जीत के साथ भारत ने की सीरीज़ की शुरुआत
स्मृति मांधना: [हरमनप्रीत पर] वह ठीक हैं और मेडिकल टीम की निगरानी में हैं। हमने काफ़ी अच्छी शुरुआत की। उमा ने शुरुआत में शानदार बल्लेबाज़ी की। जब से जेमी क्रीज़ पर आई, उसे खेलते देखना कमाल का अनुभव था। मुझे बस उसे स्ट्राइक देनी थी। गेंदबाज़ों को भी बड़ा श्रेय जाता है कि उन्होंने इतनी ओस में बेहतरीन गेंदबाज़ी की। जीत के बाद भी हम यह समीक्षा करेंगे कि एक बल्लेबाज़ी इकाई के रूप में हम कहां बेहतर कर सकते थे। जिस तरह की शुरुआत मिली थी, उससे 200+ का स्कोर बन सकता था। गेंदबाज़ी को लेकर भी सुधार की गुंजाइश है। जीतने के बाद खेल का विश्लेषण करने का यह सबसे अच्छा समय होता है।
जेमिमाह रोड्रिग्स (प्लेयर ऑफ़ द मैच): मैं बहुत ख़ुश हूं, लेकिन उससे भी अधिक खुश इस बात पर हूं कि राधा ने [डॉटिन का] वह कैच पकड़ा, जिसे स्मृति और मैंने ड्रॉप कर दिया था। हाल के दिनों में बहुत क्रिकेट खेली गई है, जिससे मानसिक रूप से तरोताज़ा रहना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। कल मैंने स्मृति से बात की थी कि अपनी पारी को कैसे सही गति दी जाए। मेरा गेम प्लान बहुत सरल था - हर गेंद पर सिंगल लेना और ढीली गेंदों को बोनस के रूप में खेलना। सर ने मुझे कहा था कि आख़िर तक बल्लेबाज़ी करनी है, तो मेरा प्लान था कि पांच-पांच ओवर के हिसाब से आगे बढ़ूं। हम शायद 10 रन और जोड़ सकते थे क्योंकि हमें पता है कि वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ डॉटिन और जोसेफ़ जैसी बल्लेबाज़ों के कारण मैच इधर-उधर जा सकता है। लेकिन मुझे गर्व है कि हमने ओस के बावजूद शानदार गेंदबाज़ी की। [फील्डिंग पर] मेहनत हमारे हाथ में है, और मैं बता सकती हूं कि हम फील्डिंग में अपनी पूरी जान लगा रहे हैं। मैं यह पुरस्कार अपनी सबसे अच्छी दोस्त को समर्पित करना चाहती हूं, जो यहां नहीं है।
हेली मैथ्यूज़: हमने गेंदबाज़ी में थोड़ी ढिलाई बरती। हमें अपने प्लान के हिसाब से गेंदबाज़ी करनी थी लेकिन हम उसे ठीक से अंजाम नहीं दे पाए। फ़ील्डिंग में भी हमने खु़द को निराश किया। हालांकि कुछ सकारात्मक चीज़ें भी थीं। जेम्स ने ऊपरी क्रम में और डॉटिन ने मिडल ऑर्डर में अच्छा प्रदर्शन किया। हम किसी भी स्कोर का पीछा करने का विश्वास रखते हैं, लेकिन उन्होंने 15-20 रन ज़्यादा बना लिए।
तितस साधु: हमने अच्छी गेंदबाज़ी की, लेकिन आने वाले मैचों में इसे और बेहतर कर सकते हैं। यहां आपको सही एरिया में गेंदबाज़ी करनी होती है क्योंकि यह पिच तेज़ गेंदबाज़ों की मदद करती है।
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम को जिस तरीक़े की हार मिली थी, उसके बाद किसी भी टीम का आत्मविश्वास डगमगाना साधारण सी बात है। हालांकि वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ मिली इस जीत के बाद भारतीय टीम का आत्मविश्वास काफ़ी ऊपर आया होगा। भारत ने आज कमाल की बल्लेबाज़ी की। हर एक बल्लेबाज़ ने अपनी भूमिकी बख़ूबी निभाई। जेमिमाह की 34 गेंदों में 74 और मांधना के 34 गेंदों में 53 रनों की पारी ने भारत के लिए बड़े स्कोर की नींव रखी। उसके बाद गेंदबाज़ी में भी तितास समेत सभी भारतीय गेंदबाज़ों ने कमाल का प्रदर्शन किया। हालांकि फ़ील्डिंग को लेकर भारतीय टीम अभी भी काफ़ी चिंतित होगी। आज के मैच में भी काफ़ी कैच छूटे। उम्मीद है कि आने वाले मैच में भारतीय टीम अपनी इस ग़लती पर काम करेगी।
दो जीवनदान के बाद पवेलियन लौटीं डॉटिन
WPL मैं में मिली बड़ी डील का जश्न मनाते हुए डॉटिन ने आज बेहतरीन पारी खेली और अर्द्धशतक लगाया। उन्हें दो जीवनदान भी मिला लेकिन वह इसका ज़्यादा लाभ नहीं ले पायीं। उनका एक कैच मांधना और एक कैच जेमिमाह ने छोड़ा था।
ओस की मौज़ूदगी के बावजूद भारतीय गेंदबाज़ों का अच्छा प्रदर्शन
ओस के कारण भले ही भारतीय गेंदबाज़ों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इसका फायदा वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज़ नहीं उठा पा रहे हैं। राधा ने हेनरी को पवेलियन पहुंचा दिया है। हेनरी राधा की धीमी गेंद को लांग ऑन के बाहर भेजना चाह रही थीं लेकिन गेंद की धीमेपन के कारण कनेक्शन अच्छा नहीं बना।
अर्धशतक से चूकीं जोसेफ़, तितास को मिली दूसरी सफलता
जोसेफ़ कमाल की पारी खेल रही थीं। अपनी आतिशी अंदाज़ से वह भारतीय गेंदबाज़ों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही थीं। हालांकि तितास ने बड़ी चालाकी से उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। जोसेफ़ फुलर गेंद का वेट कर रही थीं लेकिन तितास ने गति को कम करते हुए लेंथ को छोटा कर दिया और उनकी यह चाल सफल हो गई।
तितास के बाद दीप्ति को मिली सफलता
36 के स्कोर पर मेहमानों को दूसरा झटका लगा है। पहला विकेट गिरने के कैंपबेल और जोसेफ़ ने अच्छी बल्लेबाज़ी की लेकिन वह ज़रूरी रन रेट को कम नहीं कर सके। इसी दबाव के कारण दीप्ति की आर्म बॉल को पुल करने के प्रयास में कैंपबेल का विकेट गिरा। उस गेंद में बाउंस काफ़ी कम था और लेंथ भी पुल करने के लायक नहीं थी।
सफलता तितास को मिली लेकिन क्रेडिट मिन्नू को दिया जाए
अपने स्पैल के पहले ही ओवर में मैथ्यूज़ को आउट करके तितास ने भारत को बड़ी सफलता दिलाई है। हालांकि इसका क्रेडिट काफ़ी हद तक मिन्नू मनी को दिया जाना चाहिए। मैथ्यूज़ एक लेंथ गेंद को मिड विकेट की दिशा में उड़ा कर मारना चाह रही थीं लेकिन संपर्क काफ़ी ख़राब था और गेंद हवा में चली गई। मिड ऑन से दाहिने तरफ़ पूछे की ओर भागते हुए मनी ने डाइव किया और एक काफ़ी मुश्किल कैच पकड़ा
जेमिमाह और मांधना की बेहतरीन पारी, वेस्टइंडीज़ के सामने पहाड़ जैसा लक्ष्य
काफ़ी दिनों के बाद ऐसा देखने को मिला, जहां भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी पूरी तरह से सेटल नज़र आई। पहले मांधना और छेत्री ने कमाल की शुरुआत की शुरुआत की। उसके बाद मांधना और जेमिमाह के बीच एक अर्धशतकीय साझेदारी हुई। जब मांधना अर्धशतक लगा कर पवेलियन लौटीं तो जेमिमाह ने कमाल की बल्लेबाज़ी की और ऋचा ने उनका अच्छा साथ निभाया। 34 गेंदों में 74 रनों की पारी खेलते हुए जेमिमाह ने यह बता दिया है कि वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने की हक़दार हैं। पिच बल्लेबाज़ी के लिए काफ़ी आसान है। हालांकि इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए वेस्टइंडीज़ को एक आतिशी शुरुआत की आवश्यकता होगी।
