हरलीन देओल का 2.0 वर्जन ख़ास है
हरलीन ने दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ नाबाद 70 रन बनाकर गुजरात जायंट्स को दिलाई जीत

2019 में अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू करने के 2024 तक हरलीन देओल का सफ़र उथल-पुथल भरा रहा है। 2024 में हरलीन WPL के तीसरे ही मैच में चोटिल हो गई और घुटने की चोट की वजह से पूरे सीज़न के लिए बाहर हो गई। इस चोट के रिहैब का सफ़र हरलीन के लिए मुश्किलों भरा रहा है, क्योंकि इस बीच वह क्रिकेट से पूरी तरह से दूर हो गई थी, लेकिन जब वह चोट से वापस आई तो उनका 2.0 वर्जन देखने को मिला। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी पर उन्होंने अपना पहला वनडे शतक लगाया और उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा।
वह अभी टी20 सेटअप में तो नहीं है लेकिन यह आत्मविश्वास उनका उनके टी20 खेल में भी दिखा जहां शुक्रवार को लखनऊ में उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ नाबाद 70 रन बनाए। 178 रनों का पीछे करते हुए उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के मुश्किल गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने तीन गेंद शेष रहते अपनी टीम को जीत दिला दी।
प्रमुख कोच माइकल क्लिंगर ने भी उनके इस प्रयास की सराहना की और बताया कि हरलीन किसी भी स्थान पर आकर बल्लेबाज़ी कर सकती हैं। मैच के बाद पत्रकार वार्ता में क्लिंगर ने कहा, "यह वाकई बहुत परिपक्व पारी थी।"
उन्होंने कहा, "उन्होंने पहले बेथ मूनी, फिर ऐश्ली गार्डनर और बाद में डॉटिन व गौतम के साथ अंत में साझेदारियां निभाई। हरलीन का प्रयास आज शानदार था लेकिन सच कहूं तो वह पूरे टूर्नामेंट में शानदार रही हैं। वह पूरे टूर्नामेंट में मध्य क्रम में खेली, पिछले कुछ मैचों से वह नंबर तीन पर खेली। तो उनमें लचीलापन है और वह हमारे लिए कहीं भी खेलने को तैयार हैं। मैं उसके काम पर बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं।"
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनको तीन वनडे के लिए चुना गया जहां पर उनकी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी हुई। इसके बाद घर में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ हुई तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में उन्होंने वडोदरा में अपना पहला वनडे शतक लगाया। 2025 WPL सीज़न में उन्होंने फ़ीनिशर के तौर पर शुरुआत की लेकिन परिणाम उनके हक़ में नहीं गए। बाद में गुजरात जायंट्स ने अपने क्रम में बदलाव किया और हरलीन को शीर्ष क्रम में खेलने का मौक़ा मिला। गुजरात जायंट्स ने जो लगातार तीन मैच जीते हैं उनमें से दो में हरलीन ने अहम रोल निभाया है।
क्लिंगर ने कहा, "मुझे लगता है कि वह बहुत अच्छी मानसिक स्थिति में हैं। सच कहूं तो, मुझे लगता है कि वह दुखी थी कि उसको टूर्नामेंट की शुरुआत में शीर्ष तीन में नहीं खिलाया जा रहा था। इसका श्रेय उनको जाता है कि उन्होंने इसे 100 प्रतिशत अपनाया और इससे उन्हें विभिन्न भूमिकाएं निभाने की क्षमता प्राप्त हुई।"
"अगर आप भारतीय कोच या चयनकर्ता हो तो आप जानते हैं कि हरलीन मध्य क्रम के साथ शीर्ष क्रम में भी रोल निभा सकती हैं। इससे वह टी20 में भी एक आकर्षक खिलाड़ी बनती हैं क्योंकि आप जानते हैं कि वह कई रोल निभा सकती हैं। मैं उसके लिए बहुत खु़श हूं क्योंकि उन्होंने दोनों रोल निभाए हैं और दोनों में अच्छा किया है।"
हरलीन को इस प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच का पुरस्कार दिया और हरलीन ने ब्रॉडकास्टर से अपनी इस पारी के बारे में खुलकर बात की।
हरलीन ने कहा, "मैच जीतने के बाद आप बहुत अच्छा महसूस करते हो क्योंकि आपने टीम के लिए रन बनाए हैं। जब मैं बल्लेबाज़ी कर रही थी तो गेंद अच्छे से बल्ले पर नहीं आ रही थी, तो मैं बस अंत तक खड़ी रहने का प्रयास कर रही थी। मैं जानती थी कि हमारे जो बल्लेबाज़ आने हैं उनको भी उस समय वही करना होता। जब आप मूनी के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे हो तो आपको बस हिट करना है और रन लेना है। वह बस अपनी आंख बंद कर लेती है और रन के लिए दौड़ पड़ती हैं। तो उनके साथ यह आसान है। जब वह बाउंड्री लगाती है तो वह सिंगल भी लेती है और मुस्कुराहट के साथ स्ट्राइक बदलती रहती हैं।"
काश्वी गौतम के साथ बल्लेबाज़ी पर उन्होंने कहा, " जब गौतम आई तो मैं जानती थी कि वह छक्के लगाने में माहिर है। मैंने उससे कहा कि शिखा दी स्टंप्स में गेंद रखने का प्रयास कर सकती हैं और गेंद नीची भी आ रही थी। तो बस अपनी आंख बंद करो और सीधा हिट करो और वह छक्का लगा देगी। जब आप रन बना रहे हो और टीम जीत रही है तो एक खिलाड़ी का यह सपना होता है। बस टीम के लिए योगदान करो चाहे फिर यह बल्लेबाज़ी में हो गेंदबाज़ी में हो या क्षेत्ररक्षण में।"
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26
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