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भारत में मेहमान गेंदबाज़ द्वारा सर्वश्रेष्ठ आंकड़े अब एजाज़ पटेल के नाम

एक नज़र मुंबई टेस्ट से जुड़े कुछ दिलचस्प आंकड़ों पर

225 रन देकर 14 विकेट दूसरे टेस्ट में एजाज़ पटेल के यह आंकड़े भारत में खेले गए सभी टेस्ट मैचों में सर्वश्रेष्ठ हैं। उनसे पहले सर इयन बॉथम ने 1980 में इसी वानखेड़े स्टेडियम में भारत के ख़िलाफ़ 106 रन ख़र्च करते हुए 13 विकेट झटके थे। यह एशिया में किसी भी मेहमान गेंदबाज़ द्वारा सबसे बेहतरीन आंकड़े भी है।
1 न्यूज़ीलैंड के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में केवल एक गेंदबाज़ के मैच आंकड़े एजाज़ से बेहतर हैं। सर रिचर्ड हैडली ने 1985 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ ब्रिस्बेन में 123 रन देकर 15 विकेट झटके थे। उनके अलावा किसी अन्य कीवी गेंदबाज़ ने एक मैच में 12 से अधिक विकेट नहीं लिए थे।
2 पिछले 20 वर्षों में एजाज़ के अलावा केवल दो गेंदबाज़ों ने एक टेस्ट मैच में 14 या उससे अधिक विकेट अपने नाम किए हैं। रंगना हेराथ ने साल 2014 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ और यासिर शाह ने 2018 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ यह कारनामा किया था। मज़ेदार बात यह है कि इन दोनों मौक़ों पर उनके आंकड़े एक समान थे - 184 रन देकर 14 विकेट। एजाज़ अब उन सात बाएं हाथ के गेंदबाज़ों की सूची में शामिल हो गए हैं जिनके नाम एक टेस्ट मैच में 14 या उससे अधिक विकेट हैं।
17 विकेट झटके न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों ने इस मैच में। इसमें से 14 रहे एजाज़ के नाम और तीन गए रचिन रविंद्र के खाते में। यह संयुक्त रूप से किसी भी टेस्ट मैच में एक टीम के बाएं हाथ के स्पिनरों द्वारा चटकाए गए सर्वाधिक विकेट हैं। इंग्लैंड के लिए खेलते हुए बाएं हाथ के स्पिनर हैडली वेरिटी (11) और जेम्स लैंग्रिज (6) ने भारत के ख़िलाफ़ 1934 के चेन्नई टेस्ट में कुल 17 शिकार किए थे।
0 इस मैच में न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ एक भी विकेट नहीं चटका पाए। यह केवल पांचवां मौक़ा था जब मेहमान टीम के तेज़ गेंदबाज़ों को ख़ाली हाथ पवेलियन लौटना पड़ा। हालांकि मुंबई टेस्ट से पहले कवल एक मौक़े पर कीवी तेज़ गेंदबाज़ मैच की दोनों पारियों में गेंदबाज़ी करने के बाद विकेट झटकने में असफल रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 2004 के एडिलेड टेस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ों को सफलता हाथ नहीं लगी थी।
18 छक्के लगाए भारतीय टीम ने मुंबई टेस्ट में जिसमें से सात आए थे पहली पारी में और 11 दूसरी पारी में। केवल दो टीमों ने एक टेस्ट मैच में इससे अधिक छक्के लगाए हैं - 2019 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ भारत ने रिकॉर्ड 27 बार गेंद को बाउंड्री के बाहर भेजा था वहीं 2014 में न्यूज़ीलैंड ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 22 छक्के लगाए थे।
540 रनों का लक्ष्य है चौथी पारी में न्यूज़ीलैंड के सामने। यह भारत द्वारा इस प्रारूप में रखा गया तीसरा सर्वाधिक लक्ष्य है। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वेलिंग्टन में 617 और श्रीलंका के ख़िलाफ़ 2017 में 550 उनके द्वारा रखे गए दो सबसे बड़े लक्ष्य है।
414 गेंदें फेंकी है विलियम समरविल ने इस दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ में। उन्होंने चार पारियों में कुल 237 रन ख़र्च किए हैं और विकेट उनके हाथ नहीं लगी। सिर्फ़ आठ गेंदबाज़ों ने एक टेस्ट सीरीज़ में उनसे अधिक गेंदें डालने के बावजूद कोई शिकार नहीं किया है। साथ ही उनमें से सात गेंदबाज़ों ने तो समरविल से अधिक रन भी लुटाए हैं। न्यूज़ीलैंड के लिए समरविल से पहले मैथ्यू हार्ट को 1995 में न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध घर पर खेली गई सीरीज़ में एक भी विकेट नहीं मिला था। उस सीरीज़ में उन्होंने 426 गेंदें फेंकी थी और 256 रन ख़र्च किए थे।

संपत बंडारुपल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिस्टिशियन हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।