ध्रुव जुरेलः दबाव और आलोचना आपको बेहतर बनाती है
जुरेल इस बात से परिचित हैं कि भारत के लिए खेलना इतना आसान नहीं रहने वाला है

ध्रुव जुरेल को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहले दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। यह पहली बार है जब जुरेल को टीम इंडिया का बुलावा आया है। हालांकि वह अभी से यह चिन्हित कर चुके हैं कि वह इस अनुभव से क्या सीखना चाहते हैं। मसलन जुरेल, इतने बड़े स्तर पर खेलने से होने वाले दबाव और आलोचना को सहन करना सीखना चाहते हैं।
राजस्थान रॉयल्स की औपचारिक वेबसाइट से बातचीत करते हुए जुरेल ने कहा, "इस सीरीज़ से मैं सबसे ज़रूरी चीज़ यही सीखना चाहता हूं कि इतने बड़े स्तर पर खेलने के लिए अपने भीतर मानसिक दृढ़ता कैसे विकसित करनी है। काफ़ी खिलाड़ियों को भारतीय टीम के लिए बुलावा आता है लेकिन कुछ ही अपनी जगह स्थाई बना पाते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "जब आप लोगों की नज़र में होते हैं तो आप अपने प्रदर्शन को लेकर लगातार जज किए जाते हैं। तो इसलिए, मैं यह जानना चाहता हूं कि यह सब खिलाड़ी अपने बुरे दिनों से कैसे डील करते हैं। वे सभी अपनी आलोचना और दबाव को कैसे झेलते हैं?"
जुरेल ने साउथ अफ़्रीका दौरे पर इंडिया ए के लिए दो अनौपचारिक टेस्ट खेले। पहले मैच में तो उनका खाता नहीं खुला लेकिन दूसरे मैच में उन्होंने 69 रनों की पारी खेली। जब उन्होंने भारतीय टीम के लिए अपने चयन के बारे में पता चला तब वह इंग्लैंड लायंस के ख़िलाफ़ खेले जा रहे दो दिवसीय टेस्ट मैच में इंडिया ए का हिस्सा थे।
जुरेल ने कहा, "मुझे विश्वास ही नहीं हुआ था। मैं इंडिया ए टीम के साथ था। हम इंग्लैंड लायंस के ख़िलाफ़ दो दिवसीय टेस्ट मैच खेल रहे थे। रात में जैसे ही यह ख़बर आई तो मैंने सबसे पहले अपने पिता को यह शुभ समाचार सुनाया। और उनका पहला सवाल था, 'कौन सी इंडियन टीम? क्या तुम अभी इंडिया की ही एक टीम के लिए नहीं खेल रहे हो?' मैंने कहा, 'उसी टीम में चयन हुआ है जिसमें विराट कोहली और रोहित शर्मा खेलते हैं।' उन्हें विश्वास नहीं हुआ और मुझे भी।"
जुरेल ने उस मैच में 38 गेंदों में अर्धशतक लगाया। हालांकि उसी मैच में केएस भरत ने भी अर्धशतक लगाया। भरत को भी पहले दो टेस्ट मैचों में जगह मिली है। जुरेल ने अब तक कुल 15 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 46.47 की औसत से एक शतक और पांच अर्धशतक लगाए हैं।
जुरेल पहली बार चर्चा का विषय 2020 में हुए अंडर-19 विश्व कप के दौरान बने थे। इसके बाद IPL 2023 में उन्होंने एक फ़िनिशर के तौर पर ख़ुद को स्थापित किया। हालांकि ख़ुद जुरेल का यह मानना है कि उन्हें लंबे प्रारूप के लिहाज़ से ख़ुद को ढालने में समय लगा।
जुरेल ने कहा, "इंडिया के अंडर-19 खेलते हुए मुझे काफ़ी कुछ सीखने को मिला। विदेशी परिस्थितियों और पिचों पर खेलने का अवसर मिला। फिर IPL में राजस्थान रॉयल्स के लिए भी मैंने अच्छा किया। लेकिन यह सब मैंने व्हाइट बॉल क्रिकेट में किया था। लेकिन रेड बॉल क्रिकेट की बात अलग है। मुझे रेड बॉल क्रिकेट के लिहाज़ से ख़ुद को ढालने में समय लगा। लेकिन काफ़ी अभ्यास और ट्रेनिंग करने के बाद, मुझे विश्वास है कि मैं तीनों प्रारूपों में अच्छा कर सकता हूं।"
भारतीय टीम के लिए चयनित होने के बाद जुरेल को उनकी IPL टीम के साथियों के ओर से भी बधाई संदेश प्राप्त हुए। जुरेल ने कहा, "यशस्वी उन पहले लोगों में से थे जिन्होंने मुझे बधाई संदेश भेजा था। उन्होंने यही कहा कि मैं यह डिज़र्व करता हूं और वह मेरे लिए काफ़ी ख़ुश हैं। मुझे जॉस (बटलर) भाई का भी संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे भारतीय टीम में देखकर उन्हें खुशी हो रही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी मुझे काफ़ी लंबा सफ़र तय करना है।"
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