पाकिस्तान मुक़ाबले से पहले सूर्यकुमार का मंत्र : कमरा और फ़ोन बंद करो और सो जाओ
भारतीय कप्तान ने कहा कि उनकी टीम के सभी सदस्य बहुत अच्छी स्थिति में हैं

रविवार को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ होने वाले सुपर-4 मुक़ाबले से पहले भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव से कहा कि इस मुक़ाबले को लेकर उनका मंत्र यही है कि कमरा बंद करो, फ़ोन स्विच ऑफ़ करो और सो जाओ। सूर्यकुमार के इस चुटीले जवाब के बाद सभी हंस पड़े।
ओमान के ख़िलाफ़ जीत के बाद प्री मैच प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान सूर्यकुमार यादव ने कहा, "कमरा बंद करो, फ़ोन स्विच ऑफ़ करो और सो जाओ। निश्चित तौर पर ऐसा कर पाना हमेशा संभव नहीं हो पाता क्योंकि आप काफ़ी दोस्तों से मिलते हैं, डिनर करने जाते हैं। तो निश्चित तौर पर यह कठिन है लेकिन अंत में यह आपके ऊपर है कि आप क्या सुनना चाहते हैं और क्या अपने ज़हन में रखना चाहते हैं।"
"लेकिन हम स्पष्ट हैं और यह काफ़ी ज़रूरी भी है। अगर आप इस टूर्नामेंट में अच्छा करना चाहते हैं तो आपको बाहरी आवाज़ों को नज़रअंदाज़ करना ही होगा। और उन्हीं चीज़ों को लेना होगा जो आपके लिए अच्छी हैं।"
"मैं यह नहीं कह रहा कि सभी आवाज़ों को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर देना सही होगा लेकिन जो चीज़ अच्छी हैं उन्हें लेने में कोई समस्या नहीं है। कभी आपको कोई अच्छी सलाह दे सकता है जो खेल में और मैदान में आपकी मदद कर सकती है। तो मेरे लिए यह ज़रूरी है और मुझे लगता है कि हर कोई बहुत अच्छी स्थिति में है।"
सूर्यकुमार से जल्द ही दूसरे राउंड की तैयारी के बारे में पूछा गया।
सूर्यकुमार ने कहा, "तैयारी? मैच तो 24 घंटे के भीतर है, किसके पास तैयारी का समय है?" और फिर सूर्यकुमार हंस पड़े।
ओमान मुक़ाबले के दौरान टॉस के समय जब सूर्यकुमार टीम में बदलाव के बारे में भूल गए तो उन्होंने मज़ाक़ में कहा कि वह रोहित शर्मा जैसे हो गए हैं। सूर्यकुमार से जब यह पूछा गया कि क्या भारत और पाकिस्तान की टक्कर वैसी ही है जैसी कभी 2003 में हुआ करती थी? सूर्यकुमार के जवाब में एक बार फिर रोहित की झलक दिखाई दे गई।
उन्होंने कहा, "मैं तब वहां नहीं था। लेकिन जब मैं एक भरा हुआ मैदान देखता हूं तो साथी खिलाड़ियों से यही कहता हूं कि यह लुत्फ़ उठाने का समय है।"
सवाल आते रहे। किसी ने तो भारत के अच्छे प्रदर्शन की तारीफ़ भी की, "बल्ले, गेंद और बाकी चीज़ों से।" इशारा टॉस के समय हाथ न मिलाने वाली घटना से था, जो बाद में एक बड़े विवाद में बदल गया।
"बाकी चीज़ें? वो क्या है भाई?" सूर्यकुमार मुस्कुराए। एक बार फिर सभी लोग हंस पड़े।
जैसे ही हंसी थम गई, उनसे अलग अंदाज़ में पूछा गया कि क्या भारत अगले मैच में भी वही करेगा जो उसने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ पिछले मैच में किया था। उनसे घुमा फिराकर पूछा गया था कि क्या वे हाथ नहीं मिलाएंगे।
सूर्यकुमार ने मज़ाकिया अंदाज़ में इसका जवाब दिया।
"ऐसा करने से आपका मतलब गेंद से है, है ना? तो ठीक है," उन्होंने हंसते हुए कहा। "यह एक अच्छा और ज़बरदस्त मुकाबला है। जैसा कि मैंने पिछले सवाल में कहा था, स्टेडियम खचाखच भरा है। आपको बेहतरीन दर्शक मिलेंगे। देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें और खेल का आनंद लें।"
फिर, क्रिकेट से जुड़ा एक सवाल आया। यह उन चंद सवालों में से एक था जो ख़ास तौर पर भारत बनाम पाकिस्तान, शोरगुल या विवादों पर केंद्रित नहीं थे। यह इस बारे में था कि वे खिलाड़ियों को मौक़े देने और कुछ खिलाड़ियों को आराम देने के बीच संतुलन कैसे बना रहे हैं, जैसे वरुण चक्रवर्ती, जो पहले दो मैच खेले और ओमान के ख़िलाफ़ एक मैच में नहीं खेल पाए।
सूर्यकुमार ने कहा, "उन्होंने कल नेट्स में खूब गेंदबाज़ी की। यही उनकी दिनचर्या है। चाहे वह खेल रहे हों या नहीं, उन्हें मैदान पर आकर लगभग 8-10 ओवर गेंदबाज़ी करना पसंद है। आज [शुक्रवार को] वार्म-अप में भी, वह लगभग पूरी तरह से उत्साहित थे।
"ऐसा लगा जैसे वह मैच खेल रहे हों। मुझे उनसे कहना पड़ा, 'माचा (यार), आज तुम आराम कर रहे हो। लेकिन उनकी तैयारी बिलकुल सही है। चाहे वह खेल रहे हों या नहीं। एक चीज़ जो सबसे अलग है, वह है उनकी तैयारी। मुझे लगता है कि वह हमेशा खेलने के लिए तैयार रहते हैं।"
भारत बनाम पाकिस्तान विषय पर हर संभव कुशलता से जवाब देने के बाद, जब सवाल क्रिकेट की ओर बढ़ने लगे, तो सवाल फिर से भटक गए। उन्हें बताया गया कि पिछले भारत-पाकिस्तान मैच ने देश में "गुस्सा" पैदा किया था, और उसके बाद जो हुआ उसके बाद "ख़ुशी" भी आई।
उन्होंने कहा, "हम मैच जीत गए, है ना? इसीलिए।"
निर्णायक क्षण तब आया जब उनसे प्रतियोगिता के "निर्णायक मोड़" में भारत की योजनाओं के बारे में पूछा गया।
"निर्णायक मोड़? अरे, अभी तो शुरू हुआ है!"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में संवाददाता हैं
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