बेथ मूनी : भारत ने पर्याप्त स्कोर नहीं खड़ा किया
बीमारी से उबरने के बाद खेलना और मैच-जिताऊ प्रदर्शन करना मूनी की आदत सी बन गई है

पांच मैचों की टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ के लिए भारत पहुंचने के बाद से ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाज़ बेथ मूनी पूरी तरह स्वस्थ महसूस नहीं कर रही थीं। पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच की पूर्व संध्या पर पहली बार वह अभ्यास के लिए आईं लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वह फ़िट हो पाएंगी या नहीं।
ब्रिस्बेन हीट की अपनी पूर्व कप्तान और मेंटॉर कर्बी शॉर्ट के साथ मुंबई दर्शन तथा पहले कुछ दिनों में सपोर्ट स्टाफ़ की मेहनत ने उन्हें ठीक होने में मदद की। इसके बाद डीवाई पाटिल के मैदान पर मूनी ने 57 गेंदों पर 89 रनों की नाबाद पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को आसान जीत और सीरीज़ में 1-0 की बढ़त दिलाई।
अपने प्लेयर ऑफ़ द मैच प्रदर्शन के बाद मूनी ने कहा, "मैंने अंदाज़ा नहीं लगाया था कि मैं आज पूरे 40 (38.1) ओवरों के लिए मैदान पर रहूंगी। मैं अंत में थक रही थी और मैंने टीमैक (तालिया मैक्ग्रा) से कुछ बाउंड्री लगाने को कहा। मुझमें इतनी ऊर्जा थी कि मैं टीम को जीत तक ले गई।"
जब कप्तान अलिसा हीली 23 गेंदों पर 37 रन बनाकर आउट हुईं, मूनी 30 गेंदों पर 34 रन बनाकर खेल रही थीं। मैक्ग्रा के साथ उन्होंने स्कोरबोर्ड को चलाया लेकिन बल्लेबाज़ी के लिए आसान पिच और तेज़ आउटफ़ील्ड के बावजूद रन इतनी आसानी से नहीं बन रहे थे।
मूनी ने कहा, "टीमैक को मैं यही कह रही थी कि हमें केवल एक बड़े ओवर की आवश्यकता थी। (हम उन्हें) अपने प्लान से कुछ अलग करने पर मजबूर करना चाहते थे। मिज (हीली) और मेरे ख़िलाफ़ शुरुआत में तथा टीमैक के विरुद्ध मध्य ओवरों में भारत के पास बढ़िया प्लान थे। हमें उस बड़े ओवर के लिए इन प्लान को ख़राब करना था।"
जल्द ही यह बड़े ओवर आए भी। ऑस्ट्रेलिया ने 13वें ओवर में दीप्ति शर्मा के विरुद्ध 14 रन बनाए और अगले चार ओवरों में 60 रन बटोरे। मूनी और मैक्ग्रा की नाबाद शतकीय साझेदारी से टीम ने 173 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया।
भारत के विरुद्ध लगभग 50 की औसत से रन बना रहीं मूनी ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की विचारधारा का वर्णन किया जिसने उसे टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की सबसे मज़बूत टीम बनने में मदद की।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि खेल का परिदृश्य बदल रहा है। वह दिन गए जब 10 प्रति ओवर का [आवश्यक रन रेट] पहुंच से बाहर लगता था। इससे पता चलता है कि पिछले कुछ वर्षों में खेल विश्व स्तर पर कहां गया है। 170 का पीछा करते हुए या तीन या चार साल पहले 10 प्रति ओवर हासिल करना लगभग असंभव लगता था।"
मूनी ने आगे कहा, "आजकल, जब तक ड्रेसिंग रूम में आत्मविश्वास है - जो हमारी टीम में भरपूर है - कुछ भी पहुंच से बाहर नहीं लगता है।"
पोस्ट मैच प्रेज़ेंटेशन में हीली की तरह मूनी को भी लगता है कि भारत ने पर्याप्त स्कोर नहीं खड़ा किया। 172/5 टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध भारत का दूसरा सर्वाधिक स्कोर है।
मूनी ने कहा, "आंकड़े कहते हैं कि 185 एक पर्याप्त स्कोर होता। हमें नहीं लगा कि उन्होंने पर्याप्त रन बनाए। हम जानते थे कि कुछ अच्छे क्रिकेट शॉट और बड़ी साझेदारियों से हम मैच जीत जाएंगे। उन्होंने अंतिम ओवर में विकेट बचाने के बाद रन बटोरे और दीप्ति ने हमें ब्लूप्रिंट दिया। दो या तीन साल पहले टी20 क्रिकेट में यह एक चुनौतीपूर्ण स्कोर था लेकिन इस विकेट पर यह लगभग पर्याप्त था। दूसरी पारी में ओस के साथ बल्लेबाज़ी करने का मतलब था कि गेंद अच्छे से बल्ले पर आई।"
बीमारी से उबरने के बाद खेलना और मैच जिताऊ प्रदर्शन करना अब मूनी की आदत सी बन गई है। अब यह आप 2019 की सिडनी सिक्सर्स टीम से पूछ लीजिए या नवी मुंबई में मौजूद हरमनप्रीत कौर की भारतीय टीम से।
एस सुदर्शनन ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.