भारत 148 पर 4 (श्रेयस 73*, कुमारा 2-39) ने श्रीलंका 146 पर 5 (शनका 74*, आवेश 2-23) को छह विकेट से हराया
आवेश ख़ान और मोहम्मद सिराज ने शुरुआती ओवरों में कमाल की तेज़ गेंदबाज़ी का मुज़ायरा करते हुए धर्मशाला में खेले गए तीसरे टी20 में श्रीलंका के शुरुआती क्रम को उखाड़ फेंका। 29 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद कप्तान दसून शनका की 38 गेंद में 74 रन की पारी भी उनको इससे उभार नहीं सकी। यह तो वह भारतीय गेंदबाज़ों के अतिरिक्त रन (24) थे जो श्रीलंका की पारी के दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर रहे। श्रीलंका के कप्तान शनका ने 194.73 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए लेकिन उनके बाद कोई भी बल्लेबाज़ ऐसा कमाल नहीं कर सका।
श्रीलंका भारतीय टीम को केवल 147 रनों का लक्ष्य दे पाया और इसे पाने में भारतीय टीम को कभी मुश्किल नहीं आई, श्रेयस अय्यर ने लगातार तीसरे मैच में नाबाद अर्धशतक लगाकर श्रीलंका के गेंदबाज़ों को इस बार भी ध्वस्त कर दिया। इस मैच में गेंदबाज़ी नहीं करने वाले रवींद्र जाडेजा ने नाबाद 22 रन बनाकर यह पक्का किया कि भारत की बल्लेबाज़ी में गहराई का कोई टेस्ट नहीं हो।
भारत ने यह सीरीज़ 3-0 से जीत ली है और यह उनकी इस प्रारूप में लगातार 12वीं जीत है। अब इस साल के अंत में होने वाले टी20 विश्व कप में बस थोड़ा ही समय बचा है और ऐसे में उम्मीद है कि भारतीय टीम विश्व कप आने तक अपनी कुछ कमज़ोरियों को पूरा कर लेगा।
नई रणनीति, नई दिक्कतें
दूसरे टी20 में श्रीलंका के ओपनरों ने कोशिश की कि शुरुआत में कोई विकेट नहीं गंवाया जाएं, जहां पर धर्मशाला की पिच नई गेंद से स्विंग और सीम मूवमेंट दे रही थी। उनके ओपनरों ने 67 रन जोड़े और बाद में स्कोर 183 तक पहुंचा और भारत 17 गेंद शेष रहते यह मैच जीत गया।
इसी वजह से श्रीलंका के शीर्ष क्रम ने तीसरे मैच में ज़्यादा चांस लिए लेकिन यह भी उनके लिए काम नहीं आया। विकेट पर मौजूद बाउंस ने उनके लिए मुश्किल खड़ी कर दी। पथुम निसंका और चरिथ असलंका दोनों ही आवेश की गेंद पर शॉट खेलने के प्रयास में आउट हो गए। इससे पहले, सिराज ने अपने पहले ही ओवर में दनुष्का गुनातिलका को इन साइड ऐज़ पर बोल्ड कर दिया था। श्रीलंका की हालत तब और बिगड़ गई जब जेनिथ लियानगे नौवें ओवर में बिश्नोई की गुगली पर बोल्ड हो गए। अब स्कोर 29 रन पर चार विकेट था।
श्रीलंका की अगली दो साझेदारियां 31 रन और नाबाद 86 रनों की थी, यहां दिनेश चांदीमल और चमिका करुणारत्ने का काम केवल नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े रहने का था, कयोंकि कप्तान शनका ने शुरुआत तो सतर्कता के साथ की लेकिन 16वें ओवर तक वह 19 गेंद में 25 रन बना चुके थे।
इसके बाद दूसरे मैच की तरह उन्होंने भारतीय गेंदबाज़ों पर डेथ ओवरों में क्लीन हिट लगाए। ख़ासकर तब जब वह बॉटम हैंड का उपयोग करके लोअर फुल टॉस को बाउंड्री पर भेज रहे थे। सिराज, बिश्नोई और हर्षल महंगे साबित हुए, लेकिन तीन ओवर में केवल चार रन देने वाले आवेश ने अपने आख़िरी ओवर में 19 रन दे डाले, इसी वजह से श्रीलंका ने आख़िरी चार ओवरों में 56 रन निकाल लिए।
चमीरा ने दोबारा लिया रोहित का विकेट
शनिवार को हेलमेट में चोट लगने के बाद इशान किशन के इस मैच से बाहर होने के बाद रोहित शर्मा के साथ संजू सैमसन एक नए सलामी जोड़ीदार के साथ उतरे। रोहित ने श्रीलंका के ओपनरों की तरह ही रणनीति अपनाई और वह इस बार भी जल्द आउट हो गए। वह दुश्मंता चमीरा को मिडऑन के ऊपर से मारने के चक्कर में मिडऑफ पर कैच दे बैठे। यह छठां मौक़ा था जब चमीरा ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय में रोहित को आउट किया, इस प्रारूप में किसी अन्य गेंदबाज़ ने किसी भी बल्लेबाज़ को पांच से ज़्यादा बार आउट नहीं किया है।
श्रेयस ने संभाली कमान
श्रेयस एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन तेज़ गति और कम लेंथ की गेंद के ख़िलाफ़ उनकी बल्लेबाज़ी हमेशा सवालों के घेरे में रही है। लाहिरू कुमारा की पहली गेंद 147 किमी प्रति घंटा की गति से थी, जिसे सैमसन ने लेग साइड में सिंगल के लिए टरका दिया। अगली गेंद का सामना करने वाले श्रेयस ने इस तरह की गेंद का सामना करने की उम्मीद करते हुए ख़ुद को पीछे ख़ींचा, क्योंकि 20 गज़ के बाहर दो फ़ील्डर डीप स्क्वायर लेग और डीप मिडविकेट पर तैनात थे। गेंद ठीक वहीं गिरी जहां श्रेयस चाहते थे, और उन्होंने उसे चौके के लिए प्वाइंट के ऊपर से स्लैस कर दिया।
अगली गेंद को ओवरपिच किया गया और श्रेयस ने इसे कवर प्वाइंट और एक्स्ट्रा-कवर के बीच से कवर ड्राइव करके सहलाया। वह पहले से ही शानदार लय में दिख रहे थे लक्ष्य विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण नहीं था, लेकिन भारत के लिए सवाल यह था कि उनकी बाक़ी अनुभवहीन लाइन-अप कैसा प्रदर्शन करेगी।
जैसा कि हुआ भी। सैमसन और दीपक हुड्डा ने उम्मीद के मुताबिक शुरुआत की, लेकिन उन्होंने क्रमशः 18 और 21 रन बनाए। जब वेंकटेश अय्यर 13वें ओवर में चौथे विकेट के तौर पर आउट हुए तो भारत को 46 गेंद में 44 रन चाहिए थे और छह विकेट हाथों में थे।
एक और विकेट ने भले ही श्रीलंका को प्रतियोगिता में वापस ला दिया हो, लेकिन श्रेयस और जाडेजा का अनुभव डगमगाया नहीं। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 27 गेंद में नाबाद 45 रन की साझेदारी की और 19 गेंद शेष रहते जीत दिला दी।
कार्तिक कृष्णास्वामी ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।