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ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो की टीम ऑफ़ द टूर्नामेंट में छह भारतीय खिलाड़ी

रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करने का ज़िम्मा एक बाएं हाथ के बल्लेबाज़ को सौंपा गया है

डिकॉक को प्लेइंग इलेवन में शामिल ना कर पाने का फ़ैसला काफ़ी मुश्किल था  AFP/Getty Images

विश्व कप 2023 की समाप्ति के बाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो ने इस टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम चुनी है। टीम का चयन स्मार्ट्स स्टैट्स के आधार पर किया गया है। इसमें खिलाड़ियों की बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी के प्रदर्शन को आधार बनाया गया है हालांकि इसमें क्षेत्ररक्षण और कप्तानी को पैमाना नहीं बनाया गया है।

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1 ट्रैविस हेड

पारी : 6 रन : 329 औसत : 54.83, स्ट्राइक रेट : 127.51, विकेट : 2 इंपैक्ट रेटिंग : 100.97

ट्रैविस हेड चोट के चलते टूर्नामेंट के पहले हाफ़ से बाहर रहे थे, जिसके चलते वह सिर्फ़ छह मैच ही खेल पाए लेकिन उन्होंने इन मैचों में अपना इंपैक्ट छोड़ा। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 67 गेंदों में खेली गई 109 रनों की पारी से उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत की। सेमीफ़ाइनल में कोलकाता की मुश्किल पिच पर खेली गई उनकी 62 रनों की पारी का भी अपना महत्व है। फ़ाइनल में रोहित शर्मा का कैच भी उन्होंने ही लपका था। जबकि फ़ाइनल में भी शतक लगाकर वह प्लेयर ऑफ़ द मैच बने। पुरुष वनडे विश्व कप के इतिहास में सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल दोनों में वह यह अवॉर्ड जीतने वाले महज़ चौथे खिलाड़ी हैं।

2 रोहित शर्मा

पारी : 11 रन : 597 औसत : 54.27, स्ट्राइक रेट : 125.94, विकेट : 1 इंपैक्ट रेटिंग : 72.39

11 में से नौ पारियों में रोहित शर्मा ने 40 से ज़्यादा स्कोर बनाया। इनमें से आठ पारियों में उन्होंने रन ए बॉल रन बनाए जबकि चार अवसर पर उनका स्ट्राइक रेट 150 के ऊपर रहा। रोहित टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में दूसरे नंबर पर रहे जबकि वह उन 13 बल्लेबाज़ों में शामिल रहे जिसने 400 से ज़्यादा रन बनाए। जबकि पावरप्ले में उन्होंने अकेले 401 रन बनाए, रोहित के बाद इस चरण में सर्वाधिक रन डेविड वॉर्नर ने बनाए। वॉर्नर के बल्ले से पावरप्ले में कुल 260 रन निकले।

3 विराट कोहली

पारी : 11 रन : 765 औसत : 95.62, स्ट्राइक रेट : 90.31, विकेट : 1 इंपैक्ट रेटिंग : 73.14

विराट कोहली ने 11 पारियों में से कुल नौ पारियों में 50 से ज़्यादा का स्कोर बनाया, जिसमें तीन शतक भी शामिल हैं। कोहली ने टूर्नामेंट में कुल 765 रन बनाए जो कि इस टूर्नामेंट के एक संस्करण में सर्वाधिक रन भी हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था, जिन्होंने 2003 विश्व कप में 673 रन बनाए थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 85 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के लिए टोन सेट किया और इसके बाद उन्होंने टूर्नामेंट में पीछे मुड़कर नहीं देखा। रोहित की आक्रामक शुरुआत ज़ाया ना जाए यह भी कोहली ने पूरे टूर्नामेंट में सुनिश्चित किया।

4 डैरिल मिचेल

पारी : 9 रन : 552 औसत : 69.00, स्ट्राइक रेट : 111.06, इंपैक्ट रेटिंग : 73.14

टूर्नामेंट में अधिकतर समय केन विलियमसन के अनुपलब्ध रहने के चलते न्यूज़ीलैंड को टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ी को सेट अप करने की ज़िम्मेदारी डैरिल मिचेल के ऊपर थी और उन्होंने रचिन रवींद्र के साथ मिलकर इस भूमिका को बखूबी निभाया। नौ में से सात पारियों में मिचेल ने 100 के ज़्यादा के स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाज़ी की और इससे मिडिल ओवर्स में कीवी टीम को काफ़ी मदद मिली। मिडिल ओवर्स (11-40) में मिचेल के 472 रन सिर्फ़ कोहली से कम हैं जिन्होंने इस चरण में 575 रन बनाए। उन्होंने ख़ास तौर पर स्पिनर्स के ख़िलाफ़ अच्छी बल्लेबाज़ी की और 78 की औसत और 106.84 के स्ट्राइक रेट से 234 रन बनाए।

5 के एल राहुल (विकेटकीपर)

पारी : 10 रन : 452 औसत : 75.33, स्ट्राइक रेट : 90.76, इंपैक्ट रेटिंग : 43.61

नंबर पांच पर कोई अन्य बल्लेबाज़ के एल राहुल जितने रन नहीं बना पाया। के एल से ज़्यादा रन बतौर विकेटकीपर सिर्फ़ क्विंटन डिकॉक (594) ने बनाए। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 97 रनों की नाबाद पारी से उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत की और पूरे टूर्नामेंट में टीम के लिए परिस्थिति के हिसाब से बल्लेबाज़ी की। उनके डीआरएस लेने की क्षमता एक अन्य स्किल है जिसे इंपैक्ट रेटिंग भी बयां नहीं कर सकता।

