भारत को मिली क़रारी शिक़स्त, 2-1 की बढ़त के साथ सिडनी जाएगी ऑस्ट्रेलियाई टीम
बॉक्सिंग डे टेस्ट की दूसरी पारी में जायसवाल के अलावा किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा
राजन राज
30-Dec-2024
भारत 369 और 155 (जायसवाल 82, कमिंस 3-28 और बोलैंड 3-39), ऑस्ट्रेलिया 474 और 234 (लाबुशेन 70, कमिंस 41, लायन 41, बुमराह 5-60, सिराज 3-66) से 184 रनों से हारा
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 184 रनों से हरा कर सीरीज़ में 2-1 की अहम बढ़त हासिल कर ली है। इसी के साथ भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीद को फिर से क़रारा झटका लगा है।
एक टेस्ट मैच कितनी बार बदल सकता है, यह बताने के लिए किसी भी क्रिकेट फै़न के लिए इस टेस्ट मैच का स्कोरकार्ड देखना काफ़ी नहीं होगा। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के विशाल स्कोर के बाद भारत दबाव में था लेकिन नीतीश रेड्डी के शतक ने ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ़ 105 रनों की बढ़त लेनी दी।
इसके बाद चौथे दिन भारत ने जब ऑस्ट्रेलिया के छह बल्लेबाज़ों सिर्फ़ 91 के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया था, तब ऐसा लग रहा था कि भारत अब इस मैच में अपनी मज़बूत पकड़ बना चुका है। हालांकि इसके बाद मार्नस लाबुशेन, पैट कमिंस, नेथन लायन और स्कॉट बोलैंड की कमाल बल्लेबाज़ी के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के सामने 340 रनों की बढ़त रखने में सफल रही।
भारत ने इस लक्ष्य का पीछा करने के लिए काफ़ी सतर्कता के साथ शुरुआत की थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया कप्तान कमिंस ने 17वें ओवर में रोहित शर्मा और के एल राहुल को आउट करके ऑस्ट्रेलिया की वापसी कराई। इससे पहले तक ऐसा लग रहा था कि अगर भारत यह मैच नहीं भी जीतता है तो वह ड्रॉ आसानी से प्राप्त कर लेगा। हालांकि कमिंस की सफलताओं ने ऑस्ट्रेलिया को जीत राह दिखा दी। इसके बाद मिचेल स्टार्क ने भी लंच से ठीक पहले विराट कोहली को कवर ड्राइव का लालच देते हुए पवेलियन भेज दिया।
कोहली के विकेट के बाद भारत पूरी तरह से बैकफ़ुट पर था। हालांकि लंच के बाद के सत्र में यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने काफ़ी संयम के साथ बल्लेबाज़ी की। भारत ने उस सत्र में एक भी विकेट नहीं गंवाया। तब ज़्यादातर क्रिकेट के पंडित और फ़ैंस यह मान चुके थे कि यह मैच ड्रॉ की तरफ़ बढ़ चुका है।
लेकिन ट्रैविस हेड ने चाय के बाद पंत को एक कमज़ोर शॉर्ट गेंद पर कैच आउट करा कर ऑस्ट्रेलिया को फिर वापसी का रास्ता दे दिया। जायसवाल काफ़ी देर तक टिके रहे, लेकिन 208 गेंदों का सामना करने के बाद वह भी कमिंस की शॉर्ट गेंद का शिकार बने। हालांकि उन्हें तीसरे अंपायर ने जिस तरह से आउट दिया, उसकी चर्चा काफ़ी दिनों तक होगी। भारत ने अपने आख़िरी सात विकेट 20.3 ओवरों में सिर्फ़ 34 रनों के भीतर गंवाए।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ़ से कमिंस और बोलैंड ने इस मैच में छह-छह विकेट लिए, जबकि लायन को पांच विकेट मिला। साथ ही ऑस्ट्रेलिया की तरफ़ से स्मिथ 140 रन बना कर सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे।
अब अगर अगले मैच में भारत जीत भी हासिल कर ले तो इस विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में वह 55.26 प्रतिशत अंक तक पहुंच सकता है और उन्हें यह उम्मीद करनी होगी कि श्रीलंका अपने घर में ऑस्ट्रेलिया को कम से कम 1-0 के अंतर से हरा दे।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं