एबी डीविलियर्स ने सभी तरह के क्रिकेट से संन्यास लिया
उनका कहना है कि "37 साल की उम्र में वो लौ अब उतनी तेज़ नहीं जलती"

एबी डिविलियर्स ने सभी तरह के क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। इससे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु सहित सभी फ्रेंचाइज़ी टी20 लीग के साथ उनका जुड़ाव समाप्त हो जाएगा, 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले डिविलियर्स लीग क्रिकेट खेल रहे थे।
डिविलियर्स ने ट्विटर पर घोषणा की, "यह एक अविश्वसनीय सफ़र रहा है, लेकिन मैंने सभी क्रिकेट से संन्यास लेने का फ़ैसला किया है।" "मैंने अपने भाईयों के साथ पूरा आनंद लिया है, मैंने शुद्ध आनंद और उत्साह के साथ क्रिकेट खेला है। अब, 37 साल की उम्र में वह लौ इतनी तेज़ नहीं जलती है।"
डिविलियर्स आखिरी बार 2021 आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स के लिए खेले थे, जहां उन्होंने 15 मैचों में 313 रन बनाए थे। उन्होंने आईपीएल में सबसे अधिक मैच खेले और सभी सीज़न का हिस्सा रहे हैं। 2011 में फ्रेंचाइज़ी के साथ अपने जुड़ाव की शुरुआत करते हुए, डिविलियर्स ने फ्रेंचाइज़ी के लिए 157 मैच खेले और 158.33 के स्ट्राइक रेट से 4522 रन बनाए।
उन्होंने कहा, "मैंने आरसीबी के लिए खेलते हुए एक लंबा और उपयोगी समय बिताया है।" "11 साल बीत चुके हैं और लड़कों को छोड़ना बेहद दुखद है। बेशक, इस फ़ैसले पर पहुंचने में बहुत समय लगा, लेकिन बहुत सोचने के बाद मैंने अपने जूते लटकाने और अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का फ़ैसला किया है।
"मैं आरसीबी प्रबंधन, मेरे दोस्त विराट कोहली, टीम के साथियों, कोचों, सपोर्ट स्टाफ़, प्रशंसकों और पूरे आरसीबी परिवार को इन सभी वर्षों में मुझ पर विश्वास दिखाने और मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। आरसीबी के साथ यह एक यादगार सफ़र रहा है। व्यक्तिगत मोर्चे पर मेरे पर जीवन भर संजोने के लिए इतनी सारी यादें हैं। आरसीबी हमेशा मेरे और मेरे परिवार के बहुत करीब रहेगा और इस अद्भुत टीम का समर्थन करना जारी रखेगा। मैं हमेशा के लिए आरसीबी का हूं।"
डीविलियर्स के करियर के पिछले साढ़े तीन साल इस सवाल से भरे हुए थे कि क्या वह साउथ अफ़्रीका की सफेद गेंद वाली टीमों के लिए वापसी करेंगे, ख़ासकर विश्व कप के लिए। 2019 विश्व कप में साउथ अफ़्रीका के अपनी टीम की घोषणा करने से कुछ समय पहले डीविलियर्स ने तत्कालीन सफेद गेंद के कप्तान फ़ाफ़ डुप्लेसी से संपर्क किया था, लेकिन चयनकर्ताओं ने उनको टीम में लेने के अनुरोध को ठुकरा दिया।
हाल ही में चयनकर्ताओं के पूर्व संयोजक लिंडा ज़ोंडी ने पुष्टि की कि प्रशासकों ने सोचा था कि डीविलियर्स को वापस बुलाना उन खिलाड़ियों के लिए अनुचित होगा जो पहले से ही सिस्टम में थे।
हालांकि साउथ अफ़्रीका के सबसे रचनात्मक बल्लेबाज़ के रूप में प्रसिद्ध डीविलियर्स के ऊपर खुलासे की छाया भी है। एसजेएन की सुनवाई में पूर्व चयनकर्ता हुसैन मनैक की ग़वाही में, डीविलियर्स पर भारत में एक वनडे मैच में मैनाक पर खाया ज़ोडो नहीं लेने का दबाव बनाया था। इसके बजाय डीन एल्गर को प्राथमिकता देने की बात कही थी। डीविलियर्स ने कभी भी आरोपों से इनकार नहीं किया, लेकिन कहा कि उन्होंने जो भी इनपुट दिया वह हमेशा टीम के "सर्वोत्तम हित" में था। उन्होंने एसजेएन को ज़वाबी हलफ़नामा सौंपा है लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है।
डीविलियर्स वर्तमान मुख्य कोच मार्क बाउचर के साथ टी20 विश्व कप के लिए वापसी के बारे में भी बातचीत कर रहे थे, जो शुरू में 2020 के लिए निर्धारित था, लेकिन मई में यह स्पष्ट कर दिया गया था कि उनकी वापसी असंभव है।
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