मांजरेकर : बुमराह अंतिम टेस्ट नहीं खेलते हैं तो कुलदीप को मौक़ा देना चाहिए
मांजरेकर ने कहा कि अभी तक रणनीति भारत के काम नहीं आई है और सीनियर खिलाड़ियों को मिलकर नए सिरे से रणनीति बनानी चाहिए
मांजरेकर: जाडेजा करियर के इस पड़ाव पर विशेषज्ञ बल्लेबाज़ की तरह खेल रहे हैं
मैनचेस्टर में खेले गए इंग्लैंड vs भारत के चौथे टेस्ट का सटीक विश्लेषण संजय मांजरेकर के साथभारत के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह 31 जुलाई से शुरू होने वाला सीरीज़ का अंतिम टेस्ट अगर नहीं खेलते हैं तो पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि ऐसी स्थिति में बुमराह की जगह कुलदीप यादव को मौक़ा मिलना चाहिए क्योंकि बुमराह की अनुपस्थिति में भारत को एक ऐसे गेंदबाज़ी आक्रमण की ज़रूरत होगी जो 20 विकेट ले सके।
ESPNcricinfo मैच डे हिंदी पर मांजरेकर ने कहा, "भारत को एक ऐसे गेंदबाज़ी आक्रमण की ज़रूरत है जो 20 विकेट ले सके। अगर बुमराह नहीं खेलते हैं तो ऐसी स्थिति में कुलदीप यादव को नहीं खिलाना मेरे विचार में ज़्यादती होगी। जहां तक बल्लेबाज़ी की बात है तो इस पहलू पर भारत को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि (रवींद्र) जाडेजा भी इस समय लय में हैं।"
मांजरेकर ने यह भी कहा कि इस सीरीज़ में रणनीति अब तक भारत के काम नहीं आई है और यह ज़रूरी है कि टीम के सीनियर खिलाड़ी मिलकर भारतीय टीम की रणनीति पर नए सिरे से विचार करें।
मांजरेकर ने कहा, "मुझे एक ही डर लग रहा है चूंकि भारत भले मैनचेस्टर में जीता नहीं लेकिन परिणाम भारत के पक्ष में आया इसलिए यह लगेगा कि भारत जीता नहीं लेकिन उनकी रणनीति इतनी भी बुरी नहीं थी क्योंकि यह मैच हम नहीं हारे। लेकिन मैं समझता हूं भारत जिस तरह से इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेल रही है और इस स्तर तक पहुंची है वो तब है जब रणनीति भारत के काम नहीं आई है। रणनीति ने भारत के लिए काम और मुश्किल किया है। इसलिए मैं उम्मीद करता हूं कि शुभमन गिल और दो तीन अन्य सीनियर खिलाड़ियों को मिलकर एक समूह के रूप में टीम की रणनीति तैयार करनी चाहिए क्योंकि भारत को एक ऐसे गेंदबाज़ी आक्रमण की ज़रूरत है जो 20 विकेट ले सके।"
मैनचेस्टर टेस्ट में जाडेजा और वॉशिंगटन सुंदर दोनों की नाबाद शतकीय पारियों ने भारत के लिए मैच बचाने में अहम भूमिका निभाई। मांजरेकर ने जाडेजा की तारीफ़ करने के साथ ही यह भी कहा कि आगे चलकर वॉशिंगटन ख़ुद को एक विशेषज्ञ बल्लेबाज़ के तौर पर स्थापित कर लेंगे।
मांजरेकर ने कहा, "उन्होंने (वॉशिंगटन) पहले भी अपनी बल्लेबाज़ी क्षमता का प्रदर्शन किया था, विदेशी परिस्थितियों में हम तीन चार बार उन्हें अच्छा प्रदर्शन करते हुए देख चुके थे। लेकिन इस बार लगता है कि जिस तरह से उनकी बल्लेबाज़ी में लगातार प्रगति हो रही है तो आहिस्ते आहिस्ते हम उन्हें एक विशेषज्ञ बल्लेबाज़ के तौर पर देखने लगेंगे।"
जाडेजा ने पिछली छह पारियों में पांच बार 50 के स्कोर को पार किया। सर गारफ़ील्ड सोबर्स इक़लौते ऐसे बल्लेबाज़ थे जिन्होंने इंग्लैंड में नंबर छह या उसके नीचे खेलते हुए पांच बार 50 से अधिक का स्कोर बनाया हो। जाडेजा ने अब तक इस सीरीज़ में कुल आठ पारियों में 113.50 की औसत से 454 रन बनाए हैं।
मांजरेकर ने कहा, "बतौर बल्लेबाज़ जाडेजा के मानसिक पहलू की भी प्रशंसा बनती है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। इसके लिए एक गहरे अध्ययन की ज़रूरत है जिस तरह से वह मैच दर मैच बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। जैसे हम राहुल द्रविड़ को 2011 में देखते थे कि वह अकेले आकर लड़ते थे। एक शतक के बाद दूसरा, तीसरा... जाडेजा इस सीरीज़ में आपके सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में से एक हैं जो कि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। समय बिताना और विपक्षी टीम को हताश करने में इन्हें मज़ा आता है जो कि हमने पिछले टेस्ट मैच में भी देखा।"
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.