हसरंगा और धनंजय विकेटों के बीच दौड़ लगाते हुए • Ishara S.Kodikara/AFP/Getty Images
श्रीलंका 3 विकेट पर 82 रन (डीसिल्वा 23*, आर चाहर 3-15) ने भारत 8 विकेट पर 81 रन (यादव 23*, हसरंगा 4-9, शनका 2-20) को सात विकेट से हराया
श्रीलंकाई लेग स्पिनर वानिंदु हसरंगा ने अपने चार ओवरों के दौरान भारतीय बल्लेबाज़ों को काफी परेशान किया और लगातार बहुमूल्य विकेट झटकते रहे। वहीं दसून शनका ने शुरुआती मध्य ओवरों में दो विकेट लिए और दुश्मांता चमीरा ने नई गेंद के साथ-साथ अंत के ओवरों में भी भारतीय टीम पर लगातार दबाव बनाए रखा। श्रीलंकाई टीम अपने गेंदबाज़ों के इस शानदार प्रदर्शन के बदौलत भारत को 20 ओवरों में 81 रन पर रोकने में कामयाब रही।
दूसरे टी-20 से भारतीय टीम शायद अपने सबसे कमजोर खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतर रही थी। कोरोना संक्रमण से प्रभावित होने के कारण कई बल्लेबाज़ भारतीय टीम से बाहर थे। इसके बाद दूसरे मैच में नवदीप सैनी भी चोटिल हो गए। हालांकि इस बात में कोई दो मत नहीं है कि श्रीलंकाई टीम ने इस पूरी सीरीज़ में आज सबसे ज्यादा अच्छा क्षेत्ररक्षण और सटीक गेंदबाज़ी का मुजाहिरा किया। आज के मैच की पिच में गेंद काफी ज्यादा घूम रही थी और रूक कर भी आ रही थी। इसके बावजूद 81 रनों को कुल योग किसी भी तरीके से इस पिच पर काफी नहीं था। हालांकि यह भी सच था कि जिस प्रकार की परेशानी भारतीय बल्लेबाजों को हुई, वो श्रीलंकाई बल्लेबाजों को भी होना था।
फिर भी श्रीलंका के बल्लेबाजों ने 33 गेंदों और सात विकेट शेष रहते हुए आराम से लक्ष्य का पीछा किया। 2019 के बाद यह उनकी पहली टी-20 श्रृंखला जीत थी, और द्विपक्षीय श्रृंखला में भारत के खिलाफ यह उनकी पहली जीत थी।
हसरंगा की गेंदबाज़ी का बेहतरीन रंग श्रींलका के काम आया
श्रीलंका के इस बेहतरीन गेंदबाज़ के क्रीज पर आने से पहले ही भारत दो विकेट खो चुका था। शिखर धवन को पहले ओवर में चमीरा ने वाइड स्लिप पर आउट किया और ऑफ स्पिनर रमेश मेंडिस ने चौथे ओवर में देवदत्त पड़िक्कल को पगबाधा आउट किया। इसके बाद हसरंगा आए, जो आज अपना 24वां जन्मदिन मना रहे थे और पहले ही ओवर में दो महत्वपूर्ण बल्लेबाज़ो को आउट कर भारतीय टीम को बड़ा झटका दिया। उन्होंने अपने पहले ओवर की चौथी गेंद पर संजू सैमसन को एक तेज लेगब्रेक गेंद पर फंसाया। इसके ठीक दो गेंदों के बाद हसरंगा ने एकबार फिर भारत को झटका दिया और इस बार पवेलियन जाने की बारी ऋतुराज गायकवाड़ की थी।
बाद में उन्होंने भुवनेश्वर कुमार को एक्स्ट्रा कवर पर और वरुण चक्रवर्ती को शॉर्ट मिडविकेट पर कैच आउट कराया। उन्होंने अपने चार ओवरों में 9 रन देकर 4 विकेट झटके, जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
बीच के ओवरों शनका ने भारतीय टीम पर कसी नकेल
हसरंगा का ओवर खत्म होने बाद भारत का स्कोर 4 विकेट खोकर 25 रन था। इसके बाद भारतीय बल्लेबाज़ सतर्क हो चके थे और सावधानी से अपने शॉट्स का चयन कर रहे थे। हालांकि इसके बावजूद शनका 2 विकेट लेने में कामयाब रहे और भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी को पूरी तरह से ध्वस्त करने का काम किया। उनकी एक धीमी गेंद पर नितीश राणा अपने पुश को जमीन पर रखने में कामयाब नहीं हुए और फॉलो थ्रू में शनका ने बाईं ओर गोता लगाते हुए, एक दर्शनीय कैच लिया। इसके बाद उन्होंने चाहर को एक बाउंसर गेंद डाला और रैंप शॉट लगाने के चक्कर में चाहर कीपर को आसान सा कैच थमा बैठे। शनका ने अपने 4 ओवर में 20 रन देकर 2 विकेट लिए।
चाहर की गेंदबाज़ी ने जगाई भारतीय खेमे में आस
पिच पर गेंद काफी घूम रही थी। इसके बावजूद 82 रन के टारगेट के साथ मैच जीतना काफी मुश्किल था। हालांकि चाहर ने अपनी लेग स्पिन गेंदबाज़ी की शानदार प्रदर्शनी दिखा कर,एक वक्त के लिए भारतीय खेमे में उम्मीद जगा दी थी। पहले उन्होंने फॉर्म में चल रहे आविष्का का एक रिटर्न कैच लिया। इसके कुछ ही देर बाद उन्होंने मिनोद भानुका को पगबाधा आउट किया। उनका तीसरा विकेट, उन्हें शायद उनके स्पेल के सबसे शानदार गेंद पर मिला। जब उन्होंने समराविक्रमा को एक टॉप स्पिन गेंद पर बोल्ड कर दिया। चाहर ने अपने 4 ओवरों में 15 रन खर्च किए और 3 विकेट लिया।
धनंजय की धैर्यपूर्ण बल्लेबाज़ी
ऐसा लग रहा था कि पिछले दोनों मैच धनंजय डी सिल्वा की टी-20 बल्लेबाजी की शैली के लिए बनाए गए थे, जिसमें दो छोटे लक्ष्य का पीछा करना था। उन्होंने सुनिश्चित किया कि वह लगातार दूसरी रात भी बढ़िया बल्लेबाज़ी करें और मैच के खत्म होने तक क्रीज पर जमे रहें। उन्होंने 20 गेंदों पर नाबाद 23 रन बनाए। उनके साथ हसरंगा क्रीज पर थे, उन्होंने 9 गेंदों में 14 रन बनाए।