6 ग्लेन मैक्सवेल

पारी : 9 रन : 400 औसत : 66.66, स्ट्राइक रेट : 150.37 विकेट : 6 इकोनॉमी : 4.81 इंपैक्ट रेटिंग : 110.42

अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ ग्लेन मैक्सवेल की खेली गई वह पारी ना सिर्फ़ इस विश्व कप बल्कि वनडे क्रिकेट के इतिहास में खेली गई सर्वश्रेष्ठ और यादगार पारियों में से एक है। नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ भी उन्होंने 44 गेंदों पर 106 रन बनाए और इसके अलावा उन्होंने गेंदबाज़ी में भी 68.3 ओवर डाले और 4.81 की इकोनॉमी से छह विकेट भी निकाले, जिसमें फ़ाइनल में रोहित का विकेट भी शामिल है। मैक्सवेल ने पावरप्ले में भी टीम के लिए गेंदबाज़ी की। इंपैक्ट रेटिंग में उन्होंने बल्ले से 71.01 जबकि गेंद के साथ 39.41 रेटिंग अर्जित किए।

7 रवींद्र जाडेजा

मैच : 11 रन : 120 औसत : 24.87, स्ट्राइक रेट : 101.69 विकेट : 16 इकोनॉमी : 4.25 इंपैक्ट रेटिंग : 68.54

रवींद्र जाडेजा ने टूर्नामेंट की शुरुआत 28 रन देकर तीन विकेट झटक कर की, जिसमें स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन के विकेट शामिल थे। टूर्नामेंट में उन्होंने सिर्फ़ एक बार ही 50 से अधिक रन दिए। कोलकाता में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ उन्होंने 33 रन देकर पांच विकेट लिए जबकि लीग स्टेज में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ नाबाद 39 रनों की पारी खेली।

8 जसप्रीत बुमराह

मैच : 11 विकेट : 20 औसत : 18.65 इकोनॉमी : 4.06 इंपैक्ट रेटिंग : 76.08

जसप्रीत बुमराह की धारदार गेंदबाज़ी लीग स्टेज में भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन के लिए बड़ी वजह रही। पावरप्ले में कम से कम आठ ओवर डालने वाले कुल 35 गेंदबाज़ों में किसी भी गेंदबाज़ की इकोनॉमी बुमराह की 3.25 की इकोनॉमी के आसपास भी नहीं है। डेथ ओवर्स में भी उन्होंने पांच की इकोनॉमी और 11.66 की औसत से नौ विकेट झटके।

9 दिलशान मदुशंका

मैच : 9 विकेट : 21 औसत : 25.09 इकोनॉमी : 6.70 इंपैक्ट रेटिंग : 71.58

श्रीलंका के लिए यह विश्व कप भूल जाने योग्य रहा लेकिन इसके बावजूद दिलशान मदुशंका अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे और इस टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में तीसरे नंबर पर रहे। विश्व कप के तमाम संस्करण में सिर्फ़ मुथैया मुरलीधरन और चामिंडा वास के नाम ही मदुशंका से ज़्यादा विकेट हैं।

10 ऐडम ज़ैम्पा

मैच : 11 विकेट : 23 औसत : 22.39 इकोनॉमी : 6.70 इंपैक्ट रेटिंग : 77.73

ऐडम ज़ैम्पा ने पहले दो मैच में 18 ओवर में 123 रन देकर सिर्फ़ एक विकेट लिया था और ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन पर इसका असर साफ़ तौर पर दिखाई दिया। हालांकि ज़ैम्पा इसके बाद लय में लौटे और ऑस्ट्रेलिया की गाड़ी पर पटरी पर लौट आई। इसके बाद ज़ैम्पा ने पूरे टूर्नामेंट में 17.81 की औसत और 5.02 की इकोनॉमी से 22 विकेट झटके। इतने बड़े टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया ने ज़ैम्पा के रूप में सिर्फ़ एक विशेषज्ञ स्पिनर के साथ जाने का रिस्क लिया था लेकिन ज़ैम्पा और मैक्सवेल ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया का बेड़ा पार लगा दिया।

11 मोहम्मद शमी

मैच : 7 विकेट : 24 औसत : 10.70 इकोनॉमी : 5.26 इंपैक्ट रेटिंग : 78.27

चौथे मैच में हार्दिक पंड्या की चोटिल होने से भारत को बड़ा झटका लगा। हालांकि इसने मोहम्मद शमी के लिए खेलने के अवसर पैदा कर दिए और शमी भी टीम मैनेजमेंट के भरोसे पर खरे उतरे। शमी ने टूर्नामेंट में 12.2 के स्ट्राइक रेट से विकेट निकाल। सेमीफ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ उनके 7 विकट लेना टूर्नामेंट में किसी भी गेंदबाज़ का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।

12 क्विंटन डिकॉक

पारी : 10 रन : 594 औसत : 59.40 स्ट्राइक रेट : 107.02 इंपैक्ट रेटिंग : 71.48

क्विंटन डिकॉक को विश्व कप की प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना बेहद मुश्किल था। डिकॉक ने विश्व कप में चार शतक लगाए लेकिन चूंकि बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में अधिकतर टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज़ थे इसलिए इस मुश्किल निर्णय लेने के अलावा और कोई चारा नहीं था।

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