दो चरणों में खेली जाएगी रणजी ट्रॉफ़ी
फ़रवरी-मार्च में लीग चरण; जून में नॉकआउट मुक़ाबले

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने पुष्टि की है कि इस सीज़न रणजी ट्रॉफ़ी प्रतियोगिता को दो भागों में आयोजित किया जाएगा। पहले भाग में लीग मुक़ाबले होंगे जबकि नॉकआउट मैच जून में खेले जाएंगे। देश में कोरोना की तीसरी लहर के कारण बोर्ड को मजबूरन अपनी प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता स्थगित करनी पड़ी थी। 38 टीमों वाली यह प्रतियोगिता 13 जनवरी से शुरू होनी थी।
शाह ने शुक्रवार, 28 जनवरी को कहा, "बोर्ड ने इस सीज़न रणजी ट्रॉफ़ी को दो भागों में आयोजित करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में हम लीग स्टेज के सभी मैच आयोजित करना चाहते हैं जबकि नॉकआउट मैच जून में खेले जाएंगे। मेरी टीम महामारी के कारण होने वाले किसी भी जोखिम को कम करने पर कार्य कर रही हैं। साथ ही हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि एक प्रतिस्पर्धी प्रतियोगिता हमें देखने को मिले। रणजी ट्रॉफ़ी हमारी सबसे प्रतिष्ठित घरेलू प्रतियोगिता है जो भारतीय क्रिकेट को नए खिलाड़ी तराशकर देती है। यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि हम इस प्रतियोगिता के आयोजन की रक्षा करने के लिए सभी आवश्यक क़दम उठाएं।"
राज्य संघों को भेजे गए पत्र में शाह ने यह भी कहा कि 'मार्ग साफ़ हो गया है' और बीसीसीआई रणजी ट्रॉफ़ी आयोजित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। शाह ने यह भी कहा कि तीसरी लहर से ठीक होने वाले मरीज़ों की संख्या उत्साहजनक है। हालांकि बीसीसीआई किसी भी जोखिम को कम करने के लिए बायो-बबल बनाना जारी रखेगी।
शाह ने आगे लिखा, "जब से इस प्रतियोगिता को स्थगित करने का निर्णय लिया गया था, बोर्ड कई योजनाओं पर काम कर रहा था ताकि परिस्थितियां बेहतर होने पर इसे आयोजित किया जा सके। हम किसी भी जोखिम को टालने के लिए बायो-बबल में खेलना जारी रखेंगे। बोर्ड सभी खिलाड़ियों को एक सुरक्षित और स्वास्थ्य वातावर्ण देने के लिए प्रतिबद्ध है और एक सुरक्षित टूर्नामेंट सुनिश्चित करने में आप सभी का समर्थन चाहता है।"
उन्होंने यह भी बताया कि रणजी ट्रॉफ़ी के लिए ग्रुप, कार्यक्रम और मैदान से राज्य संघों को जल्द ही अवगत कराया जाएगा। शाह की पुष्टि से एक दिन पहले ही बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने संकेत दिए थे कि बोर्ड दो चरणों में रणजी ट्रॉफ़ी के आयोजन पर विचार कर रहा है।
27 मार्च से संभवतः आईपीएल शुरू होने वाला है। इस वजह से रणजी ट्रॉफ़ी जैसे लंबे टूर्नामेंट को एक चरण में कराना संभव नहीं है। हालांकि कई राज्य संघों के अनुरोध के बाद बोर्ड के अधिकारियों ने आयोजन के संबंध में एक बैठक की।
बैठक के बाद धूमल ने पीटीआई से कहा था, "हम रणजी ट्रॉफ़ी के आयोजन पर विचार कर रहे हैं। जब इसे स्थगित किया गया था तब मामले बढ़ रहे थे। अब वह कम होते जा रहे हैं। संचालन टीम इस पर काम कर रही है कि क्या हम अगले महीने लीग चरण आयोजिक कर सकते हैं और फिर बाक़ी मैच बाद (आईपीएल के बाद) में कराए जाए।" इस बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह भी मौजूद थे।
माना जा रहा है कि 38 टीमों का इस टूर्नामेंट का लीग चरण फ़रवरी से प्रारंभ होगा और एक महीने तक चलेगा। इसके पश्चात जून में नॉकआउट मैच खेले जाएंगे जब देश के कई हिस्सों में मानसून का आगमन होता है जबकि अन्य हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर होती है।
धूमल ने कहा, "संचालन टीम मौसम, स्थल और खिलाड़ियों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए काम करेगी। हम टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए बहुत उत्सुक हैं और यही कारण है कि हम खिलाड़ियों की सुरक्षा से समझौता किए बिना इसे आयोजित करने की सभी संभावनाएं तलाश रहे हैं।"
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