रेटिंग्स : जीत में मोहम्मद शमी और सूर्यकुमार यादव का रहा बड़ा योगदान
शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़ और के एल राहुल के लिए भी दिन अच्छा रहा, श्रेयस अय्यर ने निराश किया

भारत ने एशिया कप में जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया पर भी पांच विकेट की जीत के साथ अपने विश्व कप से पहले के फ़ॉर्म को बरक़रार रखा। कप्तान के एल राहुल ने टॉस जीतकर गेंदबाज़ी चुनी और मोहम्मद शमी (5/51) के साथ गेंदबाज़ी के हीरो रहे। 277 के लक्ष्य का पीछा करते हुए शुभमन गिल (74) और ऋतुराज गायकवाड़ (71) ने भारत के लिए बेहतरीन नींव रखते हुए पहले विकेट के लिए 142 रन जोड़े। मिडिल ऑर्डर में थोड़ी हड़बड़हाट के बाद सूर्यकुमार यादव (50) और कप्तान राहुल (58 नाबाद) ने भारत की जीत सुनिश्चित करवाई।
क्या सही, क्या ग़लत?
भारत के प्रदर्शन का सबसे बड़ा बेहतरीन हिस्सा था - गेंद के साथ उनकी वापसी। एक समय ऐसा लगा था ऑस्ट्रेलिया 300 का आंकड़ा तो पार कर ही लेगा, लेकिन पारी के दूसरे भाग में गेंदबाज़ों के लगातार विकेट लेते हुए उन्हें कम से कम 25 रन पीछे रोका। यहां राहुल की कप्तानी भी अच्छी रही, जिन्होंने बुमराह और शमी को छोटे स्पेल देते हुए ताज़ा रखा और आक्रामक कप्तानी की। इसके बाद भारत की सलामी साझेदारी भी बहुत लुभावनी रही और कई मायनों में उन्होंने मैच को वहीं ख़त्म कर दिया था। सूर्यकुमार यादव का क्रीज़ पर आकर एक लंबी पारी खेल पाना भी बढ़िया था।
हालांकि भारत की फ़ील्डिंग आज पहले जितनी पैनी नहीं थी। कुछ कैच ड्रॉप होने के अलावा कुछ मिसफ़ील्ड भी हुए। साथ ही भारत श्रेयस अय्यर को ज़्यादा बल्लेबाज़ी ना करने के मौक़े को लेकर निराश होगा।
प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वश्रेष्ठ)
ऋतुराज गायकवाड़, 8.5: ऋतुराज विश्व कप दल का भले हिस्सा न हों, लेकिन उनकी पारी ने याद दिलाया कि वह एक ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जो हर प्रारूप में भारत के लिए खेलने के योग्य हैं। उन्होंने शॉन ऐबट की लगातार गेंदों पर जिस तरह हुक लगाया और फिर बैकफ़ुट पर खड़े होकर कवर की दिशा में पंच, वह शायद दिन के दो बेहतरीन शॉट थे।
शुभमन गिल, 9: गिल ने जिस तरीक़े से अपने 2023 के फ़ॉर्म को बरक़रार रखा है, वह भारतीय ख़ेमे के लिए विश्व कप से पहले बहुत सुखद बात है। आज की पारी में वह जिस तरह स्पिन को खेल रहे थे, वह सबसे बढ़िया चीज़ दिखी। ऐसे में शायद स्पिन पर ग़लत शॉट खेलकर आउट होना सबसे बड़ा संयोग रहा। शायद श्रेयस अय्यर के साथ हुए रन आउट से भी उनकी मानसिक स्थिति पर असर पड़ा था।
श्रेयस अय्यर, 4: श्रेयस के लिए यह मैच भुलाने लायक था। उन्होंने डेविड वॉर्नर का आसान कैच टपकाया जब ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज़ शुरुआती ओवरों में संघर्ष कर रहे थे। बल्ले के साथ उन्हें स्पिन के ख़िलाफ़ शुरू करने का मौक़ा मिला, लेकिन डॉट गेंद खेलते हुए दबाव में आकर एक ख़राब रन आउट का शिकार हुए।
