रेटिंग्स : स्पिन के तीन सूरमा पड़े पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पर भारी
जानिए भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरे टेस्ट में किसको मिले कितने अंक

दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में जब ऑस्ट्रेलिया ने 263 रन बनाए और उसके बाद भारत ने 135 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे तो लग रहा था कि इस काली मिट्टी की पिच पर ऑस्ट्रेलिया वापसी ही नहीं जीत भी दर्ज कर लेगी, लेकिन कहते हैं ना कि टेस्ट जीतने में हीरो की ज़रूरत होती है, इस मैच में वह हीरो बने अक्षर पटेल, रवींद्र जाडेजा और रविचंद्रन अश्विन। चलिए तो जानते हैं कि इस मैच में किसको कितने रेटिंग्स मिलते हैं।
क्या सही, क्या ग़लत?
जब आप कोई टेस्ट मैच में पिछड़ते हुए वापसी करते हो और फिर एक सेशन ऐसा करते हो कि विरोधी टीम नेस्तोनाबूत हो जाए तो ग़लत क्या गया यह तो विरोधी टीम के बारे में बोलना चाहिए। रवींद्र जाडेजा की सटीक गेंदबाज़ी हो, अक्षर पटेल की वापसी कराने वाली वह पारी या रविचंद्रन अश्विन की दोनों पारियों में गेंदबाज़ी और अक्षर के साथ वह साझेदारी।अगर ग़लत की बात करें तो देखा जाए के एल राहुल के लिए यह टेस्ट भी बहुत ख़राब गया है और अब उनका टीम में जगह बरक़रार रखना मुश्किल होने वाला है। अगर कुछ ग़लत गया तो इसे ही कहा जा सकता है।
प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वाधिक)
रोहित शर्मा, 7 : पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 263 रन के बाद भारत को कप्तान रोहित शर्मा ने 32 रन की पारी खेलकर अच्छी शुरुआत दिलाई थी। वह स्पिन को अच्छे से खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज़ों में से एक रहे हैं। इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने मैच के तीसरे दिन शानदार कप्तानी की और अपने प्रमुख गेंदबाज़ों के साथ लगातार बातचीत की। वहीं बल्लेबाज़ी में आते हुए दूसरी पारी में उन्होंने बताया कि आख़िर इस पिच पर कैसे बल्लेबाज़ी की जानी चाहिए। वह क़दमों का इस्तेमाल कर गेंद की लाइन तक पहुंचकर मनमानी करते दिखे।
के एल राहुल, 5 : केएल राहुल के लिए यह मैच भी ख़राब रहा। पहली पारी में वह एलबीडब्ल्यू हो गए लेकिन दूसरी पारी में तो उनका लक बहुत ही ख़राब था कि कैसे शॉर्ट लेग के फ़ील्डर के घुटने से लगकर कोई कैच हो सकता है। उन्हें समय की ज़रूरत है और उम्मीद है टीम प्रबंधन यह करने के लिए तैयार होगा।
चेतेश्वर पुजारा, 6 : पुजारा के लिए यह 100वां टेस्ट था और कोई भी बल्लेबाज़ इस मुकाम पर शून्य पर आउट नहीं होना चाहिए, लेकिन ऐसा हुआ। दूसरी पारी जब आई तो पुजारा ने क़दमों का इस्तेमाल करके गेंद की लाइन तक आने का प्रयास किया जो टर्न लेती पिचों पर एक अच्छा निर्णय था। रोहित ने उनके लिए अपना विकेट बलिदान कर दिया और उन्होंने इस मौक़े को ज़ाया नहीं किया। विजयी चौका लगाकर उन्होंने अपना 100वां टेस्ट यादगार बना लिया।
