परिणाम
फ़ाइनल (N), अहमदाबाद, June 03, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

RCB
190/9

PBKS
(20 ov, T:191) 184/7
RCB की 6 रन से जीत
परिणाम
क्वालिफ़ायर 1 (N), मुल्लांपुर, May 29, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

PBKS
101

RCB
(10/20 ov, T:102) 106/2
RCB की 8 विकेट से जीत, 60 गेंद बाकी
परिणाम
70वां मैच (N), लखनऊ, May 27, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

LSG
227/3

RCB
(18.4/20 ov, T:228) 230/4
RCB की 6 विकेट से जीत, 8 गेंद बाकी
परिणाम
65वां मैच (N), लखनऊ, May 23, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

SRH
231/6

RCB
(19.5/20 ov, T:232) 189
SRH की 42 रन से जीत
परिणाम
52वां मैच (N), बेंगलुरु, May 03, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

RCB
213/5

CSK
(20 ov, T:214) 211/5
RCB की 2 रन से जीत
परिणाम
46वां मैच (N), दिल्ली, April 27, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

DC
162/8

RCB
(18.3/20 ov, T:163) 165/4
RCB की 6 विकेट से जीत, 9 गेंद बाकी
परिणाम
42वां मैच (N), बेंगलुरु, April 24, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

RCB
205/5

RR
(20 ov, T:206) 194/9
RCB की 11 रन से जीत
परिणाम
37वां मैच (D/N), मुल्लांपुर, April 20, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

PBKS
157/6

RCB
(18.5/20 ov, T:158) 159/3
RCB की 7 विकेट से जीत, 7 गेंद बाकी
परिणाम
34वां मैच (N), बेंगलुरु, April 18, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

