WPL में दिखे अनुभवी स्मृति मांधना के दो अंदाज़
ख़राब 2023 सीज़न के बाद टीम की किस्मत बदलने में उन्होंने अहम योगदान दिया

मार्च 2023 में WPL खेलने से पहले स्मृति मांधना ने क़रीब 200 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल लिए थे। उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर भी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। इस बीच वह कई टी20आई में भारत की कप्तानी भी कर चुकी हैं।
हालांकि, फ़्रेंचाइज़ी आधारित टी20 लीग ने उन्हें एक अलग तरीके़ से प्रभावित किया। रॉयल चैलेंज़र्स बेंगलुरु जैसी टीम का नेतृत्व करने की ज़िम्मेदारी निभाते हुए वह उनको प्लेऑफ़ तक ले गई हैं।
मांधना की कप्तानी में, RCB ने 2023 WPL में पांच मैच हारकर, तालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर समाप्त किया था। मांधना खु़द भी आठ पारियों में 19 से नीचे की औसत और 111.19 के स्ट्राइक रेट से केवल 149 रन बना पाई थीं।
इस तरह के दबाव का सामना करना एक अलग तरह का खेल था और इससे उनमें कुछ बदलाव आया। इससे पहले कि उन्होंने इस WPL में अपना फ़ॉर्म बदला और आठ लीग मैचों में 32.37 की औसत से 259 रन बनाए। वहीं इस बार उन्होंने 145.50 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए और शीर्ष पर रही।
मांधना ने गत चैंपियन मुंबई इंडियंस पर जीत के साथ मंगलवार रात नॉकआउट में जगह बनाने के बाद अपने दो विपरीत WPL सीज़न के बारे में कहा, "मुझे लगता है कि अभी भी समय है, जब हम टूर्नामेंट ख़त्म करेंगे तो मैं इस बारे में गहराई से सोचूंगी।"
"मेरे लिए यह सोचना ज़ल्दबाजी होगी, लेकिन मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी या कप्तान के रूप में यहां तक पहुंचने ने मुझे वास्तव में बहुत सी चीज़ें सिखाई हैं। ख़ासतौर पर पिछला साल जैसा मेरे गया। व्यक्तिगत रूप से, यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के चार-पांच वर्षों में ऐसा कुछ नहीं हुआ था और मेरे लिए उसका सामना करना आसान नहीं था।"
"मुझे नहीं पता कि क्या बदल गया है लेकिन पिछले साल मेरे अंदर कुछ गहरा बदलाव जरूर आया है और निश्चित रूप से इस वर्ष मिले सभी उतार-चढ़ाव अच्छे रहे हैं। इस दौरान जब भी मैं खेलती हूं तो वास्तव में भावुक व्यक्ति नहीं होती हूं लेकिन मैं जो भावनाएं महसूस कर रही हूं उनका आनंद ले रही हूं।"
WPL के बाद मांधना को बहुत अधिक टी20 क्रिकेट नहीं खेलना था। उन्होनें जुलाई में बांग्लादेश में तीन टी20आई में केवल 52 रन बनाए, जबकि सितंबर में एशियन गेम्स में केवल दो बार बल्लेबाज़ी की। इससे पहले केवल द हंड्रेड में वह नदर्न ब्रेव के लिए खेलते हुए नौ पारियों में 133.70 के स्ट्राइक रेट और क़रीब 30 की औसत से 238 रन बना पाई थीं।
इसके बाद उनको ऑस्ट्रेलिया में WBBL खेलना था लेकिन इसकी जगह पर उन्होंने अक्तूबर-नवंबर में घरेलू क्रिकेट खेलने का निर्णय लिया। महाराष्ट्र के लिए महिला टी20 ट्रॉफ़ी में खेलते हुए उन्होंने 246 रन बनाए, जिसमें मिज़ोरम के ख़िलाफ़ 61 गेंद में 121 रन की पारी शामिल थी। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 49.20 की औसत से और क़रीब 153 के स्ट्राइक रेट से यह रन बनाए थे।
उन्होंने कहा, "जैसा कि मैंने कहा, मैं वास्तव में एक भावुक व्यक्ति नहीं हूं, बेशक, विशेष रूप से कप्तान होने के नाते आपके चेहरे पर वास्तव में दुख या खु़शी की अभिव्यक्ति नहीं हो सकती है, ख़ासकर दिल्ली के ख़िलाफ़ मिली हार के बाद।"
"विशेष रूप से कोई एक व्यक्ति नहीं, लेकिन निश्चित रूप से मेरे पास परिवार और दोस्तों का एक बहुत क़रीबी समूह है जो जानते हैं कि मैं वास्तव में कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन वे हमेशा मेरे पास पहुंचते हैं या मुझे कुछ ऐसा संदेश भेजते हैं जिसे मुझे सुनने की ज़रूरत होती है। शायद एक अच्छी नींद आपको बेहतर महसूस कराती है, इसलिए आठ घंटे की नींद और अगला दिन बिल्कुल ठीक होता है।"
उन्होंने आगे कहा, "जो भी मैंने 10 सालों के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सीखा है वह यह है कि हर दिन नया है। जो भी हो अच्छा या बुरा बस मेहनत करो और वापसी करो और बस सर्वश्रेष्ठ होने की कोशिश करते रहो।"
विशाल दीक्षित ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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