क्लीन बोल्ड कर दिया है, गुड लेंथ पर पड़ने के बाद सीधी रही और स्टंप को बिखेर दिया, कुलकर्णी अपने फर्स्ट-क्लास करियर का अंत विकेट के साथ करेंगे, मुंबई ने फ़ाइनल जीत लिया है, पूरी टीम इसका जश्न मना रही है, वानखेड़े स्टेडियम इसका जश्न मना रहा है, ढोल बज रहे हैं, लोग नाच रहे हैं, हर कोई कुलकर्णी को बधाई दे रहा है, रहाणे की कप्तानी में मुंबई ने एक और बार रणजी फाइनल जीता है, कुलकर्णी की आंखों में आंसू हैं, वो आगे-आगे चल रहे हैं और उनके पीछे पूरी मुंबई की टीम चल रही है,
मुंबई vs विदर्भ, फ़ाइनल at मुंबई, रणजी ट्रॉफ़ी, Mar 10 2024 - गेंंद दर गेंद कॉमेंट्री
अंत में वो लम्हा आ गया है जब रणजी ट्रॉफ़ी रहाणे के हाथ में थमा दी गई है। उन्होंने कुलकर्णी को ट्रॉफ़ी पकड़ाई है और सभी खिलाड़ी फोटो खिंचवाने के लिए खड़े हुए हैं। यह फोटो हर खिलाड़ी के लिए यादगार रहने वाली है। इसी के साथ हमें भी दीजिए इजाजत।
2:02 PM: मुंबई के खिलाड़ियों को व्यक्तिगत मेडल मिल रहे हैं और कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पांच करोड़ रूपये का चेक प्राप्त किया है। आइए सुनते हैं उन्होंने क्या कहा, "अपनी टीम के बारे में बोलने से पहले मैं विदर्भ की तारीफ़ करना चाहूंगा क्योंकि 538 जैसे विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए हार मान जाना आसान होता है, लेकिन उन्होंने जबरदस्त खेल दिखाया। हमारी टीम के लिए यह स्पेशल लम्हा है। पिछले सीजन हमें दुख हुआ था कि हम एक रन से क्वालीफाई नहीं कर पाए। एसोसिएशन को धन्यवाद क्योंकि पूरे सीजन उन्होंने हमारी सभी जरूरतों को पूरा किया। मैंने भले ही कम रन बनाए हैं, लेकिन खुश हूं कि हम ट्रॉफ़ी जीतने में कामयाब रहे। टीम स्पोर्ट में आप कई तरीके से अपना योगदान दे सकते हैं। क्रिकेटर्स के करियर में पड़ाव आते हैं और आपको उसकी कद्र करनी चाहिए। कुलकर्णी के बारे में मैं जो भी कहूं वह कम होगा। मुंबई क्रिकेट में उनका योगदान काफी बड़ा रहा है। उन्होंने पिछले 3-4 साल में अपना अनुभव भी काफ़ी अच्छे से शेयर किया है। "
1:58 PM: विदर्भ के कप्तान अक्षय वड़कर ने उपविजेता की ट्रॉफ़ी और तीन करोड़ रूपये का चेक हासिल किया है और अब जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा। "'टूर्नामेंट में एक पारी ऐसी आती है और दुर्भाग्य से फ़ाइनल में वो पारी आ गई। हमारी बल्लेबाज़ी लगातार अच्छा कर रही थी, लेकिन फ़ाइनल में हम ऐसा नहीं कर पाए। 224 के स्कोर पर मुंबई को समेटने के बाद हमारे पास बड़ी बढ़त लेने का मौका था, लेकिन मुंबई ने भी अच्छई गेंदबाज़ी की। हमारी ओपनिंग जोड़ी बहुत जल्दी टूट गई और वहां से वापसी करना आसान नहीं था। पिच पर बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं था, लेकिन मुंबई ने दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करते हुए शानदार खेल दिखाया। अय्यर ने जिस तेजी से रन बनाए उससे मोमेंटम फिर हमारे पास आ ही नहीं पाया।"