RCB
(14/14 ov) 95/9

PBKS
(12.1/14 ov, T:96) 98/5
PBKS की 5 विकेट से जीत, 11 गेंद बाकी
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु क्रिकेट टीम न्यूज़ और मैच
कप्तान : रजत पाटीदार
कोच : एंडी फ़्लावर
घरेलू मैदान : एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बेंगलुरु
IPL ट्रॉफ़ी : 1
मालिक : डियाजियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
कोच : एंडी फ़्लावर
घरेलू मैदान : एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बेंगलुरु
IPL ट्रॉफ़ी : 1
मालिक : डियाजियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
लोकप्रियता के चार्ट में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (पहले बैंगलोर) सबसे ज़्यादा फैंस वाली टीमों में शुमार है और उन्होंने 18 साल बाद 2025 में पहली बार ख़िताब जीता। इसके अलावा RCB की टीम तीन बार उपविजेता रही है। 464 करोड़ रुपये में ख़रीदी गई यह 2008 में दूसरी सबसे महंगी फ़्रेंचाइज़ी थी। टीम का स्वामित्व विजय माल्या (यूनाइटेड ब्रेवरीज़ लिमिटेड के चेयरमैन) से 2015 में डियाजियो इंडिया को सौंपा गया।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का इतिहास
टीम को 2008 में टेस्ट इलेवन कहा गया था। उन्होंने तब अनुभवी खिलाड़ियों पर दांव लगाया। उनके विचार में यह था कि वे खिलाड़ी T20 में भी जल्दी ढल जाएंगे, लेकिन RCB उस सीज़न केवल चार जीत ही दर्ज कर सकी। अगले तीन सीज़न में उन्होंने वापसी की और दो बार उपविजेता बनी।अगले कुछ वर्षों में फ़्रेंचाइज़ी ने नीलामी में युवराज सिंह (2014), दिनेश कार्तिक (2015) और क्रिस मॉरिस (2020) जैसे बड़े नामों पर भारी ख़र्च किया, लेकिन यदि ये खिलाड़ी पहले ही सीज़न में प्रभावित नहीं सके, तो उन्हें दोबारा मौक़ा नहीं दिया गया। हालांकि, उतार-चढ़ाव भरे सफ़र के बावजूद फ्रेंचाइज़ी ने विराट कोहली पर कप्तान के रूप में विश्वास बनाए रखा। हालांकि उन्होंने 2021 के बाद वह पद ख़ुद ही छोड़ दिया। 2022 में फ़ाफ़ डुप्लेसी की कप्तानी में टीम चौथे स्थान पर रही और उन्होंने अगले साल भी वही प्रदर्शन दोहराया।
RCB के ख़िताब का सूखा 18 साल बाद 2025 में रजत पाटीदार के नेतृत्व में ख़त्म हुआ, जब उन्होंने फ़ाइनल में पंजाब किंग्स को हराकर ट्रॉफ़ी जीता।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की सफलता
राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले ने RCB को 2008 की निचली स्थिति से 2009 में उपविजेता तक पहुंचाया। 2011 में क्रिस गेल ने लगभग अकेले दम पर टीम को फ़ाइनल तक पहुंचाया। 2016 में कोहली ने रिकॉर्ड रन बनाकर टीम को मुश्किल समय से आगे ले जाते हुए, फ़ाइनल तक पहुंचाया। 2025 में RCB ने 14 में से अपने नौ लीग मैच जीते और प्लेऑफ़ मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपना पहला ख़िताब जीता।रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का लचर प्रदर्शन
2008 में टेस्ट विशेषज्ञों से भरी टीम को पहले ही मैच में 223 का लक्ष्य मिला, जिसमें द्रविड़ और वसीम जाफ़र ओपनर बने। सीज़न के मध्य में CEO चारु शर्मा को हटाया गया, डायरेक्टर मार्टिन क्रो ने इस्तीफ़ा दिया और नया सेटअप लाया गया। 2016 के बाद उन्होंने हर सीज़न कोच बदले, जब तक कि 2020 से पहले माइक हेसन नहीं आए।रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु: सीज़न दर सीज़न
2025 - चैंपियन
मैच 16, जीत 11, जीत 68.8%
