भारत-पाकिस्तान मुक़ाबले पर कोटक: क्रिकेट के अलावा हमारे दिमाग़ में कुछ भी नहीं है
उन्होंने कहा कि सलामी बल्लेबाज़ी और नंबर तीन को छोड़कर टीम का पूरा बल्लेबाज़ी क्रम लचीला है

भारत बनाम पाकिस्तान मुक़ाबले पर हमेशा लोगों को ज्यादा ध्यान रहता है, लेकिन एशिया कप 2025 में इन दोनों देशों के मुकाबले से दो दिन पहले तक फ़ोकस सिर्फ क्रिकेट पर है।
भारत के बल्लेबाज़ी कोच सितांशु कोटक ने कहा, "BCCI और सरकार की अनुमति के बाद ही हम खिलाड़ी और कोच इस मुक़ाबले के लिए तैयार हैं। हम यहां खेलने के लिए आए हैं। यह एक टक्कर का मैच होगा। भारत-पाकिस्तान का मुक़ाबला हमेशा टक्कर का होता है। तो हम उसी पर फ़ोकस करना चाहेंगे।"
शुक्रवार को भारत के अभ्यास सत्र से पहले कोटक से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैचों का बहिष्कार करने की बातों के बीच सिर्फ क्रिकेट पर ध्यान देना मुश्किल होता है? भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक रिश्ते तनावपूर्ण हैं, जो हाल के महीनों में और बिगड़े हैं। अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया था।
कोटक ने कहा, "सच कहूं तो मुझे ऐसा नहीं लगता। जब हम खेलने आते हैं, मुझे लगता है कि खिलाड़ी सिर्फ़ क्रिकेट खेलने पर फ़ोकस करते हैं। मुझे नहीं लगता कि उनके दिमाग़ में क्रिकेट के अलावा कुछ और होता है और हम भी उसी पर फ़ोकस करते हैं।"
दूसरा बड़ा मुद्दा भारत के बल्लेबाज़ी क्रम का है और सवाल है कि संजू सैमसन 5 या 6 नंबर पर सफल हो पाएंगे या नहीं? कोटक ने साफ कर दिया कि ओपनर्स और नंबर 3 के बारे में साफ़ सोच है लेकिन बाकी बल्लेबाज़ी लचीली है और खिलाड़ी उसी हिसाब से तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "अगर आप हमारी बैटिंग लाइन-अप देखें तो हर कोई किसी भी नंबर पर जाकर मैच खत्म कर सकता है। हमारे पास चार-पांच आक्रामक खिलाड़ी हैं, जिन्हें प्रमुख कोच या कप्तान, स्थिति के हिसाब से भेजते हैं। लगभग सभी किसी भी नंबर पर बैटिंग के लिए तैयार रहते हैं।
Dube: 'I am always prepared to bowl four overs'
Shivam Dube on his spell against UAE on Wednesday"तो कुछ भी फ़िक्स नहीं है। सबको अपना रोल पता है। ओपनर्स और नंबर 3 के बारे में हम सोचते हैं, लेकिन उसके बाद ज़रूरत पड़ी तो सभी खिलाड़ी मानसिक और स्किल के हिसाब से किसी भी नंबर पर बैटिंग के लिए तैयार हैं। और यह अच्छी बात है।"
कोटक ने बताया कि हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, शिवम दुबे और सैमसन सब ज़रूरत पड़ने पर पारी ख़त्म कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "सबको अपना रोल पता है। हमारे पास एक से ज़्यादा फ़िनिशर हैं, स्थिति के हिसाब से हम तय कर सकते हैं।
"क्योंकि अगर आप शिवम को देखें, हार्दिक को देखें, अक्षर को देखें, ये सब जो भी ज़रूरी हो, वो कर सकते हैं। ये देखकर कि सामने कौन गेंदबाज है, विपक्षी टीम का कौन गेंदबाज बचा है, विकेट कैसा है, हम बल्लेबाज़ी लाइन अप तय करते रहते हैं। तो यह बहुत अच्छा है कि हमारे पास तीन-चार खिलाड़ी हैं, जो किसी भी नंबर पर जा सकते हैं।"
कोटक ने टीम की वर्कलोड मैनेजमेंट नीति पर भी स्पष्टता दी। उनसे पूछा गया था कि एशिया कप ख़त्म होने के सिर्फ तीन दिन बाद टेस्ट मैच खेलना है, जहां गिलl कप्तान होंगे। क्या इससे उनकी तैयारी पर असर पड़ेगा? भारत, 2 अक्तूबर से वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दो टेस्ट खेलेगा।
"मुझे नहीं पता कि आप वर्कलोड मैनेजमेंट के बारे में क्या सोचते हैं। लेकिन वर्कलोड मैनेजमेंट आमतौर पर गेंदबाज़ों के लिए होती है, खासकर तेज़ गेंदबाज़ों के लिए," कोटक ने कहा। "अगर आप बल्लेबाज़ों की बात करें, तो जब तक वे मानसिक रूप से ये महसूस न करें कि क्रिकेट ज़्यादा हो गया है, तब तक सोचना नहीं चाहिए। वर्कलोड असल में तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मैनेज की जाती है। मुझे नहीं लगता बल्लेबाज़ों को वर्कलोड मैनेजमेंट की दिक्कत होती है।"
जब पूछा गया कि क्या अर्शदीप सिंह फिर बाहर बैठ सकते हैं, जैसा पहले मैच में हुआ था, तो कोटक ने कहा कि वह फ़ैसला दुबई की धीमी, टर्निंग पिच को देखकर लिया गया था। जरूरत पड़ी तो फिर ऐसा होगा।
उन्होंने कहा, ""सबको पता है कि कोई एजेंडा नहीं है। कोई निजी पसंद-नापसंद नहीं है। टीम के लिए जो अच्छा होगा, कप्तान और प्रमुख कोच वही करेंगे। इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए। जो खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं, वे भी खेलने वालों की मदद करने की कोशिश करते हैं और टीम को ऐसे ही खेलना चाहिए।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में विशेष संवाददाता हैं
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