विदर्भ 105 और 248 पर 5 (वड़कर 56*, हर्ष 11*) को मुंबई 224 और 418 (मुशीर 136, श्रेयस 95, अजिंक्य 73, मुलानी 50*, हर्ष 5-144, यश 3-79) को हराने के लिए 290 रनों की आवश्यकता है
मुंबई के ख़िलाफ़ वानखेड़े स्टेडियम में चल रहे रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल के चौथे दिन विदर्भ की टीम ने बेहतरीन जुझारूपन दिखाया। हालांकि, अब भी मैच मुंबई की ओर झुका हुआ है। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक विदर्भ की टीम को जीत के लिए 290 रनों की जरूरत है। दूसरी ओर मुंबई को यह मैच अपने नाम करने के लिए पांच विकेट लेने होंगे।
चौथे दिन की बात करें तो ओपनिंग बल्लेबाज़ों ध्रुव शौरी और अथर्व तायड़े ने पहले घंटे में विदर्भ को कोई झटका नहीं लगने दिया था। दोनों बल्लेबाज़ों ने बढ़िया डिफेंस दिखाते हुए ढीली गेंदों को बाउंड्री के बाहर भी भेजा। हालांकि, दो गेंद के भीतर दोनों के विकेट लेकर मुंबई ने विदर्भ को मुश्किल में डालने की कोशिश की थी।
तायड़े को शम्स मुलानी ने 32 के निजी स्कोर पर पगबाधा आउट किया तो वहीं शौरी 28 रन बनाकर तनुष कोटियान की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए। कोटियान की यह गेंद किसी भी ऑफ़ स्पिनर के लिए ड्रीम गेंद थी। ऑफ़ स्टंप के बाहर टप्पा खाने के बाद गेंद इतनी तेज़ी से घूमकर अंदर आई कि बैकफुट पर जा चुके शौरी अपना विकेट नहीं बचा पाए।
इसके बाद अमन मोखाड़े और करुण नायर ने मुंबई के गेंदबाज़ों को खूब छकाया। लगभग 26 ओवरों तक दोनों ने अपनी टीम को कोई झटका नहीं लगने दिया और इस बीच बेहतरीन डिफेंस का नमूना पेश किया। इन दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 54 रनों की साझेदारी हुई, लेकिन इनके डिफेंसिव खेल ने मुंबई के गेंदबाज़ों को ख़ूब परेशान किया।
32 के निजी स्कोर पर जब मोखाड़े को मुशीर खान ने पगबाधा आउट किया तब इस साझेदारी का अंत हुआ। थोड़ी ही देर बाद कोटियान ने यश राठौड़ को पगबाधा करते पारी में दूसरी बार विदर्भ को दोहरा झटका दिया। नायर एक छोर संभालकर खड़े थे, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से वो साथ नहीं मिल पा रहा था जिसकी उन्हें जरूरत थी।
कप्तान अक्षय वड़कर ने यहां से नायर का साथ देना शुरू किया और विदर्भ का सकारात्मक खेल जारी रहा। पांचवें विकेट के लिए दोनों के बीच 90 रनों की शानदार साझेदारी हुई। इस साझेदारी में रन भी अच्छी गति से आए और मुंबई की टीम के ऊपर दबाव भी पड़ा। हालांकि, दिन का खेल समाप्त होने से पांच ओवर पहले नायर के रूप में मुंबई को काफ़ी बड़ी सफ़लता मिल गई थी।
मुशीर ने 74 रन बनाकर खेल रहे नायर को विकेटकीपर हार्दिक तामोरे के हाथों कैच आउट कराया। यह विकेट मुंबई के लिए इसलिए भी बहुत बड़ा था क्योंकि नायर ने 220 गेंदों का सामना कर लिया था और वह एकदम सेट नजर आ रहे थे। दिन का खेल खत्म होने तक वड़कर 56 और हर्ष दुबे 11 रन बनाकर नाबाद हैं।