इस सीज़न के अधिकांश हिस्से में RCB ऐसी टीम दिखी, जिन्हें हराना सबसे मुश्किल था। आख़िरकार उन्होंने अपने माथे से 'लगभग जीतने वाली टीम' का टैग हटाकर पहली बार ट्रॉफ़ी अपने नाम किया। एक मज़बूत शुरुआत के बाद उन्होंने लीग चरण में अपने संयम को बनाए रखा और शीर्ष दो में जगह बनाई। इसके बाद प्लेऑफ़ में पंजाब किंग्स को दो बार हराकर उन्होंने ख़िताब पर क़ब्ज़ा जमाया। पाटीदार की शांत और संतुलित कप्तानी प्रेरणादायक साबित हुई, वहीं भुवनेश्वर कुमार, जॉश हेज़लवुड और क्रुणाल पांड्या के नेतृत्व में गेंदबाज़ी आक्रमण ने शानदार प्रदर्शन किया। कोहली और हेज़लवुड क्रमशः ऑरेंज कैप और पर्पल कैप की तालिका में तीसरे स्थान पर रहें।
मैच 16, जीत 11, जीत 68.8%
इस सीज़न के अधिकांश हिस्से में RCB ऐसी टीम दिखी, जिन्हें हराना सबसे मुश्किल था। आख़िरकार उन्होंने अपने माथे से 'लगभग जीतने वाली टीम' का टैग हटाकर पहली बार ट्रॉफ़ी अपने नाम किया। एक मज़बूत शुरुआत के बाद उन्होंने लीग चरण में अपने संयम को बनाए रखा और शीर्ष दो में जगह बनाई। इसके बाद प्लेऑफ़ में पंजाब किंग्स को दो बार हराकर उन्होंने ख़िताब पर क़ब्ज़ा जमाया। पाटीदार की शांत और संतुलित कप्तानी प्रेरणादायक साबित हुई, वहीं भुवनेश्वर कुमार, जॉश हेज़लवुड और क्रुणाल पांड्या के नेतृत्व में गेंदबाज़ी आक्रमण ने शानदार प्रदर्शन किया। कोहली और हेज़लवुड क्रमशः ऑरेंज कैप और पर्पल कैप की तालिका में तीसरे स्थान पर रहें।
2024 - चौथा
मैच 15, जीत 7, जीत प्रतिशत 46.7%
इस सीज़न में टीम का प्रदर्शन दो हिस्सों में बंटा रहा। पहले आठ मैचों में सिर्फ़ एक जीत, और फिर लगातार छह जीत से प्लेऑफ़ में एंट्री। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स से क़रीबी हार के साथ उनका सफ़र खत्म हुआ। कोहली 741 रनों के साथ टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर रहे।
मैच 15, जीत 7, जीत प्रतिशत 46.7%
इस सीज़न में टीम का प्रदर्शन दो हिस्सों में बंटा रहा। पहले आठ मैचों में सिर्फ़ एक जीत, और फिर लगातार छह जीत से प्लेऑफ़ में एंट्री। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स से क़रीबी हार के साथ उनका सफ़र खत्म हुआ। कोहली 741 रनों के साथ टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर रहे।
2023 - छठा
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
मिडिल ऑर्डर की असफलता और मोहम्मद सिराज को गेंदबाज़ी में पर्याप्त साथ न मिलने से टीम प्लेऑफ़ से चूक गई। घर के मुक़ाबले बाहर बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन चिन्नास्वामी पर CSK और LSG से क़रीबी हार निर्णायक साबित हुई। इस सीज़न कोहली, डुप्लेसी और ग्लेन मैक्सवेल ने मिलकर टीम के 70% रन बनाए।
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
मिडिल ऑर्डर की असफलता और मोहम्मद सिराज को गेंदबाज़ी में पर्याप्त साथ न मिलने से टीम प्लेऑफ़ से चूक गई। घर के मुक़ाबले बाहर बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन चिन्नास्वामी पर CSK और LSG से क़रीबी हार निर्णायक साबित हुई। इस सीज़न कोहली, डुप्लेसी और ग्लेन मैक्सवेल ने मिलकर टीम के 70% रन बनाए।
2022 - चौथा
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.2%
इस सीज़न पहले सात में पांच जीत के बाद उनकी लय टूट गई। वह एक ऐसी स्थिति पर पहुंच गई, जहां आख़िरी लीग मैचों में उन्हें सभी मैच जीतने थे, जिसमें वह सफल रहे। साथ ही भाग्य के सहारा के साथ वे प्लेऑफ़ में पहुंचे। एलिमिनेटर में उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स को हराया, लेकिन क्वालिफ़ायर 2 में राजस्थान रॉयल्स से हार गए।
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.2%
इस सीज़न पहले सात में पांच जीत के बाद उनकी लय टूट गई। वह एक ऐसी स्थिति पर पहुंच गई, जहां आख़िरी लीग मैचों में उन्हें सभी मैच जीतने थे, जिसमें वह सफल रहे। साथ ही भाग्य के सहारा के साथ वे प्लेऑफ़ में पहुंचे। एलिमिनेटर में उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स को हराया, लेकिन क्वालिफ़ायर 2 में राजस्थान रॉयल्स से हार गए।
