ओएन मॉर्गन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
साढ़े सात साल वनडे और टी20 टीम की कप्तानी करने के बाद लिया यह फ़ैसला

सीमित ओवरों की क्रिकेट में इंग्लैंड पुरुष टीम के कप्तान ओएन मॉर्गन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फ़ैसला किया है। वह दोनों प्रारूपों में इंग्लैंड की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले तथा सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी के रूप में अपने करियर को समाप्त कर रहे हैं। साथ ही वह इंग्लैंड को वनडे विश्व कप जिताने वाले पहले पुरुष भी हैं।
मॉर्गन के इस फ़ैसले की संभावना थी क्योंकि लंबे समय से वह ख़राब फ़ॉर्म तथा चोटों से जूझ रहे थे। वह घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे और 'द हंड्रेड' प्रतियोगिता में लंदन स्पिरिट की कप्तानी भी करेंगे।
2015 में एलेस्टर कुक का उत्तारिधारी नियुक्त किए जाने के बाद से मॉर्गन ने 126 वनडे और 72 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में इंग्लैंड का नेतृत्व किया। इस दौरान उनकी कप्तानी में इंग्लैंड 2016 वर्ल्ड टी20 का उपविजेता रहा था और बाद में टीम ने 2019 वनडे विश्व कप अपने नाम किया।
2009 में इंग्लैंड के लिए खेलने से पहले मॉर्गन आयरलैंड का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। सीमित ओवरों की क्रिकेट में 340 बार इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने के अलावा मॉर्गन ने 2010 और 2012 के बीच 16 टेस्ट मैच भी खेले हैं।
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज़ में मॉर्गन ने कहा, "बहुत सोच विचार करने के बाद मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर रहा हूं। अपने करियर के सबसे अच्छे और सफल पड़ाव को छोड़ने का फ़ैसला आसान कतई नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि यह सही समय है, न केवल मेरे लिए बल्कि सीमित ओवरों में इंग्लैंड की दोनों टीमों के लिए जिनका मैंने अब तक नेतृत्व किया है।"
"आयरलैंड के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत से लेकर 2019 में विश्व कप जीतने तक, मैंने कभी इस बात को नज़रअंदाज़ नहीं किया है कि किसी भी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी के लिए अपने परिवार का समर्थन कितना मायने रखता है। मैं अपने माता-पिता, अपनी पत्नी तारा और विश्व भर में फैले अपने परिवार को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि अपने करियर के दौरान उन्होंने मेरा समर्थन किया है। इन सबके बिना यह सफ़र शुरू ही नहीं हो पाता।"
"साथ ही मैं अपने साथी खिलाड़ियों, कोचों, प्रशंसकों तथा मेरे करियर में मेरी मदद करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को धन्यवाद कहना चाहता हूं। बतौर खिलाड़ी और कप्तान, मैंने जो कुछ भी हासिल किया है, उस पर मुझे गर्व है। हालांकि मैं इस सफ़र में महान व्यक्तियों के साथ बिताए गए समय और बनाई गई यादों को ज़्यादा याद करूंगा।" "मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे विश्व कप जीतने वाली दो टीमों के लिए खेलने का मौक़ा मिला। मेरा मानना है कि इंग्लैंड की सफ़ेद गेंद वाली दोनों टीमों के लिए भविष्य बहुत उज्जवल है। हमारे पास पहले की तुलना में अनुभव, अधिक ताक़त और बहुत गहराई है। मैं उन्हें खेलते हुए देखने के लिए उत्साहित हूं।"
"मैं हो सके उतना घरेलू क्रिकेट खेलने का आनंद लूंगा। मैं इस साल द हंड्रेड में लंदन स्पिरिट के लिए खेलने और उनकी कप्तानी करने को लेकर उत्साहित हूं।"
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