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हाउटन : बड़ी टीमों के विरुद्ध हमारे खिलाड़ी सहम जाते हैं

ज़िम्बाब्वे के प्रमुख कोच खिलाड़ियों के अंदर का यह डर ख़त्म करना चाहते हैं

वेस्ली मधेवीरे ने पहले वनडे में अर्धशतक जड़ा था  Getty Images

ज़िम्बाब्वे के प्रमुख कोच डेव हाउटन को उस्ताहजनक संकेत दिख रहे हैं कि मज़बूत टीमों के ख़िलाफ़ उनके खिलाड़ी डर नहीं रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि बल्लेबाज़ ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सीरीज़ के आगामी मैचों में संपूर्ण प्रदर्शन करेंगे।

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पहले वनडे में पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजे जाने के बाद ज़िम्बाब्वे ने वेस्ली मधेवीरे के सर्वश्रेष्ठ 72 रनों की मदद से अच्छे स्कोर की नींव रखी। सलामी बल्लेबाज़ों द्वारा पहले 10 ओवरों का सामना करने के बाद 43वें ओवर में ज़िम्बाब्वे का स्कोर था चार विकेट पर 185 रन। यहां से उनकी गाड़ी डगमगाई और 15 रनों के भीतर उन्होंने अपने अंतिम छह विकेट गंवाए।

हालांकि हाउटन टीम के प्रदर्शन से प्रसन्न थे। वह इसलिए कि घर पर खेली गई हाल की सीरीज़ में ज़िम्बाब्वे सिंकदर रज़ा के नेतृत्व वाले मध्य क्रम पर अधिक निर्भर था।

हाउटन ने कहा, "मैंने पहले भी निडर होकर खेलने की बात की है। हम निडर होकर खेलना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि खिलाड़ी अपने आप को व्यक्त करें। मैंने इन खिलाड़ियों को फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट खेलते हुए देखा है और मैं जानता हूं कि यह क्या कर सकते हैं। इन्हें मज़बूत टीमों के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलते देख मुझे ऐसा लगता है कि यह सहम जाते हैं। मुझे वह डर ख़त्म करना है।"

उन्होंने आगे कहा, "मेरे लिए दो युवा बल्लेबाज़ों को (मिचेल) स्टार्क और (जॉश) हेज़लवुड के ख़िलाफ़ 10 ओवरों में बिना कोई विकेट गंवाए 40 रन बनाते देखना सकारात्मक बात रही। अब आप टीम मीटिंग में बैठकर कह सकते हैं कि पहली बार इनका सामना करना कठिन था, लेकिन देखिए कि आपने किया कर दिखाया। आप अगले मैच और उसके अगले मैच में क्या कर सकते हैं? ऐसे दौरे हमें आसानी से नहीं मिलते हैं। यह सभी खिलाड़ियों के लिए सीखने का बढ़िया अवसर है।"

ज़िम्बाब्वे और भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के कौशल के बीच बड़ा अंतर है : हाउटन  AFP/Getty Images

हाउटन मानते हैं कि ज़िम्बाब्वे और भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के कौशल के बीच बड़ा अंतर है। हालांकि वह चाहते हैं कि टीम अपने आसपास की टीमों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए रैंकिंग में आगे बढ़ती जाए।

उन्होंने उम्मीद जताई कि टाउंसविल से मिली सीख को खिलाड़ी अगले महीने टी20 विश्व कप में इस्तेमाल करेंगे। ज़िम्बाब्वे विश्व कप के मुख्य चरण में पहुंचने के इरादे से होबार्ट में ग्रुप बी क्वालिफ़ायर टूर्नामेंट खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया लौटेगा।

तात्कालिक अवधि में हाउटन अपनी टीम से फ़ील्डिंग में बेहतर प्रदर्शन देखना चाहते हैं। उन्हें लगता है कि यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें ज़िम्बाब्वे बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी कौशल की परवाह किए बिना अच्छा कर सकता है।

हाउटन ने कहा, "(ऑस्ट्रेलिया, भारत और इंग्लैंड) उनके बल्लेबाज़ हमसे बेहतर हैं, उनके पास अनुभव है। उनके गेंदबाज़ हमसे लंबे और तेज़ है। हालांकि हम फ़ील्डिंग में बेहतर कर सकते थे जो हमने उस दिन नहीं किया। मुझे लगा कि हम सुस्त थे।"

उन्होंने याद दिलाया कि कैसे अतीत में ज़िम्बाब्वे ने ऑलराउंड खेल दिखाते हुए इन बड़ी टीमों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। वह चाहते है कि खिलाड़ी विपक्षी टीमों पर दबाव बनाकर उन्हें ग़लतियां करने पर मजबूर करें।

प्रमुख कोच ने बताया कि अनुभवी बल्लेबाज़ शॉन विलियम्स कोहनी की चोट से उबरने के बाद टीम में वापसी करेंगे और संभवतः किसी तेज़ गेंदबाज़ की जगह लेंगे। ब्लेसिंग मुज़ाराबानी के इस दौरे पर मैच खेलने की संभावना नहीं है क्योंकि वह जांघ की चोट से उबर रहे हैं और ज़िम्बाब्वे उन्हें टी20 विश्व कप के लिए फ़िट करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

Dave HoughtonZimbabweAustralia vs ZimbabweZimbabwe tour of AustraliaICC Men's Cricket World Cup Super League

ऐंड्रयू मक्ग्लैशन ESPNcricinfo में डिप्टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।