दनुष्का गुनातिलका को यौन उत्पीड़न के मामले में निर्दोष पाया गया
पिछले नवंबर में गिरफ़्तारी के बाद से दनुष्का ऑस्ट्रेलिया में ही थे

श्रीलंका के बल्लेबाज़ दनुष्का गुनातिलका को यौन उत्पीड़न करने का दोषी नहीं पाया गया है। जज सारा हगेट ने 32 वर्षीय गुनातिलका को बरी कर दिया है। यह फ़ैसला गुरुवार को सिडनी के डाउनिंग सेंटर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सुनाया गया। गुनातिलका ने कहा कि बरी होने के बाद एक बार फिर से वह क्रिकेट की तरफ़ लौटने के लिए आतुर हैं।
जज ने फैसला सुनाते हुए कहा, "साक्ष्य यह स्थापित करते हैं कि आरोपी के पास संभोग के दौरान कंडोम हटाने का कोई मौक़ा नहीं था क्योंकि वह संभोग लगातार चल रहा था।"
न्यायाधीश हगेट ने पाया कि शिकायतकर्ता (जिसका कानूनी तौर पर नाम नहीं लिया जा सकता) एक बुद्धिमान, शांत और संवेदनशील महिला प्रतीत होती हैं, जिन्होंने जानबूझकर ग़लत सबूत नहीं दिया।
हालांकि न्यायाधीश ने कहा कि उक्त महिला ने कई बार यह आभास दिया कि वह "क्रिकेटर को बदनाम करने की मंशा से प्रेरित थीं।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि सबूत शिक़ायतकर्ता का समर्थन नहीं करते हैं। बल्कि यह उसके सबूतों की विश्वसनीयता को कमज़ोर करते हैं।"
क्रिकेटर की बचाव टीम ने संकेत दिया कि कानूनी लागत का भुगतान करने के लिए आवेदन करेगा। अदालत के बाहर गुनाथिलाका ने अपने वकीलों, माता-पिता और अन्य लोगों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने 11 महीनों के दौरान उनका समर्थन किया।
उन्होंने कहा, "मुझे खु़शी है कि मेरा जीवन फिर से सामान्य हो गया है। मैं वापस जाकर क्रिकेट खेलने के लिए बेक़रार हूं।"
गुनातिलका और महिला की मुलाकात डेटिंग ऐप टिंडर पर हुई थी। इसके बाद पिछले साल खेले गए टी20 विश्व कप के दौरान वह पिज़्ज़ा खाने के लिए और ड्रिंक करने के लिए एक बार में मिले थे। इसके बाद वह दोनों महिला के घर गए थे। महिला के आरोप के अनुसार वहीं पर गुनातिलका ने महिला का यौन उत्पीड़न किया था। हालांकि कोर्ट ने अब उन्हें इन आरोपों से बरी कर दिया है।
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