तनुष कोटियान, प्लेयर ऑफ द सीरीज़: सीजन की शुरुआत में हम बात कर रहे थे कि दो सीजन पहले हम उपविजेता रहे थे और फिर पिछले सीजन एक रन के कारण क्वालीफाई नहीं कर पाए। इस बार सबकी यही सोच थी कि ट्रॉफ़ी उठानी है। पिछले सीजन मैंने अच्छा खेला था, लेकिन इस सीजन से पहले मैंने बल्लेबाज़ी कोच, अज्जू भाई और अपने पिता के साथ मिलकर काफ़ी काम किया। हमारे पास खिलाड़ी, कोच और नेशनल टीम के लिए खेल चुके लोग भी हैं। सुधार लाना है तो मेहनत करनी होगी। 10 मैच खेलना आसान नहीं होता है, लेकिन पूरी टीम ने काफ़ी शानदार खेल दिखाया।
मुशीर खान: फ़ाइनल मैच की वजह से मेरी पारी काफ़ी अहम थी। मुंबई के लिए अधिक से अधिक समय तक खड़े रहना चाहता था और साझेदारियां बनाना चाहता था। रहाणे के साथ खेलने में मजा आया और उन्होंने लगातार मुझे समझाया कि क्या करना है। मुंबई की ड्रेसिंग रूम का हिस्सा होना गर्व की बात है क्योंकि इस टीम में बहुत से दिग्गज खिलाड़ी हैं। अभी अपने प्रोसेस पर ध्यान देना चाहता हूं और भविष्य के बारे में अधिक नहीं सोच रहा।
19 वर्षीय मुशीर खान शतक लगाने और जरूरी विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए हैं।
1:50 PM: विवेक राजदान प्रजेंटेशन सेरेमनी के लिए तैयार हैं और पहला अवार्ड धवल कुलकर्णी को स्पेशल अवार्ड के रूप में दिया जाएगा।
शार्दुल ठाकुर: बहुत ख़ास है यह जीत। जब मैंने डेब्यू किया था तब रणजी ट्रॉफ़ी जीती थी। पिछले कुछ सीजन में हमने सीनियर खिलाड़ियों के बिना भी ट्रॉफ़ी जीती है। जून से ही हमने तैयारी शुरू कर दी थी और अब मार्च में ट्रॉफ़ी उठाने का मौका मिला है। मुझे कठिन परिस्थितियों में खेलना पसंद है क्योंकि आसान परिस्थितियों में तो कोई भी खेल सकता है। मैं मुश्किल से अपनी टीम को बाहर निकालकर लाना पसंद करता हूं जिससे विपक्षी टीम पर मानसिक दबाव डाला जा सके।
धवल कुलकर्णी: हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वह जब शुरुआत करे और जब अंत करे तो वह ऊंचाई पर रहे। मेरे लिए यह फ़ाइनल बहुत मायने रखता है क्योंकि मैंने छह फ़ाइनल खेले हैं और पांचवीं बार विजय प्राप्त किया है। रहाणे ने जब मुझे ओवर दिया था तो मैं खुश था, लेकिन मैंने इसके बारे में सोचा नहीं था। तुषार ने भी अच्छी चीज़ की क्योंकि दो विकेट लेने के बाद अगला ओवर नहीं डालना भी बड़ी बात है।
1:32 PM: मुंबई ने 42वीं बार रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल जीत लिया है। मैच शानदार रहा और पांचवें दिन के दूसरे सेशन में इसका परिणाम निकल पाया। पहली पारी में शार्दुल ठाकुल ने मुंबई की बिखर चुकी पारी को संभाल लिया था, लेकिन विदर्भ को उनकी पहली पारी संभालने वाला कोई नहीं मिला। दूसरी पारी में मुंबई की बल्लेबाज़ी का दम देखने को मिला था। विदर्भ ने भी दूसरी पारी में जोरदार खेल दिखाया और एक समय मुंबई को थोड़ी परेशानी में भी डाल दिया था।
गुड लेंथ स्टंप लाइन में, उमेश ने पूरी ताकत से बल्ला घुमाया था, अंदरुनी हिस्सा लेकर डीप स्क्वायर लेग बाउंड्री के बाहर निकली गेंद
