WPL 2025 : DC vs MI मैच में क्यों हुआ रनआउट विवाद?
आख़िरी गेंद तक चले इस रोमांचक मैच के आख़िरी क्षणों में तीन रनआउट की अपीलें हुईं, लेकिन तीनों DC के पक्ष में गईं
दिल्ली कैपिटल्स (DC) और मुंबई इंडियंस (MI) के बीच शनिवार को वड़ोदरा में हुए WPL मुक़ाबले के आख़िरी क्षणों में कुल तीन रनआउट के निर्णय लिए गए। इन सभी मौक़ों पर थर्ड अंपायर गायत्री वेणुगोपालन ने नॉट आउट का निर्णय दिया।
इस मैच में कॉमेंट्री कर रहीं पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज ने कहा कि इनमें से कम से कम दो निर्णय- जिसमें शिखा पांडे और राधा यादव का रनआउट शामिल था- MI के पक्ष में जाना चाहिए था।
राज ने मैच के बाद ब्रॉडकास्टर जियोस्टार से बात करते हुए कहा, "पांडे को नॉटआउट दिया गया, जबकि उनका बल्ला लाइन पर ही था। जब आप डाइव लगाते हैं और बल्ला क्रीज़ में पहुंचने के बाद डाइव के कारण उछलता है, तब यह नॉटआउट होता है। लेकिन राधा यादव के मामले में ऐसा नहीं था। उनके बल्ले का ब्लेड हवा में था और बल्ले का कोई भी हिस्सा क्रीज़ में नहीं था। इसका मतलब है कि वह आउट थीं, एकदम आउट थीं।"
अगर हम WPL 2025 की प्लेइंग कंडीशन देखें तो उसके एपेंडिक्स D के अनुसार. "अगर मैच में LED लाइट का उपयोग होता है, तो जब भी पहली बार LED लाइट जलती है, तब माना जाएगा कि गेंद स्टंप पर लग गई है।"
पांडे के मामले में जब LED लाइट पहली बार जला, तब पांडे का बल्ला क्रीज़ में नहीं बल्कि लाइन पर था। लेकिन टीवी अंपायर ने अगले फ़्रेम के आधार पर अपना निर्णय लिया, जब गिल्लियां स्टंप से एकदम से अलग होती दिख रही थीं और पांडे का बल्ला क्रीज़ में था।
MI की कप्तान हरमनप्रीत कौर इस निर्णय से ख़ुश नहीं नज़र आईं। उन्होंने मैदानी अंपायरों एन जनानी और अनीश सहस्त्रबुद्धे से इसकी चर्चा भी की। इस गेंद पर एक बाय रन भी आया और DC को अब आख़िरी 14 गेंदों में जीत के लिए 24 रनों की ज़रूरत थी।
इसके दो गेंद बाद ही राधा यादव के साथ भी ऐसा हुआ। उन्होंने रन लेने के दौरान क्रीज़ पर पहुंचने के लिए डाइव लगाया लेकिन जब MI की विकेटकीपर यास्तिका भाटिया ने स्टंप उड़ाया और LED लाइट जला तब तक राधा के बल्ले का कोई भी हिस्सा क्रीज़ में नहीं था। लेकिन अंपायर ने उस फ़्रेम के आधार पर निर्णय दिया, जब गिल्लियां एकदम से स्टंप से अलग होती दिख रही थीं और तब तक राधा क्रीज़ में सुरक्षित थीं। उन्होंने अगली गेंद पर ही छक्का लगाया और अब DC को छह गेंदों में 10 रनों की ज़रूरत थी।
DC को आख़िरी गेंद पर दो रनों की ज़रूरत थी और क्रीज़ पर अरूंधति रेड्डी थीं। उन्होंने कवर के ऊपर से इनसाइड आउट शॉट खेला, लेकिन टाइमिंग नहीं दे पाईं। एक्स्ट्रा कवर से MI की कप्तान हरमनप्रीत गेंद की ओर दौड़ी और स्ट्राइक एंड पर एक तेज़ थ्रो दिया। विकेटकीपर यास्तिका भाटिया ने भी गिल्लियां उड़ा दीं, लेकिन रेड्डी ने भी उसी समय फ़ुल स्ट्रेच डाइव लगाया।
एक बार फिर से जब LED लाइट जली, तब तक फिर से रेड्डी का बल्ला सिर्फ़ लाइन पर था, लेकिन थर्ड अंपायर ने अगले फ़्रेम के आधार पर अपना निर्णय लिया और DC तब तक मैच जीत चुकी थी।
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