2021 - तीसरा
मैच 15, जीत 9, जीत प्रतिशत 60%
इस सीज़न वे टॉप-2 में जगह बनाने के क़रीब पहुंचे लेकिन SRH से हारकर तीसरे स्थान पर रहे। एलिमिनेटर में KKR से क़रीबी मुक़ाबले में उन्हें हार मिली और कोहली ने बिना ट्रॉफ़ी के कप्तानी को अलविदा कहा।
मैच 15, जीत 9, जीत प्रतिशत 60%
इस सीज़न वे टॉप-2 में जगह बनाने के क़रीब पहुंचे लेकिन SRH से हारकर तीसरे स्थान पर रहे। एलिमिनेटर में KKR से क़रीबी मुक़ाबले में उन्हें हार मिली और कोहली ने बिना ट्रॉफ़ी के कप्तानी को अलविदा कहा।
2020 - चौथा
मैच 15, जीत 7, जीत प्रतिशत 46.7%
पहले 10 में सात जीत के बाद अगले चार मैच हारे और नेट रन रेट से प्लेऑफ़ में पहुंचे। एलिमिनेटर में SRH से फिर हार झेली और सीज़न की समाप्ति लगातार पांच हार से हुई।
मैच 15, जीत 7, जीत प्रतिशत 46.7%
पहले 10 में सात जीत के बाद अगले चार मैच हारे और नेट रन रेट से प्लेऑफ़ में पहुंचे। एलिमिनेटर में SRH से फिर हार झेली और सीज़न की समाप्ति लगातार पांच हार से हुई।
2019 - आठवां
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
कोहली ने फिर से बल्लेबाज़ी का भार उठाया लेकिन दूसरे बल्लेबाज़ों का सहयोग नहीं मिला। डेथ ओवरों की गेंदबाज़ी और स्पिन विभाग विफल रहा। कोचिंग स्टाफ़ में बड़ा बदलाव हुआ।
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
कोहली ने फिर से बल्लेबाज़ी का भार उठाया लेकिन दूसरे बल्लेबाज़ों का सहयोग नहीं मिला। डेथ ओवरों की गेंदबाज़ी और स्पिन विभाग विफल रहा। कोचिंग स्टाफ़ में बड़ा बदलाव हुआ।
2018 - छठा
मैच-14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.85%
गेल के बिना कोहली और डि विलियर्स ने रन बनाए, लेकिन मध्य क्रम असफल रहा। शुरुआती एकादश तय न कर पाने से टीम को नुक़सान हुआ। आख़िरी मैच में क्वालिफ़ाई करने की संभावना थी लेकिन RR से हार गए।
मैच-14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.85%
गेल के बिना कोहली और डि विलियर्स ने रन बनाए, लेकिन मध्य क्रम असफल रहा। शुरुआती एकादश तय न कर पाने से टीम को नुक़सान हुआ। आख़िरी मैच में क्वालिफ़ाई करने की संभावना थी लेकिन RR से हार गए।
2017 - आठवां
मैच 13, जीत 3, जीत प्रतिशत 23%
ख़राब बल्लेबाज़ी प्रदर्शन से पूरा सीज़न निराशाजनक रहा। कोहली, गेल और डि विलियर्स चोटिल रहे। कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 49 रन पर ऑलआउट होना सबसे ख़राब पल रहा।
मैच 13, जीत 3, जीत प्रतिशत 23%
ख़राब बल्लेबाज़ी प्रदर्शन से पूरा सीज़न निराशाजनक रहा। कोहली, गेल और डि विलियर्स चोटिल रहे। कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 49 रन पर ऑलआउट होना सबसे ख़राब पल रहा।
2016 - उपविजेता
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.25%
कोहली ने लगभग 1000 रन बनाते हुए टीम को फ़ाइनल तक पहुंचाया। SRH से फ़ाइनल में हार मिली। इस मैच में गेल और कोहली की शानदार शुरुआत के बाद मिडिल ऑर्डर दबाव में बिखर गया।
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.25%
कोहली ने लगभग 1000 रन बनाते हुए टीम को फ़ाइनल तक पहुंचाया। SRH से फ़ाइनल में हार मिली। इस मैच में गेल और कोहली की शानदार शुरुआत के बाद मिडिल ऑर्डर दबाव में बिखर गया।
2015 - तीसरा
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
दिनेश कार्तिक से उम्मीदें थीं लेकिन उन्होंने 141 रन ही बनाए। यज़वेंद्र चहल, मिचेल स्टार्क और हर्षल पटेल ने गेंदबाज़ी में प्रभावित किया। क्वालिफ़ायर में CSK से हार मिली।
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
