हरमनप्रीत कौर : 'डब्ल्यूपीएल सभी भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा मंच है'
वहीं जेमिमाह रॉड्रिग्स ने बताया कि टी20 विश्व कप सेमीफ़ाइनल में मिली हार उन्हें अब भी सताती है

भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर को लगता है कि विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) जैसा टूर्नामेंट आने वाले समय में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच के अंतर को कम करेगा। पिछले सात महीनों में भारत दो मौक़ों पर विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया को नॉकआउट मैचों में हराने के क़रीब आया है। भारत को पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों के फ़ाइनल मुक़ाबले में नौ रनों से हार मिली थी जबकि हाल ही में टी20 विश्व कप के सेमीफ़ाइनल में भारत पांच रनों से पीछे रह गया। हरमनप्रीत इन दोनों मैचों में भारत की सर्वाधिक स्कोरर रही हैं लेकिन निचला क्रम जीत दिलाने में असफल रहा है।
हालांकि यह दोनों हार बहुत क़रीबी रही, वह इसलिए क्योंकि 2020 के टी20 विश्व कप फ़ाइनल में इसी विपक्षी टीम ने भारत को 85 रनों से हराया था।
डब्ल्यूपीएल के पहले सीज़न से पूर्व गुरुवार को आयोजित ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ़्रेंस में हरमनप्रीत ने कहा, "मुझे लगता है कि यह सभी भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा मंच है क्योंकि हम लंबे समय से इस टूर्नामेंट का इंतज़ार कर रहे थे। डब्ल्यूबीबीएल और द हंड्रेड क्रमश: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के लिए कारगर रहे हैं और इन टूर्नामेंटों के बाद उन्हें बहुत सारे युवा खिलाड़ी मिले। डब्ल्यूपीएल के बाद हमें भी कुछ अच्छे खिलाड़ी मिलेंगे और मुझे विश्वास है कि (भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच) जिस अंतर की आप बात कर रहे हैं, हम उसे काटना चाहेंगे। जब आपको अच्छे खिलाड़ी उभरते हुए दिखाई देंगे, आप डब्ल्यूपीएल के बाद एक अच्छी टीम बनाने जा रहे हैं।"
बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों के फ़ाइनल मे 162 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए हरमनप्रीत ने अर्धशतक बनाया और भारत को 30 गेंदों पर 44 रन बनाने थे। सात विकेट हाथ में रहने के बावजूद हरमनप्रीत और पूजा वस्त्रकर के लगातार दो गेंदों पर आउट होने के बाद पारी लड़खड़ाई और भारत अंतिम ओवर में 11 रन नहीं बना पाया। पिछले महीने के सेमीफ़ाइनल में हरमनप्रीत ने 28 पर तीन विकेट गंवाने के बाद ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी की। इस बार भारत को छह विकेट शेष रहते 34 गेंदों पर 41 रन बनाने थे लेकिन हरमनप्रीत के दुर्भाग्यपूर्ण रन-आउट ने भारतीय पारी को पटरी से नीचे उतार दिया।
जेमिमाह रॉड्रिग्स : विश्व कप की हार अब भी सताती है
इन दोनों मैचों की हार में जेमिमाह ने अपने कप्तान का बख़ूबी साथ दिया था। राष्ट्रमंडल खेलों में जहां उन्होंने 100 के स्ट्राइक रेट से 33 रन बनाए, वहीं सेमीफ़ाइनल में उनके बल्ले से 24 गेंदों पर 43 रन निकले।
मंगलवार की दोपहर को मुंबई में दिल्ली कैपिटल्स की उपकप्तान नियुक्त किए जाने के बाद जेमिमाह ने कहा कि सेमीफ़ाइनल में मिली हार के घाव एक हफ़्ते बाद भी उनके और उनके साथी खिलाड़ियों के दिमाग़ में ताज़ा है। उन्होंने कहा कि विश्व कप के तुरंत बाद डब्ल्यूपीएल का होना भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक 'वरदान की तरह' है।
जेमिमाह ने कहा, "सेमीफ़ाइनल हारने के बाद का समय आसान नहीं रहा है, कुछ दिन हम सभी के लिए बहुत कठिन थे। हमें उससे बाहर आने में थोड़ा समय लगा और हम पूरी तरह से उसे भुला नहीं पाए हैं। डब्ल्यूपीएल एक वरदान की तरह है क्योंकि यह विश्व कप से हमारा ध्यान हटाकर अपनी तैयारियों पर लगाएगा। लेकिन हां, वे विचार हमें सताते रहेंगे।"
दिल्ली कैपिटल्स की उपकप्तान को भी लगता है कि यह प्रतियोगिता नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उभारने का काम करेगी, जो भविष्य में अंतर पैदा करेंगे। उन्होंने कहा, "हम लंबे समय से दरवाज़ा खटखटा रहे हैं और अब हम बहुत क़रीब पहुंच रहे हैं। मुझे लगता है कि डब्ल्यूपीएल महिला क्रिकेट में बहुत कुछ बदलकर रख देगा। आपके इससे कई सुपरस्टार, कई लीडर और कई मैच-विनर मिलेंगे।"
विशाल दीक्षित ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।
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