इंग्लैंड-भारत टेस्ट सीरीज़ को अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफ़ी कहा जाएगा
अब तक इंग्लैंड में खेली जाने वाली सीरीज़ को "पटौदी ट्रॉफ़ी" और भारत में उसी सीरीज़ को "एंथनी डि मेलो ट्रॉफ़ी" कहा जाता था

क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन के नाम अब प्रतिष्ठित ट्रॉफ़ी पर दर्ज होंगे, क्योंकि ECB और BCCI ने यह तय किया है कि अब से इंग्लैंड और भारत के बीच खेले जाने वाले टेस्ट सीरीज़ को "एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफ़ी" कहा जाएगा।
ESPNcricinfo को जानकारी मिली है कि तेंदुलकर और एंडरसन दोनों विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फ़ाइनल के दौरान लॉर्ड्स में इस ट्रॉफ़ी का अनावरण करेंगे, जो 11 जून से शुरू हो रहा है। यह निर्णय ऐसे समय पर आया है जब इंग्लैंड और भारत नई WTC चक्र की शुरुआत पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ से करने जा रहे हैं, जिसका आग़ाज़ 20 जून से हेडिंग्ले (लीड्स) में होगा।
एंडरसन, जिन्होंने 188 टेस्ट खेले, पिछले जुलाई में संन्यास ले चुके हैं, जबकि तेंदुलकर ने 200 टेस्ट खेलने के बाद 2013 में क्रिकेट को अलविदा कहा था। हालांकि ट्रॉफ़ी का नाम बदलने का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि दोनों बोर्ड यह चाहते थे कि भारत और इंग्लैंड के बीच सभी टेस्ट सीरीज़ एक ही नाम से जानी जाए, भले ही वे भारत में हों या इंग्लैंड में।
अब तक इंग्लैंड में खेली जाने वाली सीरीज़ को "पटौदी ट्रॉफ़ी" कहा जाता था, जो भारत के पूर्व कप्तान मंसूर अली ख़ान पटौदी के नाम पर थी, जबकि भारत में उसी सीरीज़ को "एंथनी डि मेलो ट्रॉफ़ी" कहा जाता था, जिनका BCCI की स्थापना में अहम योगदान था और जो 1946-47 से 1950-51 तक बोर्ड के पहले सचिव और अध्यक्ष भी रहे।
यह क़दम उसी प्रवृत्ति का हिस्सा है जिसमें नवंबर 2024 में इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच की टेस्ट सीरीज़ को "क्रो-थॉर्प ट्रॉफ़ी" नाम दिया गया। इसी तरह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज़ "बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी" के नाम से जानी जाती है।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo के न्यूज़ एडिटर हैं
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