दिनेश कार्तिक से उम्मीदें थीं लेकिन उन्होंने 141 रन ही बनाए। यज़वेंद्र चहल, मिचेल स्टार्क और हर्षल पटेल ने गेंदबाज़ी में प्रभावित किया। क्वालिफ़ायर में CSK से हार मिली।
2014 - सातवां
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
रे जेनिंग्स की जगह डैनियल वेटोरी कोच बने। युवराज सिंह को बड़ी राशि में ख़रीदा गया लेकिन वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। स्टार्क और चहल इस सीज़न अच्छे फ़ॉर्म में थे।
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
रे जेनिंग्स की जगह डैनियल वेटोरी कोच बने। युवराज सिंह को बड़ी राशि में ख़रीदा गया लेकिन वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। स्टार्क और चहल इस सीज़न अच्छे फ़ॉर्म में थे।
2013 - पांचवां
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.2%
गेल का 175* रन का रिकॉर्ड पारी इस साल की सबसे बड़ी बात थी। कोहली ने विटोरी से कप्तानी संभाली लेकिन टीम ख़िताब से दूर रही।
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.2%
गेल का 175* रन का रिकॉर्ड पारी इस साल की सबसे बड़ी बात थी। कोहली ने विटोरी से कप्तानी संभाली लेकिन टीम ख़िताब से दूर रही।
2012 - पांचवां
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
आख़िरी लीग मैच में जीत की ज़रूरत थी लेकिन वे डेक्कन चार्जर्स के ख़िलाफ़ रन चेज़ में बिखर गए। डेल स्टेन ने सिर्फ़ आठ रन देकर तीन विकेट लिया और RCB से मैच छीन लिया।
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
आख़िरी लीग मैच में जीत की ज़रूरत थी लेकिन वे डेक्कन चार्जर्स के ख़िलाफ़ रन चेज़ में बिखर गए। डेल स्टेन ने सिर्फ़ आठ रन देकर तीन विकेट लिया और RCB से मैच छीन लिया।
2011 - उपविजेता
मैच 16, जीत 10, जीत प्रतिशत 62.5%
शुरुआत फिर से ख़राब थी लेकिन गेल की एंट्री से टीम उड़ान पर आ गई। फ़ाइनल में CSK से हार मिली।
मैच 16, जीत 10, जीत प्रतिशत 62.5%
शुरुआत फिर से ख़राब थी लेकिन गेल की एंट्री से टीम उड़ान पर आ गई। फ़ाइनल में CSK से हार मिली।
2010 - तीसरा
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
सेमीफ़ाइनल में मुंबई से हारे लेकिन तीसरे स्थान के लिए प्लेऑफ़ में डेक्कन चार्जर्स को हराया। रॉबिन उथप्पा ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया।
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
सेमीफ़ाइनल में मुंबई से हारे लेकिन तीसरे स्थान के लिए प्लेऑफ़ में डेक्कन चार्जर्स को हराया। रॉबिन उथप्पा ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया।
2009 - उपविजेता
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.25%
केविन पीटरसन की कप्तानी में शुरुआत ख़राब रही। कुंबले ने संभाला और टीम को फ़ाइनल तक ले गए।
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.25%
केविन पीटरसन की कप्तानी में शुरुआत ख़राब रही। कुंबले ने संभाला और टीम को फ़ाइनल तक ले गए।
2008 - सातवां
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.57%
टीम में गहराई की कमी थी। कप्तान द्रविड़ दबाव में दिखे। रणनीति तो ठीक थी, लेकिन खिलाड़ी कमज़ोर थे।
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.57%
टीम में गहराई की कमी थी। कप्तान द्रविड़ दबाव में दिखे। रणनीति तो ठीक थी, लेकिन खिलाड़ी कमज़ोर थे।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के प्रमुख खिलाड़ी
विराट कोहली
जब दिल्ली की टीम ने कोहली को लेने से मना कर दिया तो RCB ने तुरंत अवसर को लपका। 2008 के U19 विश्व कप विजेता कप्तान के रूप में कोहली को 12 लाख रुपये में साइन किया गया। उन्होंने धीरे-धीरे अपनी छाप छोड़ी, 2011 में पहली बार टीम की कप्तानी की और 2013 में स्थायी कप्तान बने। 2016 में उन्होंने 973 रन बनाकर IPL का अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत सीज़न खेला। 2021 में कप्तानी से हटने के बाद भी वह RCB के सबसे बड़े चेहरों में से एक हैं।
