साउथ अफ़्रीका 35 पर 1 (एल्गर 11*, पीटरसन 14*) भारत 202 (राहुल 50, अश्विन 46, यानसन 4-31, रबाडा 3-64, ऑलिवियेर 3-64) से 167 रन पीछे
पहले टेस्ट में भारत और साउथ अफ़्रीका के बीच अंतर यह था कि भारत ने पहले दिन कितनी अच्छी बल्लेबाज़ी की थी। हालांकि, साउथ अफ़्रीका ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन बेहतरीन गेंदबाज़ी करके उस अंतर को कम कर दिया। उन्होंने पूरी ताक़त के साथ गेंदबाज़ी की और जिसका उन्हें परिणाम भी मिला।
भारतीय टीम विराट कोहली के बिना थी, जो ऊपरी पीठ की ऐंठन की वजह से अपना 99वां टेस्ट नहीं खेल सके। केएल राहुल ने टेस्ट कप्तान के रूप में पहली बार कदम चलाते हुए टॉस जीता और बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले डुएन ऑलिवियेर और दूसरा टेस्ट खेल रहे मार्को यानसन की दमदार गेंदबाज़ी के आगे भारतीय बल्लेबाज़ी 202 रनों पर ढेर हो गई।
स्टंप्स के समय तक साउथ अफ़्रीका ने खाते में से 167 रन घटा लिए थे और उन्होंने ऐडन मारक्रम के रूप में केवल एक ही विकेट गंवाया था।
भारतीय टीम की पारी में दो अलग-अलग चरण शामिल थे। राहुल के शानदार 50 ने पहले हाफ़ को बनाए रखा, यहां तक कि दूसरे छोर पर विकेट गिरे और फिर आर अश्विन के 46 रनों के नेतृत्व में निचले क्रम की बल्लेबाज़ी ने स्कोर को 200 रनों से आगे पहुंचा दिया, लेकिन लेकिन भारतीय टीम कोई भी मज़बूत साझेदारी बनाने में कामयाब नहीं हो सकी और उसका प्रमुख कारण यानसन थे।
मयंक अग्रवाल और राहुल ऐसे लग रहे थे जैसे वे पहले घंटे में 36 रन बनाकर एक और ठोस मंच बना रहे हों। हालांकि, ड्रिंक्स ब्रेक के तुरंत बाद यानसन ने अग्रवाल को एक गेंद फ़ेंकी, जिससे उन्होंने ड्राइव करने के लिए ललचाया। यह गेंद अच्छी लंबाई पर नहीं थी। अग्रवाल शुरू से ही सकारात्मक थे। उनके पहले तीन स्कोरिंग शॉट सभी बेहतरीन बाउंड्री पर थे और वह रन बनाने के मौक़ों को जाने नहीं देना चाहते थे। इसके बाद वह ड्राइव के लिए गए और डिकॉक के संन्यास लेने के बाद विकेटकीपिंग कर रहे वेरेन ने उनका कैच लपक लिया।
ऑलिवियेर की गति 130 किमी प्रति घंटा के करीब भी नहीं थी, लेकिन लेंथ से मिली उछाल ने अहम भूमिका निभाई। यानसन को भी उनकी लंबाई की वजह से अधिक उछाल मिला।
बल्लेबाज़ी क्रम में कोहली के नहीं होने का का मतलब था कि राहुल को और भी अच्छी वापसी और हनुमा विहारी को पुनर्निर्माण की ज़रूरत थी। उन्होंने कुछ समय के लिए ऐसा किया। लेकिन जब कगिसो रबाडा और अतिरिक्त उछाल ने फिर से काम करना शुरू कर दिया तो काम बिगड़ गया। एक बैक ऑफ़ लेंथ गेंद विहारी के बल्ले के अंदरूनी किनारे को छूती हुई थाई पैड पर लगी और शॉर्ट लेग पर डुसें ने बायीं ओर डाइव लगाकर एक बेहतरीन कैच लपक लिया।
मुख्य विकेट तब गिरा जब राहुल ने आक्रमण करने के लिए ग़लत गेंद को चुना और वह भी केवल अर्धशतक लगाने के तुरंत बाद। यानसन ने शॉर्ट लेंथ की, लेकिन राहुल ने उछाल के साथ पूरी तरह से सामंजस्य नहीं बैठाया, जिसका मतलब था कि उनके पुल में वह टाइमिंग नहीं थी और गेंद फाइन लेग के फिल्डर के हाथों में समां गई। इसके बाद यानसन ने ऋषभ पंत को खूबसूरत गेंद पर आउट किया। बायें हाथ के बल्लेबाज़ को अचानक अंदर आती गेंद, जो अब से पहले उसी लाइन और लेंथ पर बाहर निकल रही थी। उन्होंने बल्ला लगाया और गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेती हुई कीपर तक पहुंच गई।
अश्विन ने अपने शॉट्स खेलने का फैसला किया था। उन्होंने कुछ खूबसूरत शॉट खेलकर रन बटोरे, लेकिन साझेदारी नहीं होने की वजह से उन्हें स्कोर करने के विकल्पों को खोजना पड़ा। इसका नतीज़ा यह था कि एक ग़लत समय पर स्लैश करके यानसन को वह चौथा विकेट थमा चुके थे।
भारत के गेंदबाज़ों ने साउथ अफ़्रीका के शीर्ष क्रम का पहले टेस्ट की ही तरह पूरी तरह से इम्तिहान लिया। मोहम्मद शमी ने मारक्रम को भी जल्दी ही फंसा दिया। और बुमराह की गेंद पर कीगन पीटरसन को भी जीवनदान मिला। बल्ले का बाहरी किनारा लेती हुई गेंद पंत के दस्तानों में नहीं समा सकी, उन्होंने दायीं ओर डाइव लगाई, एक हाथ से कैच लपकने का प्रयास किया लेकिन विफल रहे। भारत के लिए एक और गंभीर चिंता यह थी कि मोहम्मद सिराज अपने चौथे ओवर के दौरान दाहिने हैमस्ट्रिंग को पकड़कर चल रहे थे। सिराज ने डीन एल्गर को पूरी तरह से फंसाकर रखा था, एक के बाद एक बेहतरीन गेंद उनको परेशान कर रही थी। वैसे अगर सिराज इस मैच में आगे गेंदबाज़ी नहीं कर पाते हैं तो यह भारत के लिए बड़ा झटका हो सकता है।
सौरभ सोमानी ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।