आंकड़े: डकेट की रिकॉर्डतोड़ पारी पर भारी पड़ी ऑस्ट्रेलिया की ऐतिहासिक चेज़
जॉश इंग्लिस ने केवल 77 गेंदों में लगाया शतक, ऑस्ट्रेलिया ने हासिल किया ICC वनडे टूर्नामेंट का सबसे बड़ा लक्ष्य

356/5- इंग्लैंड के ख़िलाफ़ ऑस्ट्रेलिया का ये स्कोर चैंपियंस ट्रॉफ़ी में किसी टीम द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर हो गया है। इसी मैच की पहली पारी में इंग्लैंड ने आठ विकेट के नुक़सान पर 351 रन बनाए थे और सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
77- गेंदों में जॉश इंग्लिस ने अपना पहला वनडे शतक पूरा किया और ऑस्ट्रेलिया की पारी को अच्छी गति प्रदान की। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफ़ी में लगाए गए सबसे तेज शतक के रिकॉर्ड की बराबरी की है। 2002 में इंग्लैंड के ही ख़िलाफ़ वीरेंद्र सहवाग ने 77 गेंदों में सैकड़ा लगाया था।
352- का लक्ष्य जो ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सफलतापूर्वक हासिल किया है वह ICC के किसी भी वनडे टूर्नामेंट में किसी टीम द्वारा हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य हो गया है। इससे पहले 2023 वनडे विश्व कप में पाकिस्तान ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ 345 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। यह केवल दूसरा मौक़ा है जब ऑस्ट्रेलिया ने वनडे क्रिकेट में 350 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करने में सफलता हासिल की है। 2019 में उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ मोहाली में 359 रनों का लक्ष्य हासिल किया था।
8.52- की इकॉनमी इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों की रही जिन्होंने 26.3 ओवर की गेंदबाज़ी के बाद 226 रन ख़र्च कर दिए। वनडे क्रिकेट में उनके तेज़ गेंदबाज़ का ये सबसे ख़राब प्रदर्शन रहा है जहां उन्होंने 25 से अधिक ओवर डाले हैं।
158.90- की स्ट्राइक रेट से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने शॉर्ट और शॉर्ट गुड लेंथ गेंदों के ख़िलाफ़ रन बनाए। उन्होंने ऐसी 73 गेंदों में 116 रन बनाए जिसमें 16 चौके और पांच छक्के शामिल रहे।
165- रनों की शानदार पारी बेन डकेट ने इंग्लैंड के लिए खेली थी और ये चैंपियंस ट्रॉफ़ी में किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा बनाया गया सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर हो गया है। उन्होंने नाथन एस्टल के 145 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इसके साथ ही एंडी फ्लावर ने भी भारत के ख़िलाफ़ 145 रन ही बनाए थे।
50- डकेट ने अपनी रिकॉर्डतोड़ पारी के दौरान ऐडम ज़ैम्पा के ख़िलाफ़ 36 गेंदों में 50 रन बनाए। ये ज़ैम्पा के ख़िलाफ़ वनडे मैच में किसी बल्लेबाज़ द्वारा बनाए गए संयुक्त रूप से सबसे अधिक रन हैं। हाइनरिक क्लासन भी इस लेग स्पिनर के ख़िलाफ़ 17 गेंदों में 50 रन बना चुके हैं।
43.88- प्रतिशत रन इंग्लैंड के टोटल से बाउंड्री से बने थे। 351 में से 154 रन इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने बाउंड्री के ज़रिये बनाए। उन्होंने केवल 28 चौके और सात छक्के लगाए, लेकिन 174 रन विकेटों के बीच में दौड़ लगाकर बनाए गए। 350 से अधिक रनों का स्कोर वनडे मैच में बनाते हुए भी इंग्लैंड के लिए ये दूसरे सबसे कम बाउंड्री प्रतिशत हैं।
122- वनडे मुक़ाबले ऑस्ट्रेलिया के चारों विशेषज्ञ गेंदबाज़ों ने मिलकर खेले थे जो इस मैच में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उतरे थे। 1983 के बाद ये ICC के किसी वनडे टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया का सबसे अनुभवहीन गेंदबाज़ी आक्रमण था। 1983 विश्व कप मैच में जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत का सामना किया था तब उनके सभी गेंदबाज़ों ने मिलकर 90 वनडे मैच ही खेले थे।
शनिवार को ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन में ज़ैम्पा इकलौते ऐसे गेंदबाज़ थे जिसके पास 10 से अधिक वनडे मैच खेलने का अनुभव था। 1990 के बाद ये केवल दूसरा मौक़ा था जब ऑस्ट्रेलिया के पास 10 से अधिक वनडे मैच खेला हुआ केवल एक गेंदबाज़ ही प्लेइंग इलेवन में उपस्थित था।
Sampath Bandarupalli is a statistician at ESPNcricinfo
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