जब दिल्ली की टीम ने कोहली को लेने से मना कर दिया तो RCB ने तुरंत अवसर को लपका। 2008 के U19 विश्व कप विजेता कप्तान के रूप में कोहली को 12 लाख रुपये में साइन किया गया। उन्होंने धीरे-धीरे अपनी छाप छोड़ी, 2011 में पहली बार टीम की कप्तानी की और 2013 में स्थायी कप्तान बने। 2016 में उन्होंने 973 रन बनाकर IPL का अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत सीज़न खेला। 2021 में कप्तानी से हटने के बाद भी वह RCB के सबसे बड़े चेहरों में से एक हैं।
एबी डि विलियर्स
RCB ने डि विलियर्स को 2011 में ख़रीदा, और उन्होंने जल्दी ही यह साबित कर दिया कि वह कोहली के साथ मिलकर एक अजेय जोड़ी बना सकते हैं। 2015 में, उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 133* रनों की पारी खेली, जिसे आज भी IPL की सबसे बेहतरीन पारियों में गिना जाता है। डि विलियर्स ने RCB के लिए 5,000 से अधिक रन बनाए और उनकी ‘360 डिग्री’ बैटिंग स्टाइल टीम के फैंस के दिलों में ख़ास जगह बना गई।
RCB ने डि विलियर्स को 2011 में ख़रीदा, और उन्होंने जल्दी ही यह साबित कर दिया कि वह कोहली के साथ मिलकर एक अजेय जोड़ी बना सकते हैं। 2015 में, उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 133* रनों की पारी खेली, जिसे आज भी IPL की सबसे बेहतरीन पारियों में गिना जाता है। डि विलियर्स ने RCB के लिए 5,000 से अधिक रन बनाए और उनकी ‘360 डिग्री’ बैटिंग स्टाइल टीम के फैंस के दिलों में ख़ास जगह बना गई।
क्रिस गेल
2011 में चोटिल डर्क नैनिस की जगह बतौर रिप्लेसमेंट आए गेल ने पहले ही मैच में शतक जड़ा और फिर तो जैसे RCB में तूफान आ गया। 2012 में पुणे वॉरियर्स के ख़िलाफ़ उन्होंने 175* रन बनाए, जो आज भी T20 इतिहास की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी है। गेल ने RCB के लिए 5 सीज़न खेले और हर साल धमाकेदार पारियां खेलीं।
2011 में चोटिल डर्क नैनिस की जगह बतौर रिप्लेसमेंट आए गेल ने पहले ही मैच में शतक जड़ा और फिर तो जैसे RCB में तूफान आ गया। 2012 में पुणे वॉरियर्स के ख़िलाफ़ उन्होंने 175* रन बनाए, जो आज भी T20 इतिहास की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी है। गेल ने RCB के लिए 5 सीज़न खेले और हर साल धमाकेदार पारियां खेलीं।
युज़वेंद्र चहल
2014 से 2021 तक चहल RCB के स्पिन अटैक की धुरी रहे। उन्होंने चिन्नास्वामी जैसे छोटे मैदान में भी बल्लेबाज़ों को परेशान किया और RCB के सबसे सफल गेंदबाज़ बने। टीम ने उन्हें 2022 की मेगा नीलामी में रिटेन नहीं किया, जो फैंस के लिए एक बड़ा झटका था।
2014 से 2021 तक चहल RCB के स्पिन अटैक की धुरी रहे। उन्होंने चिन्नास्वामी जैसे छोटे मैदान में भी बल्लेबाज़ों को परेशान किया और RCB के सबसे सफल गेंदबाज़ बने। टीम ने उन्हें 2022 की मेगा नीलामी में रिटेन नहीं किया, जो फैंस के लिए एक बड़ा झटका था।
फ़ाफ़ डुप्लेसी
2022 में RCB में शामिल हुए डुप्लेसी को कोहली के बाद टीम का कप्तान बनाया गया। उन्होंने अपने पहले सीज़न में टीम को प्लेऑफ़ तक पहुंचाया और नेतृत्व में स्थिरता लाई। उनकी अनुभव से भरी कप्तानी और शीर्ष क्रम में आक्रामक शुरुआत RCB के लिए काफ़ी अहम रही।
2022 में RCB में शामिल हुए डुप्लेसी को कोहली के बाद टीम का कप्तान बनाया गया। उन्होंने अपने पहले सीज़न में टीम को प्लेऑफ़ तक पहुंचाया और नेतृत्व में स्थिरता लाई। उनकी अनुभव से भरी कप्तानी और शीर्ष क्रम में आक्रामक शुरुआत RCB के लिए काफ़ी अहम रही।