तक 14 खिलाड़ियों में स्पिन गेंदबाज़ी के लिए ऐडम ज़ैम्पा और मैक्सवेल ही दो विकल्प बचते हैं। स्टीवन स्मिथ आजकल गेंदबाज़ी नहीं करते हैं और लाबुशेन के लेग-स्पिन में भी लगभग गिरावट आती रही है। अगर हेड अपने चोट से उबर जाते हैं तो वह भी एक अतिरिक्त विकल्प बनेंगे।
हालांकि हेड की वापसी को लेकर कोई समय सीमा नहीं है, उम्मीद जताई गई है कि वह लीग पड़ाव के बीच में उपलब्ध हो सकेंगे। मैक्सवेल ने भारत के विरुद्ध राजकोट में तीसरे वनडे मैच में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी करते हुए 40 रन देकर चार विकेट निकाले थे। वनडे में 47.71 की गेंदबाज़ी औसत रखने के बावजूद, राष्ट्रीय चयनकर्ता जॉर्ज बेली मानते हैं कि मैक्सवेल की गेंदबाज़ी को कम नहीं आंका जा सकता।
बेली ने कहा, "मैक्सी को विशेषज्ञ स्पिनर नहीं मानना शायद बेमानी होगी। सीमित ओवर क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड कहता है कि वह काफ़ी उपयोगी हैं और उन्हें प्रधान स्पिनर कहा जा सकता है। हम यह मानते हैं कि हमारे पहले XI में दो प्रमुख स्पिनर होंगे।
"अगर आप और विस्तार से देखें, तो 15-सदस्यीय स्क्वॉड में सही संतुलन बनाने में कुछ समझौते लेते हुए कुछ रिस्क लेने ही पड़ते हैं। हमें यह विश्वास है कि ज़ैम्प्स और मैक्सी हमारे विशेषज्ञ स्पिनर के तौर पर खेल सकते हैं और हमारे पास तेज़ गेंदबाज़ी और बैक-अप ऑलराउंडर के भी पर्याप्त विकल्प होंगे।
पिछले साल अपना पैर तोड़ने पर पूर्ण उपचार के बाद राजकोट वनडे मैक्सवेल के लिए केवल दूसरा ही वनडे मैच था। साउथ अफ़्रीका दौर पर टखने की चोट लगने के बाद भी मैक्सवेल के फ़िटनेस को लेकर चिंताएं बढ़ीं थीं। बेली ने मैक्सवेल द्वारा इस टूर्नामेंट की तैयारी की प्रशंसा करते हुए कहा, "ग्लेन अपने खेल में इतने बहुमुखी प्रतिभा हैं। वह ना सिर्फ़ बल्ले या गेंद से, बल्कि फ़ील्डिंग करते हुए जैसे स्थितियों में ख़ुद को डालते हैं। यहां पर कुछ मैच हो सकते हैं जहां उन्हें व्यस्त स्थानों में जाने की ज़रूरत भी नहीं पड़े। यह हमें हर मैच में देखना पड़ेगा। उन्होने इस टूर्नामेंट से पहले अपने पैर में ताक़त लाने के लिए बेहतरीन मेहनत की है।"
बेली ने माना कि हेड के लौटने पर अभी भी सवालिया निशान ज़रूर हैं, लेकिन बेली ने कहा, "हमें यह रिस्क पता था कि अगर ट्रैव का उबार पूरा नहीं होता, लेकिन वह हमारे लिए बहुमूल्य खिलाड़ी हैं। उनकी हड्डी के ठीक होने में थोड़ा समय बचा है, लेकिन इस पर हम टूर्नामेंट के दौरान नज़र रखेंगे।"
मिचेल मार्श ने साउथ अफ़्रीका और भारत के विरुद्ध गेंदबाज़ी नहीं की थी, लेकिन अब वह वॉर्म-अप मैचों में भी गेंदबाज़ी करते दिखेंगे। बेली ने बताया कि वह राजकोट में 96 रनों की पारी नहीं खेलते तो शायद गेंदबाज़ी करते। बेली ने कहा, "मिच के लिए थोड़ी गेंदबाज़ी करना उपयुक्त था, लेकिन वह उन परिस्थितियों में काफ़ी थक गए थे। हमने काफ़ी क्रिकेट खेला है और आदर्श तौर पर विश्व कप से पहले कुछ और बदलाव करना अच्छा होता। दरअसल दो वनडे सीरीज़ काफ़ी टेस्ट क्रिकेट खेलने के बाद आए।"
खिलाड़ियों को आराम देते हुए वॉर्म-अप मैचों का भरपूर फ़ायदा उठाना भी एक चुनौती पेश करेगा और बेली ने मज़ाक़ करते हुए कहा, "कुछ थके हुए खिलाड़ी हैं और अभी भी थोड़ा क्रिकेट खेला जाना है। अगर आप ऑस्ट्रेलिया से हैं और केरला में हैं, तो स्टेडियम आ जाईए (और हमारी टीम में खेलिए)।"
एंड्रयू मैक्ग्लाशन ESPNcricinfo डीप्टि एडिटर हैं
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