WPL 2025 में अच्छा प्रदर्शन कर ये पांच भारतीय खिलाड़ी कर सकती हैं भारतीय टीम में वापसी
भारत को इस साल अपने घरेलू ज़मीन पर वनडे विश्व कप खेलना है, इसलिए WPL, भारतीय खिलाड़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है

वीमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के तीसरे संस्करण का आगाज़ 14 फ़रवरी से शुरू हो रहा है। इस सीज़न कुल 22 मैच लगभग एक महीने के अंतराल में चार शहरों में खेले जाएंगे। इस साल भारत में वनडे विश्व कप भी होना है और कुछ खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर भारतीय टीम में वापसी का दावा ठोकना चाहेंगी।
शेफ़ाली वर्मा (दिल्ली कैपिटल्स-DC)
पिछले साल शेफ़ाली वर्मा को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था और उन्होंने नवंबर में घरेलू क्रिकेट में वापसी की। सीनियर वीमेंस वनडे ट्रॉफ़ी में उन्होंने हरियाणा की तरफ़ से खेलते हुए 152.31 के स्ट्राइक रेट और 75.29 की औसत से सर्वाधिक 527 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने सीनियर वीमेंस वनडे चैलेंजर ट्रॉफ़ी में भी नॉर्थ ज़ोन से खेलते हुए 145.26 के स्ट्राइक रेट और 82.80 की औसत से टूर्नामेंट में सर्वाधिक 414 रन बनाए।
भारत में ऐसे बहुत कम ही बल्लेबाज़ हैं, जो शेफ़ाली की तरह गेंद को शुरुआत से ही सीमापार भेज सकती हैं। मेग लानिंग के साथ DC में ओपनिंग करने का अनुभव उनके बहुत काम आ सकता है और वनडे विश्व कप को देखते हुए वह जुलाई में इंग्लैंड दौरे से वापसी कर सकती हैं।
DC की मिडिया रिलीज़ में उन्होंने कहा, "पिछले कुछ महीने मेरे लिए बहुत मुश्किल रहे हैं। मेरे पिता को दिल का दौरा पड़ा और दो दिन बाद मैं भारतीय टीम से भी बाहर थी। मुझे एहसास हुआ कि जहां भी मुझे मौक़ा मिले, मुझे रन ही बनाना है। मैं अब बस उसी पर ही फ़ोकस करना चाहती हूं। मेरे नियंत्रण में बस मेरी तैयारी है। अगर मैं सही से अभ्यास करती हूं और रन बनाती हूं, तो मुझे पता है कि मैं मज़बूती से वापसी कर सकती हूं।"
अरूंधति रेड्डी (दिल्ली कैपिटल्स)
पिछले साल T20 विश्व कप में अरूंधति रेड्डी ने भारत की तरफ़ से संयुक्त रूप से सर्वाधिक सात विकेट लिए थे। इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पर्थ वनडे के दौरान चार विकेट लिए। फिर भी उन्हें आश्चर्यजनक रूप से टीम से बाहर कर दिया गया।
रेड्डी ने पिछले साल WPL 2024 में अच्छा प्रदर्शन कर भारतीय टीम में वापसी की थी। इस बार भी उनकी कोशिश यही होगी। वह दोनों तरफ़ गेंद को घूमाने के साथ-साथ सटीक यॉर्कर फेंकने की भी क्षमता रखती हैं। पूजा वस्त्रकर पर चोट के बादल मंडरा रहे हैं, ऐसे में भारत को रेड्डी की ज़रूरत पड़ सकती है।
काश्वी गौतम (गुजरात जायंट्स-GG)
चंडीगढ़ के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाली काश्वी गौतम ने 2020 में सबसे पहले सुर्खियां बटोरी थी, जब उन्होंने एक अंडर-19 वनडे मैच में हैट्रिक सहित पारी के सभी 10 विकेट लिए थे। दिसंबर 2023 में उन्हें GG ने रिकॉर्ड 2 करोड़ रूपये में ख़रीदा। हालांकि एक चोट के कारण वह WPL 2024 से बाहर हो गईं।
हालांकि हालिया घरेलू टूर्नामेंट्स में गौतम ने शानदार वापसी की है। वह एक तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर हैं और तेज़ गति से हिट द डेक गेंदबाज़ी कर सकती हैं। फ़िलहाल भारतीय टीम में ऐसे तेज़ गेंदबाज़ों की कमी है।
साइका इशाक़ (मुंबई इंडियंस-MI)
2022 के वनडे विश्व कप के बाद से भारत ने छह बाएं हाथ के स्पिनरों को आजमाया है, लेकिन इनमें से कोई भी अपना जगह पक्का नहीं कर पाया है। WPL 2023 में DC की तरफ़ से नौ मैचों में 10 विकेट लेकर राधा यादव ने भारतीय टीम में वापसी की थी। इशाक़ भी उसी राह पर चल सकती हैं।
2024-25 के घरेलू सत्र के दौरान इशाक़ ने अपनी फ़िटनेस और फ़िल्डिंग पर काम किया है। उन्होंने बंगाल की तरफ़ से इस सीज़न के लिस्ट ए मैचों में सर्वाधिक 17 और T20 में 13 विकेट लिए हैं।
यास्तिका भाटिया (मुंबई इंडियंस)
ऋचा घोष की उपस्थिति में भारत को अंतिम एकादश में शायद ही किसी दूसरे विकेटकीपर की ज़रूरत होगी, लेकिन 15-सदस्यीय दल के लिए यास्तिका भाटिया दूसरे विकेटकीपर की एक प्रमुख उम्मीदवार हैं। वह हालिया समय में लगातार चोटिल रही हैं, इसलिए वह WPL 2025 के जरिए वापसी की राह ढूंढ रही होंगी।
एस सुदर्शनन ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं. @Sudarshanan7
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