'हमें समय पर आगे आने वाले लोग मिले'- मशहूर सीरीज़ जीत पर राहुल द्रविड़ की प्रतिक्रिया
बल्लेबाज़ों को दबाव में रखने के लिए अश्विन ने अलग एक्शन, अलग गति और अलग रिलीज़ का इस्तेमाल किया

धर्मशाला में भारत ने इंग्लैंड को पारी और 64 रनों से हराते हुए सीरीज़ 4-1 से अपने नाम कर ली है। कुलदीप यादव और रविचंद्रन अश्विन ने एक-एक पारी में फाइव विकेट हॉल लिए तो वहीं रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने शानदार शतक लगाए। सीरीज़ में शानदार जीत दर्ज करने के बाद अश्विन और हेडकोच राहुल द्रविड़ ने ऑफ़िशियल ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
ईमानदारी से कहूं तो काफ़ी गर्व हो रहा है। पहले टेस्ट में ही पिछड़ जाना ज़ाहिर तौर पर निराशाजनक था, लेकिन टीम और खिलाड़ियों को पूरा श्रेय देना होगा, उन्होंने जिस तरह से वापसी की है। मेरे ख़्याल से पहला टेस्ट गंवाने के बाद भी हम काफ़ी शांत थे। मुझे भरोसा था कि हमारे पास लड़ने के लिए कला और क्षमता है। सीरीज़ में कई मौकों पर हमें दबाव में डाला गया इसके बाद भी हमारा प्रदर्शन शानदार रहा। हमें हमेशा डटकर सामना करने वाले लोग मिले और टीम खड़ी होती रही। सीरीज़ में टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया उस पर एक कोच और सपोर्ट स्टॉफ़ के रूप में मुझे काफ़ी गर्व है।
ज़ाहिर तौर पर जब आप अनुभवी ख़िलाड़ियों को गंवा देते हैं [विराट कोहली और मोहम्मद शमी सीरीज़ का हिस्सा नहीं थे और केएल राहुल ने केवल एक ही टेस्ट ख़ेला] जो इस सीरीज़ में हमारे साथ नहीं थे तो यह कठिन हो सकता है। मेरा मतलब है कि जो लोग मैच देखने आते हैं या इसे फ़ॉलो करते हैं उनके लिए यह मनोरंजन के दृष्टिकोण से कठिन हो सकता है। आप दुनिया के सबसे महान खिलाड़ियों को खेलते देखना चाहते हैं। मैंने हमेशा भरोसा किया है कि भारत में बहुत सारा टैलेंट है और बहुत सारे युवा लोग हैं। नए खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन मौक़ा था कि वे दिखा सकें कि वे कितने अच्छे हैं। युवा खिलाड़ियों को अच्छा करते देखना शानदार था, लेकिन मेरा मानना है कि हमारा प्रदर्शन ऑलराउंड था और पूरी टीम ने एकजुट होकर खेला। अग़र आप हमारी पूरी टीम पर निगाह डालेंगे तो देखेंगे कि हर किसी ने सीरीज़ में कभी ना कभी अपना योगदान दिया है। यह हमारे लिए संतोषजनक चीज रही।
[नए खिलाड़ियों के आने पर] मेरे हिसाब से यह अच्छा है। मेरा सौभाग्य है कि मैं इतनी अच्छी टीम के साथ काम कर रहा हूं। यह केवल मेरे लिए नहीं है। मुझे कई सारे अच्छे प्रोफेशनल लोगों के साथ काम करने का मौक़ा मिल रहा है और मैं सभी से लगातार सीख रहा हूं। रोहित के साथ काम करना काफ़ी बेहतरीन है। मेरे हिसाब से वह शानदार लीडर हैं। मैं मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर और उनकी टीम की भी जमकर तारीफ़ करना चाहूंगा। ईमानदारी से कहूं तो एक कोच और एक कप्तान के रूप में हम उतना घरेलू क्रिकेट नहीं देख पाते हैं जितनी अजीत और उनकी टीम देखते हैं। उन्होंने कुछ युवा खिलाड़ियों का चयन करने के लिए हमारे ऊपर दबाव बनाया और हमें चैलेंज किया और उन्होंने सही ख़िलाड़ियों का चुनाव भी किया जिन्होंने आकर प्रदर्शन किया है। चयनकर्ता होना आसान नहीं होता है क्योंकि अक्सर आपकी आलोचना होती है, लेकिन अजीत और उनकी टीम को ढेर सारी शुभकामनाएं।
काफ़ी खुश हूं और बता नहीं सकता कि कैसा महसूस कर रहा हूं। पिछले हफ़्ते में काफ़ी कुछ हुआ है और 100वें टेस्ट को लेकर खूब बात हुई है। बहुत सारे शुभचिंतक आगे आए और उन्होंने मुझे बधाई दी। बीसीसीआई की मीडिया टीम ने शानदार प्रीव्यू किए।
[100वें टेस्ट में फ़ाइव विकेट हॉल] मैंने अलग एक्शन, अलग गति और अलग रिलीज़ का इस्तेमाल किया क्योंकि भारत में हम बहुत सारे मैदानों में ख़ेलते हैं और हर पिच पर अलग तरह की कला आज़मानी पड़ती है। इस मैच में गेंद जिस तरह से आई उससे मुझे काफी संतुष्टि हुई भले ही मुझे कुछ बड़ी हिट लगी थी। संभवतः रांची की दूसरी पारी और इस मैच से सबसे अधिक संतुष्ट हूं।
[धर्मशाला में ऑली पोप का विकेट] भारत में कई बार खूबसूरती वही है जो चली गई है। क्रिकेट एक खेल है जो दो टीमों के दिमाग के बीच खेली जाती है। जो पहले हो चुका है वही उसके दिमाग में चल रहा था। मैं उम्मीद कर रहा था कि संभवतः वह रिवर्स स्वीप खेलेगा। नई गेंद सतह पर फंस रही थी और ऐसा लग रहा था कि काफ़ी कुछ हो रहा है। यही समय होता है जिसका आप फ़ायदा ले सकते हैं।
[अपने प्रयोगों पर] एक क्रिकेटर के तौर पर या फ़िर किसी अलग पेशे के टॉप पर बैठे व्यक्ति को एक्सपर्ट्स की आलोचना का सामना करना पड़ता है। इस मामले के लिए मैंने अपनी आंखें खुली रखी हैं। मैंने अच्छी आलोचना को सुना है और उस पर अमल किया है। जब तक कि मैं कोशिश नहीं करूंगा तब तक सफल नहीं हो सकता। अगर मुझे कोई चीज करने का आत्मविश्वास है तो मैं वो करूंगा।
[कुलदीप के साथ गेंदबाज़ी] दूर के छोर से दरार थी और दूसरे छोर से अधिक गति मिल रही थी। अगर आप इसका इस्तेमाल अच्छे से कर सकते हैं तो यह काम करेगा। नई गेंद से मुझे उछाल मिली जो शानदार थी। पहली पारी में जब कुलदीप आया तो उसने इसका अच्छा इस्तेमाल किया और फ़िलहाल कुलदीप के हाथ से गेंद जिस तरह छूट रही है वह अविश्वसनीय है। कलाई के स्पिनर को ऐसी लय में देखना और पूरी सीरीज़ में उन्होंने जिस तरह से बदलाव किया है और ख़ास तौर से पिछले दस महीनों में उन्हें देखना काफ़ी अच्छा रहा है। मैं किसी के लिए इससे अधिक खुश नहीं हो सकता हूं।
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