शुरू हुआ इन-फ़ॉर्म ऐडम मिल्न का विश्व कप सफ़र
लॉकी फ़र्ग्यूसन के चोटिल होने पर मिला है मौक़ा

इस टी20 विश्व कप से पहले 20 ओवर के क्रिकेट के लिए ऐडम मिल्न पूरी तरह से तैयार और फ़िट थे। उनका फ़ॉर्म भी अच्छा चल रहा था। हालांकि विश्व कप टीम में जगह ना होने के कारण उन्हें 15 सदस्यों के मुख्य दल की जगह रिज़र्व खिलाड़ियों में जगह मिली थी। अब लॉकी फ़र्ग्यूसन के चोटिल होने के बाद उन्हें अंतिम 15 में शामिल किया गया है और पूरी उम्मीद है कि उन्हें मैच भी खेलने को मिलेगा।
इससे पहले 2015 वनडे विश्व कप के दौरान वह एड़ी में लगी चोट के कारण सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल जैसे अहम मुक़ाबले खेल नहीं पाए थे। अब छह साल बाद लग रहा है कि उन्हें फिर से इस बड़े टूर्नामेंट में अपनी गेंदबाज़ी का जौहर दिखाने का मौक़ा मिलेगा।
मिल्न ने कहा, "मंगलवार को फ़र्ग्यूसन के चोट के गंभीर होने की पुष्टि हुई और मुझसे कहा गया कि मैं अब टीम के अंदर हूं। अच्छी बात यह है कि मैं पहले से ही दल के साथ हूं और अब मुझे मैच खेलने का मौक़ा मिलेगा, यह सोचकर ख़ुश भी हूं। मैं इस मौक़े का बेहतर प्रदर्शन कर भरपूर उपयोग करना चाहता हूं ताकि मैं अपनी टीम के लिए कुछ अंतर पैदा कर सकूं।"
उन्होंने कहा, "जब हम दुबई के मैदान में उतरे तो मुख्य कोच गैरी स्टीड आए और लगभग 60 मिनट तक बात की। मुझे इस दौरान एक-दो बार जम्हाई भी आई (हंसते हुए)। फिर मुझे टीम के कुछ अधिकारियों ने आकर बताया कि देखिए अभी आपके चयन को आईसीसी ने मान्यता नहीं दी है।"
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच के दौरान हारिस रउफ़ ने न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों को ख़ासा परेशान किया, जिसकी बदौलत पाकिस्तान को लगातार दूसरी जीत मिली। वहीं न्यूज़ीलैंड के लिए यह पहले मैच में ही हार है और उन्हें अपनी संभावना बचाए रखने के लिए अब भारत के ख़िलाफ़ अगले मैच में जीत दर्ज करना ज़रूरी है। न्यूज़ीलैंड के पहले मैच के बाद स्टीड ने संकेत दिए हैं कि आने वाले मैचों में ईश सोढ़ी की जगह मिल्न को उनकी तेज़ी की वज़ह से मौक़ा मिल सकता है।
मिल्न ने कहा, "मैं भी कुछ इसी तरह से सोचता हूं। अगर आईपीएल और विश्व कप के अब तक हुए मैचों को देखें तो उन तेज़ गेंदबाज़ों को फ़ायदा मिला है, जो तेज़ गति से हिट द डेक गेंदबाज़ी कर विकेट की मदद से असमतल उछाल प्राप्त कर रहे हैं। हमारे ख़िलाफ़ रउफ़ ने ऐसी गेंदबाज़ी की और उन्हें बाउंस भी मिला, जिसकी बदौलत उन्हें विकेट मिली और वे रन रोकने में भी क़ामयाब रहें।"
"मुझे लगता है कि मैं भी ऐसा कर सकता हूं, जिससे टीम को भी लाभ हो। हमारे गेंदबाज़ों ने पिछले मैच में भी बेहतरीन गेंदबाज़ी की, हालांकि यह हमारा दुर्भाग्य रहा कि पारी के अंत में बेहतरीन साझेदारी कर वे हमसे मैच खींचकर ले गए," मिल्न ने आगे कहा।
मिल्न हाल ही में इंग्लैंड से टी20 ब्लास्ट और द हंड्रेड टूर्नामेंट खेल के आए हैं, जहां उनका फ़ॉर्म शानदार रहा था। उनको भरोसा है कि यह फ़ॉर्म टी20 विश्व कप में भी बरक़रार रहेगा। द हंड्रेड में वह एकमात्र गेंदबाज़ थे जिनका इकॉनमी प्रति गेंद एक रन से भी कम था।
मिल्न ने कहा, "निश्चित रूप से मैं भी यह मानता हूं कि यह मेरे लंबे क्रिकेटिंग करियर का एक बढ़िया दौर है। मैं इसी फ़ॉर्म को अपनी राष्ट्रीय टीम के साथ भी बरक़रार रखना चाहता हूं। यह सबसे बेहतरीन समय है जब मैं लंबे समय बाद निरंतरता के साथ अच्छा प्रदर्शन कर पाया हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं अपने प्रदर्शन से अंतर पैदा करने में सफल रहूंगा।" आपको बता दें कि मिल्न अब सिर्फ़ अपनी तेज़ गति की गेंदों के लिए नहीं जाने जाते हैं बल्कि उन्होंने अपने तरकश में धीमी कटर गेंदों को भी विकसित कर लिया है, जो कि यूएई की धीमी पिचों पर काफ़ी उपयोगी साबित हो सकती हैं।
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है
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