के एल राहुल, 8: राहुल के लिए मैच मिला-जुला रहा। विकेटकीपिंग में उनसे कुछ ग़लतियां ज़रूर हुई, हालांकि ऐसे में ही उन्होंने मार्नस लाबुशेन और कैमरन ग्रीन के विकेट में योगदान दे दिया। उनकी कप्तानी काफ़ी स्पष्ट और सटीक रही, ख़ास कर जैसे उन्होंने आख़िरी 10 ओवरों में अति सुरक्षात्मक हुए बजाय विकेट लेने पर ज़ोर दिया। भारतीय पारी को भी उन्होंने अच्छे से संभाला और अपने हालिया फ़ॉर्म को जारी रखा।
इशान किशन, 5: किशन की शुरुआत आज फिर स्पिन के ख़िलाफ़ हुई और उन्होंने सकारात्मक बल्लेबाज़ी करने की कोशिश की। शुरुआत में क़िस्मत उन पर मेहरबान थी और इसके चलते वह अच्छी लय में आते दिखे, लेकिन फिर एक शॉर्ट गेंद को थर्ड की दिशा में गाइड करने की कोशिश में आउट हो गए।
सूर्यकुमार यादव, 8.5: आज सूर्यकुमार यादव की पारी तब आई जब भारत रन के मामले में चेज़ में काफ़ी आगे निकल चुका था। इससे वह शुरुआत में कुछ गेंदों पर ठहराव के साथ खेल सके। एक अच्छी बात थी उन्होंने शुरुआत में लगभग सभी गेंदों को सीधे बल्ले से खेलने की पूरी कोशिश की।
रवींद्र जाडेजा, 7: जाडेजा ने परिस्थितियों को अपने सीनियर साथी स्पिनर अश्विन से बेहतर पढ़ा और धीमी गति से गेंदबाज़ी करते हुए पिच से बेहतर मदद निकाली। उनके विश्लेषण पर मत जाइए, क्योंकि उन्होंने बीच-बीच में होल्डिंग रोल को अच्छे से खेला। वॉर्नर का विकेट निकालकर उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पारी में एक बड़ी गति-अवरोधक भी लगाई थी।
रवि अश्विन, 6.5: अश्विन पर काफ़ी निगाहें टिकी थीं और उनकी शुरुआत अच्छी थी, हालांकि एक वक़्त जब बल्लेबाज़ उन पर दबाव डालने लगे, तब उनकी लाइन और लंबाई काफ़ी सुरक्षात्मक बनने लगी। हालांकि छोर परिवर्तन (और स्मिथ और वॉर्नर के आउट होने) के बाद उन्होंने अपनी गति को धीमी करते हुए विकेट से ज़्यादा सहायता निकाली। अगर अश्विन ख़ुद को किफ़ायती गेंदबाज़ के बजाय आक्रामक गेंदबाज़ के तौर पर देखने लगेंगे, तो विश्व कप दल में उनके चयन की संभावना बढ़ेगी।
शार्दुल ठाकुर, 4: आज के पिच पर भारत को छठे गेंदबाज़ी के विकल्प की कमी तब-तब खली, जब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों ने शार्दुल पर हमला बोला। हालांकि उनके बचाव में यह कहना ज़रूरी है कि वह अपने पहली ओवर में वॉर्नर का विकेट ले सकते थे और फिर शायद आज की तस्वीर कुछ और ही होती।
जसप्रीत बुमराह, 8.5: आज विकेट ज़रूर उनके पार्टनर को मिले, लेकिन ठीक एशिया कप फ़ाइनल की तरह, आप नई गेंद से बुमराह के योगदान को नहीं झूठला सकते। उन्होंने स्टीवन स्मिथ जैसे बल्लेबाज़ के ख़िलाफ़ दो मेडन ओवर से शुरुआत की। बाद में भी वह जब भी गेंदबाज़ी पर लाए गए, तब उन्होंने रन रोकने का भरपूर काम किया।
मोहम्मद शमी, 9.5: आज शमी ने लगभग कोई भी क़दम ग़लत नहीं डाला। नई गेंद से एक शानदार आउटस्विंग गेंद पर मिचेल मार्श को उखाड़ फेंका। पुरानी गेंद से उन्होंने अच्छे लेंथ पर गेंद को रखा और हल्के गति और रिलीज़ में परिवर्तन के चलते बल्लेबाज़ों को छकाया। उनके इस प्रदर्शन से अब भारतीय प्रबंधन के पास विश्व कप में गेंदबाज़ी क्रम के गठन को लेकर एक अच्छा सिरदर्द पैदा हो गया है।
देबायन सेन ESPNcricinfo में सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख हैं @debayansen
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