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हाउटन : ऐसे परिणाम बताते हैं हम रणनीति और कौशल में कुछ सही चीज़े कर रहे हैं

ज़िम्बाब्वे के मुख्य कोच ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद बड़ी टीमों से और मुक़ाबलों की उम्मीद कर रहें हैं

ज़‍िम्‍बाब्‍वे के इतिहास की यह यादगार जीतों में से एक रही है  AFP/Getty Images

पिछले कुछ हफ़्ते ज़िम्बाब्वे के वनडे क्रिकेट इतिहास में यादगार साबित हुए हैं। बांग्लादेश के विरुद्ध सीरीज़ 2-1 से जीतने के बाद टीम ने भारत के ख़िलाफ़ सीरीज़ के आख़िरी मैच में मेहमान टीम के साथ कड़ा मुक़ाबला किया। हालांकि जो उन्होंने टाउंसविल में कर दिखाया है वह शायद इस सूची में आसानी से पहले स्थान पर होगा। ज़िम्बाब्वे ने 1992 के बाद 13 बार ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया का मुक़ाबला किया था लेकिन 2001 में पर्थ में डगी मरीलियर की एक बेहतरीन कोशिश के अलावा कभी मेज़बान के साथ कोई क़रीबी मैच भी नहीं खेला था।

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हालांकि ऐसा भी नहीं है कि इस दौरान उन्हें भरपूर मौक़े मिलते आए हैं। मौजूदा मैच लगभग 20 सालों में उनके लिए ऑस्ट्रेलिया में पहले द्विपक्षीय सीरीज़ का हिस्सा हैं। पहले दो मैच अपेक्षाकृत परिणाम लाए थे और बुधवार का दूसरा वनडे ख़ासा एक-तरफ़ा था। शनिवार को टॉस के दौरान क़िस्मत ने पहली बार उनकी सहायता की। उन्हें फिर भी परिस्थितियों का लाभ उठाना था और उन्होंने ऐसा ही किया। स्थानीय समयानुसार दोपहर साढ़े तीन के क़रीब ब्रैड एवंस ने मिचेल स्टार्क को कवर के बीच ड्राइव करते हुए एक यादगार जीत को पूरा किया।

मुख्य कोच डेव हाउटन ने कहा, "हम फूले नहीं समा रहे। हम बड़ी टीमों को अक्सर हरा नहीं पाते और उन्हीं के घर में ऐसा कर पाना वर्तमान में हमारी क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।" विनिंग रन बनते वक़्त दूसरे छोर पर कप्तान रेजिस चकाब्वा मौजूद थे। सीरीज़ से पहले उन्होंने रॉयटर्स को कहा था, "व्यक्तिगत तौर पर यह मेरे लिए मेरे करीयर का सबसे बड़ा पल है। ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेलना एक बड़ी बात है।"

ज़िम्बाब्वे जैसी टीमों पर अक्सर यह दबाव लगातार बना रहता है कि वह ऐसे अप्रत्याशित जीत हासिल करते रहें ताकि "बड़े" टीम उनसे निरंतर खेलने में प्रतिबद्ध रहें। अगर सोचा जाए तो ठीक इसका उल्टा होना चाहिए। इन टीमों को जितने बड़े मैच खेलने के अवसर मिलेंगे यह उतना ही बेहतर खेल दिखाएंगे।

लगभग तीन हफ़्तों में ज़िम्बाब्वे ऑस्ट्रेलिया लौटेगा और टी20 विश्व कप के क्वालिफ़ायर में वेस्टइंडीज़, आयरलैंड और स्कॉटलैंड के साथ भिड़ेगा। लेकिन 'बिग थ्री' के किसी सदस्य से वैश्विक टूर्नामेंट के बाहर उनकी अगली कब मुलाक़ात होगी यह अस्पष्ट है। 2023-27 के कार्यक्रम में भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के विरुद्ध उनके लिए कोई भी मैच नहीं हैं। हालांकि न्यूज़ीलैंड, साउथ अफ़्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और वेस्टइंडीज़ इस दौरान ज़िम्बाब्वे के दौरों पर आएंगे।

