टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहेंगे मोईन अली
आईपीएल और टी20 विश्व कप के बाद ऐशेज़ के चलते वह अपने परिवार से दूर नहीं रहना चाहते हैं

इंग्लैंड के ऑलराउंडर मोईन अली टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फ़ैसला कर चुके हैं। 34 वर्षीय मोईन ने 64 टेस्ट खेले हैं और अब वह इस फ़ॉर्मैट में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व नहीं करना चाहते। ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को पता चला है कि आईपीएल और टी20 विश्व कप के बाद ऐशेज़ के चलते मोईन अपने परिवार से दूर रहने में रुचि नहीं रखते। ऐसा समझा जा रहा है कि आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल रहे मोईन ने इंग्लैंड मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड और कप्तान जो रूट दोनों को यह बात बता दी है।
मोईन सफ़ेद गेंद क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए खेलते रहेंगे। साथ ही काउंटी और फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट में भी उनके खेलते रहने की संभावना है। हालांकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके खेलने की बात अभी स्पष्ट नहीं है।
मोईन के टेस्ट आंकड़े काफ़ी अच्छे रहे हैं। 2000 रन और 100 विकेटों के डबल का कीर्तिमान उन्होंने इयन बॉथम, गैरी सोबर्स और इमरान ख़ान से भी कम टेस्ट मैचों में हासिल कर लिया। केवल 15 गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड के लिए मोईन से ज़्यादा विकेट लिए हैं। मोईन आईसीसी रैंकिंग्स में ऑलराउंडर्स की सूची में एक समय पर तीसरे पायदान पर थे।
अपने चरम पर मोईन बतौर बल्लेबाज़ ही टीम का हिस्सा दिखते थे, जैसे जब उन्होंने 2016 में चार टेस्ट शतक जड़े। लेकिन आख़िर में टेस्ट मैचों में उनकी औसत केवल 28 की ही रही।
बतौर गेंदबाज़ 2017 में उन्होंने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ चार टेस्ट में 25 विकेट लिए, और 2018-19 में श्रीलंका और वेस्टइंडीज़ में छह टेस्ट में शास्त्रीय स्पिन गेंदबाज़ी करते हुए 32 विकेट झटके। इंग्लैंड के लिए स्पिनर्स में सिर्फ़ डेरेक अंडरवुड और ग्रैम स्वॉन ने ही उनसे अधिक टेस्ट विकेट लिए हैं। मोईन के 60.70 के स्ट्राइक रेट को जिम लेकर जैसा दिग्गज भी नहीं पार कर सका है। लेकिन यह भी सच है कि इंग्लैंड के टॉप 25 विकेट लेने वालों में किसी की औसत मोईन की 36.66 की औसत से ज़्यादा नहीं रही है।
आगे यह देखना होगा कि इंग्लैंड टीम में मोईन के और साथी खिलाड़ी भी क्या उनकी मिसाल को अपनाते हैं। कम से कम 10 और खिलाड़ी और कई सपोर्ट स्टाफ़ के सदस्य कठोर क्वारंटीन में रहने के बारे में चिंतित हैं। अगर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बोर्ड किसी भी हाल में ऐशेज़ के आयोजन पर अडिग रहते हैं तो ऐसा हो सकता है कि इंग्लैंड को इस बार ऐशेज़ के लिए एक कमज़ोर टीम चुननी पड़े।
जॉर्ज डोबेल ESPNcricinfo में वरिष्ठ संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर असेस्टिंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।
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