जेमिमाह ने 28 गेंदों में जड़ा पचासा
जेमिमाह ने आज एक बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली है। हालांकि इससे भी ज़्यादा ज़रूरी बात यह है कि तीन नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए, किसी भारतीय बल्लेबाज़ ने एक अच्छी अर्धशतकीय पारी खेली है। भारत कई दिनों से इस क्रम के बल्लेबाज़ की तलाश में है। जेमिमाह आज शुरू से ही गेंद को काफ़ी अच्छी तरह से टाइम कर रही थीं। यह उनका 12वां T20I अर्धशतक है।
बड़े स्कोर की नींव रखने के बाद पवेलियन लौटीं मांधना
मांधना आज जिस तरह की लय में दिख रही थीं, ऐसा लगा कि वह सिर्फ़ अर्धशतक पर ही नहीं रूकेंगी। ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद को एक्सट्रा कवर के ऊफर से मारने के प्रयास में वह सर्कल में कैच दे बैठीं। हालांकि उसके बाद ऋचा घोष बल्लेबाज़ी करने आई हैं और वह काफ़ी तेज़ी से रन बटोर रही हैं। चार ओवर अभी भी शेष हैं और अगर जेमिमाह और ऋचा क्रीज़ पर जमे रहे तो भारतीय टीम आसानी से 200 के क़रीब जा सकती है।
मांधना का आतिशी अर्धशतक
30 गेंदों में मांधना ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया है। शुरुआत से ही मांधना काफ़ी अच्छी लय में नज़र आ रही थीं। उन्होंने शुरुआत में थोड़ा समय लिया और काफ़ी रिस्की शॉट खेले। हालांकि सेट हो जाने के बाद उनके बल्ले से लगातार रन निकल रहे हैं।
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मांधना और जेमिमाह के बीच शानदार साझेदारी
104 भारत ने 11.1 ओवरों में 100 रन के आंकड़े को पार कर लिया है। जेमिमाह और मांधना काफ़ी तेज़ी से रन बटोर रही हैं। पिछले दो ओवरों में 22 रन आए हैं। दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 33 गेंदों में 56 रनों की साझेदारी हो चुकी है। अब यहां से भारत 190 के आंकड़े छूने का प्रयास करेगा।
बड़ी स्कोर की नींव रख दी गई है
पहले छह ओवर में 50 रन बनाना और फिर अगले चार ओवर में एक विकेट गिरने के बावजूद 34 रन बनाना, एक बड़े स्कोर के लिए निश्चित रूप से मज़बूत नींव है। मांधना और रॉड्रिग्स अगर अगले पांच ओवरों में 40-50 रन बटोर लेती है तो उनके पास आराम से 170-180 के स्कोर तक पहुंचने का मौक़ा होगा
भारत को लगा पहला झटका
पहली 14 गेंदों पर 20 रन बनाने के बाद उमा छेत्री अगली 12 गेंदों पर सिर्फ़ चार ही रन बना पाईं। इसके बाद रन बनाने का दबाव उन पर साफ़ दिखने लगा था। रामहैरक की एक फ्लाइटेड गेंद को लेग साइड में फ्लिक करने के प्रयास में वह बोल्ड हो गईं। तीसरे नंबर पर आज जेमीमाह बल्लेबाज़ करने आई हैं। भारत पिछले कुछ समय से अपने स्थाई नंबर तीन बल्लेबाज़ की तलाश में है।
मांधना और छेत्री ने की अच्छी शुरुआत