हाउटन ने कहा, "उम्मीद है इससे हमें [और मैच खेलने के] मौक़े मिलेंगे। अगले छह महीनों में काफ़ी अच्छी मात्रा में क्रिकेट खेलने को ज़रूर मिलेगा लेकिन हम बड़े देशों का दौरा मिलने का अवसर चाहते हैं। ऐसे दौरों पर जितने हम जीतेंगे उससे बड़े टीमों के ख़िलाफ़ नियमित मौक़े मिलने के आसार बढ़ेंगे।"

जीत के जश्न में भी हाउटन इस टीम में सुधार के कई पहलुओं पर अपनी राय नहीं बदलेंगे। दूसरे वनडे से पहले उन्होंने दोनों टीमों के कौशल में "बड़े अंतर" की बात की थी और वह अभी भी उस पर क़ायम रहेंगे। हालांकि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कई आशावादी प्रदर्शन हुए हैं जिनसे उनके हौसले बढ़ेंगे।

रायन बर्ल अपने 10 रन देकर पांच विकेट से सुर्ख़ियां बटोरेंगे लेकिन रिचर्ड एनगरावा ने विपक्षी कप्तान ऐरन फ़िंच को तीनों मुक़ाबलों में आउट करते हुए भी प्रभावित किया है। पहले मैच के बाद हाउटन ने सलामी बल्लेबाज़ों की इस बात पर तारीफ़ की थी कि उन्होंने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में स्टार्क और जॉश हेज़लवुड की जोड़ी को अपने विकेट नहीं दिए थे। शनिवार के मुक़ाबले में भी तड़ीवनाशे मारुमानी और ताकुडवनाशे काइटानो की जोड़ी ने लक्ष्य का एक अच्छा हिस्सा (142 में से 38 रन) शुरुआत में ही बना डाला। पहले मैच में वेस्ले मधेवीरे ने तीसरे नंबर पर एक आकर्षक अर्धशतक ठोका था और आज कप्तान चकाब्वा ने एक परिपक्व पारी खेली।

हाउटन ने कहा, "मुझे अभी भी लगता है दोनों टीमों में बहुत बड़ा अंतर है। अगर हम टॉस हारते तो शायद दूसरे वनडे की तरह ही परिणाम रहता और हम एक बिलकुल अलग आंकलन कर रहे होते। हम आपके (ऑस्ट्रेलिया के) स्टेट टीमों को हराने में संघर्ष करेंगे। हम निरंतर सुधार कर रहे हैं और यही उम्मीद कर सकते हैं कि इस सुधार की गति तेज़ हो। यह कुछ परिणाम जो आ रहे हैं इनसे पता चल रहा है कि हम रणनीति और कौशल के मामले में सही चीज़ें कर रहे हैं। यह बहुत मायूस करता अगर हम अपने मेहनत के लिए कोई जीत रूपी पुरस्कार नहीं पाते।"

ज़िम्बाब्वे ने ऑस्ट्रेलिया में एक हफ़्ते से थोड़ा ज़्यादा समय बिताया है। जेटलैग से उबरने के लिए उन्होंने पहले मैच से पूर्व दो अभ्यास सत्र आयोजित किए थे। और कल वह हरारे के लिए फिर से रवाना हो जाएंगे। हाउटन के अनुसार इस जीत का ख़ास जश्न मनाए जाने के लिए पर्याप्त समय भी नहीं होगा।

मैच के कुछ देर बाद बर्ल ने ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें उनके एक हाथ में मैच बॉल पकड़ रखा था, और उस पर उनके अविश्वसनीय विश्लेषण लिखे थे, और दूसरे में ड्रिंक। उन्होंने साथ ही लगा, "एक लम्हा जो मुझे हमेशा याद रहेगा।"

चाहे कार्यक्रम कुछ भी कहे, यही उम्मीद रहेगी कि ऑस्ट्रेलिया ज़िम्बाब्वे को अगली बार आमंत्रित करने के लिए 20 साल इंतज़ार नहीं करेगा।

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ऐंड्रयू मकग्‍लैशन ESPNcricinfo में डिप्‍टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo में स्‍थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।