लेग स्टंप लाइन में गुड लेंथ, फ्लिक के प्रयास में चूके और सीधे पैड पर लगी
आदित्य ठाकरे आखिरी बल्लेबाज़ के रूप में आए हैं
क्लीन बोल्ड कर दिया है, गुड लेंथ ऑफ स्टंप की लाइन में, स्लॉग स्वीप लगाने की कोशिश थी, पूरी तरह गेंद को मिस कर गए और सीधे जाकर गिल्लियां बिखेर दी गेंद ने
गुड लेंथ ऑफ स्टंप की लाइन से बाहर, पूरी तरह बीट किया डिफेंस में
गुड लेंथ ऑफ स्टंप के बाहर, रिवर्स स्वीप के प्रयास में बीट हुए
फुलर गेंद ऑफ स्टंप लाइन में, जोर से मारने का प्रयास था, लॉन्ग ऑन की ओर गई गेंद
गुड लेंथ ऑफ स्टंप की लाइन में, वापस गेंदबाज के पास खेला
गुड लेंथ ऑफ स्टंप के बाहर, वापस गेंदबाज के पास खेला
इस बार संपर्क बढ़िया, पता था कि शॉर्ट पिच गेंद ही आने वाली है, पहले से ही बैकफुट पर तैयार थे, पुल किया और पूरी तरीके से कनेक्ट किया, डीप मिडविकेट बाउंड्री के बाहर छह रन के लिए
फ़िज़ियो मैदान में आए हैं कन्कशन चेक के लिए। ऐसा लग रहा है कि ठाकुर बल्लेबाज़ी जारी रखने के लिए सहज हैं
एक और बाउंसर शरीर को टार्गेट करता हुए, पुल के लिए गए थे, लेकिन पूरी तरह मिस कर गए गेंद को, सीधे हेलमेट के ऊपरी हिस्से पर लगी
फुलर गेंद लेग स्टंप की लाइन में, डीप स्क्वायर लेग के पास खेला
एक और शॉर्ट पिच गेंद, पुल के लिए गए, लेकिन कनेक्ट नहीं कर पाए, शरीर पर लगी गेंद
बैक ऑफ लेंथ शरीर पर, फ्लिक के प्रयास में चूके और पैड पर लगी
उमेश यादव आए हैं क्रीज़ पर
राउंड द विकेट आए और शरीर की लाइन में शॉर्ट पिच गेंद फेंकी, पुल करने के लिए बिलकुल पोजीशन में नहीं थे, मिडऑन पर रहाणे के लिए एक आसान कैच, काफ़ी तेजी से सिमटती हुई विदर्भ की पारी
गुड लेंथ ऑफ स्टंप के बाहर, आगे निकले और जोर से मारने की कोशिश की, कनेक्शन अच्छा नहीं, मिडविकेट के पास गई गेंद
गुड लेंथ ऑफ स्टंप के बाहर, बड़ा शॉट खेलने की कोशिश थी, पूरी तरह बीट हुए
गुड लेंथ ऑफ स्टंप की लाइन में, आगे निकलकर खेला वापस गेंदबाज़ के पास
गुड लेंथ स्टंप लाइन में, डीप स्क्वायर लेग के पास खेला
फुल गेंद स्टंप लाइन में, पैड स्वीप का प्रयास था, कनेक्शन नहीं बना पाए
रणजी ट्रॉफ़ी
टीम | M | W | L | D | अंक | भागफल |
---|---|---|---|---|---|---|
विदर्भ | 7 | 5 | 1 | 1 | 33 | 1.351 |
सौराष्ट्र | 7 | 4 | 1 | 2 | 29 | 1.592 |
सर्विसेज़ | 7 | 2 | 1 | 4 | 25 | 1.625 |
हरियाणा | 7 | 3 | 2 | 2 | 24 | 1.616 |
राजस्थान | 7 | 2 | 2 | 3 | 19 | 1.028 |
झारखंड | 7 | 2 | 2 | 3 | 16 | 0.717 |
महाराष्ट्र | 7 | 1 | 3 | 3 | 12 | 0.914 |
मणिपुर | 7 | 0 | 7 | 0 | 0 | 0.224 |
टीम | M | W | L | D | अंक | भागफल |
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मुंबई | 7 | 5 | 1 | 1 | 37 | 1.647 |
आंध्रा | 7 | 3 | 1 | 3 | 26 | 1.177 |
बंगाल | 7 | 2 | 2 | 3 | 19 | 1.314 |
केरल | 7 | 1 | 1 | 5 | 17 | 1.093 |
छत्तीसगढ़ | 7 | 1 | 1 | 5 | 16 | 1.082 |
यूपी | 7 | 1 | 0 | 6 | 14 | 1.038 |
असम | 7 | 1 | 4 | 2 | 8 | 0.680 |
बिहार | 7 | 0 | 4 | 3 | 5 | 0.419 |