विराट कोहली, 7 : विराट कोहली भले ही बड़े स्कोर नहीं बना पाए हों, लेकिन दोनों पारियों में उन्होंने बताया कि टर्न लेती विकेट पर कैसे बल्लेबाज़ी की जाती है। वह जब फ़्रंट फ़ुट पर खेल रहे थे पूरा स्ट्रेच होकर डिफ़ेंस कर रहे थे, जब बैकफ़ुट पर खेल रहे थे पूरा क्रीज़ के अंदर खेल रहे थे। यही इस पारी में उनकी ख़ासियत रही थी। दूसरी पारी में वह लंबा खेलते लेकिन कोण के साथ बाहर जाती गेंद को समझ नहीं सके।
श्रेयस अय्यर, 6 : पहली पारी में कहा जा सकता है कि क़िस्मत ने उनका साथ नहीं दिया था, क्योंकि शॉर्ट लेग पर गेंद फ़ील्डर के शरीर पर अटक गई थी, लेकिन दूसरी पारी में वह टीम को जीत दिला सकते थे लेकिन डीप मिडविकेट पर आउट हो गए।
रवींद्र जाडेजा, 10 : इस ऑलराउंडर की जितनी तारीफ़ की जाए वह कम ही होगी। पहली पारी में जहां अश्विन विकेटों में आगे निकल गए थे तो जब जाडेजा आए तो उन्होंने भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को दूसरे छोर पर होश नहीं लेने दिया। यानि विकेट टू विकेट गेंद, ग़लती करोगे तो आप करोगे। वहीं पहली पारी में उनकी विराट के साथ साझेदारी भी अहम साबित हुई। दूसरी पारी में तो गेंदबाज़ी में उन्होंने कहर ही ढा दिया। वह लगातार स्टंप्स पर गेंद कर रहे थे और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ ग़लती करके अपने विकेट गंवा रहे थे।
श्रीकर भरत, 7 : पूरे मैच में चुस्त फ़ील्डिंग। तीन कैच और दूसरी पारी में अहम 22 गेंद में 23 रन की पारी उन्हें इस मैच का हीरो बना गई। दूसरी पारी में आकर वह जिस आत्मविश्वास के साथ खेल रहे थे वह उनकी क़ाबिलियत के बारे में बताता है।
अक्षर पटेल, 10 : कहने को तो जाडेजा इस मैच के हीरो रहे हैं, लेकिन भारत की इस जीत में सबसे अहम योगदान पटेल का रहा है। 139 पर सात विकेट गिर चुके थे तब जाकर उन्होंने अश्विन के साथ 100 रन से ज़्यादा की साझेदारी की। जहां बाक़ी बल्लेबाज़ फंसते दिखे, उन्होंने खुलेआम शॉट लगाए, मज़बूत डिफ़ेंस किया और अर्धशतक लगाकर भारत को ऑस्ट्रेलिया के स्कोर के पास पहुंचा दिया।
आर अश्विन, 9 : अश्विन को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों पर हावी होने में अधिक समय नहीं लगा। शुरुआत शमी ने की तो उसको आगे अश्विन ने बढ़ाया। लाबुशेन और स्मिथ को तीन गेंद के अंदर आउट करके उन्होंने ऑस्ट्रेलिया का चेहरा बिगाड़ दिया था। वहीं बल्लेबाज़ी में उन्होंने अक्षर का अहम समय पर साथ दिया। वहीं दूसरी पारी में गेंदबाज़ी में उन्होंने ट्रेविस हेड से शुरुआत की, स्मिथ और रेनशॉ को आउट करके दबाव बनाया और पूरा काम कर गए जाडेजा।
मोहम्मद शमी, 7 : अश्विन और जाडेजा जहां काम तमाम कर रहे थे तो वहीं शमी भारत को नई गेंद से अच्छी शुरुआत कराते दिखे। वॉर्नर का विकेट इस बात का सबूत है। इसके बाद पुछल्ले बल्लेबाज़ों को भी निपटाने में उन्हें अधिक समय नहीं लिया और पहली पारी में सबसे अधिक भारत की ओर से चार विकेट लिए।
मोहम्मद सिराज, 5 : पहली पारी में उन्होंने केवल 10 ओवर किए तो दूसरी पारी में उनकी गेंदबाज़ी ही नहीं आई, ऐसे में उनके बारे में अधिक कुछ नहीं कहा जा सकता है।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26
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