50 पहले दो ओवरों में रक्षात्मक शुरुआत करने के बाद भारतीय टीम ने काफ़ी अच्छी शुरुआत की है। मांधना और छेत्री अच्छी लय में नज़र आ रही हैं। पावरप्ले के अंतिम ओवर में मांधना ने हेली के ख़िलाफ़ इस पारी का पहला सिक्सर भी लगाया। छेत्री तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ ऑफ़ साइड में काफ़ी अच्छी नज़र आ रही है। उन्होंने कई अच्छे ड्राइव खेले। पहले छह ओवरों में बिना किसी नुक़सान के 50 रन तक पहुंच जाना, एक अच्छी शुरुआत है।
छेत्री को मिला जीवनदान
उमा छेत्री ने पहले कुछ गेंदों पर रक्षात्मक अंदाज़ दिखाने के बाद बढ़िया काउंटर करते हुए, तीन अच्छे चौके लगाए। तीनों शॉट उन्होंने ऑफ़ साइड में लगाए। हालांकि इसके बाद हेनरी की उछाल लेती गेंद को बैकफ़ुट से पुश करने के प्रयास करने के प्रयास में वह किनारा दे बैठी थीं लेकिन स्लिप के फ़ील्डर ने कैच छोड़ दिया।
मांधना और छेत्री सलामी बल्लेबाज़
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में ड्रॉप होने के बाद शेफ़ाली वर्मा को इस सीरीज़ के लिए भी नहीं चुना गया है। आज के मैच में मांधना के साथ असम की विकेटकीपर बल्लेबाज़ उमा छेत्री ओपन कर रही हैं। ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज़ के दौरान एक मैच में प्रिया पुनिया ने और दो मैचों में ऋचा ने मांधना का साथ निभाया गया था। हालांकि अब उनके साथ एक नई बल्लेबाज़ हैं।
वेस्टइंडीज़ ने किया गेंदबाज़ी का फ़ैसला
हेली मैथ्यूज़ ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया है। टॉस हारने के बाद हरमनप्रीत कौर ने कहा, "हम निश्चित रूप से पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला करते। हमने भारत में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। साइमा ठाकर आज अपना T20I डेब्यू कर रही हैं। हम तीन तेज़ गेंदबाज़ के साथ खेलेंगे। मिन्नू मणि, राघवी बिष्ट, प्रिया मिश्रा और नंदिनी कश्यप इस मैच में नहीं खेल रही हैं।"
वहीं मैथ्यूज़ ने कहा, "हमने यहां काफ़ी अच्छा अभ्यास किया और परिस्थितियों के प्रति अनुकूलित होने का प्रयास किया है। यह एक ऐसा विकेट दिख रहा है, जो शायद दोनों पारियों में एक ही तरह का रहेगा।"
भारत की प्लेइंग XI: स्मृति मंधाना, उमा छेत्री, जेमिमाह रॉड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (कप्तान),ऋचा घोष, सजना सजीवन, दीप्ति शर्मा, राधा यादव,साइमा ठाकर,तितास साधु, रेणुका सिंह
वेस्टइंडीज़ की प्लेइंग XI: हेली मैथ्यूज़ (कप्तान), किआना जोसेफ़, शेमाइन कैंपबेल (विकेटकीपर), डिएंड्रा डॉटिन, चिनेल हेनरी, शबीका गजनबी, एफी फ्लेचर, जैदा जेम्स,मैंडी मैंगरू, शमीलिया कॉनेल, करिश्मा रामहर
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क्या भारतीय टीम के ख़िलाफ़ अपने रिकॉर्ड को ठीक कर पाएगी वेस्टइंडीज़ की टीम
वेस्टइंडीज़ के लिए यह T20 विश्व कप में न्यूज़ीलैंड से सेमीफ़ाइनल में हारने के बाद किसी भी फ़ॉर्मेट में उनका पहला मैच है। हालांकि इस फ़ॉर्मेट में भारत के ख़िलफ़ उनका रिकॉर्ड ज़्यादा अच्छा नहीं है। दोनों टीमों के बीच खेले गए 21 T20 मुकाबलों में वेस्टइंडीज़ ने 8 जीते हैं और 13 हारे हैं। वे इस रिकॉर्ड को सुधारने के लिए उत्सुक होंगे।