Features

गेंदबाज़ों को पंत की कमज़ोरी का पता चल गया है

'ऑफ़ साइड से बहुत बाहर गेंद डालो और पंत का विकेट लो'

2022 में 10 बार ऑफ़ स्टंप के काफ़ी बाहर की गेंदों पर आउट हुए हैं पंत  BCCI

राजकोट के मुक़ाबले में ऋषभ पंत को आउट करने के बाद जिस तरह से केशव महाराज कप्तान तेम्बा बवूमा की तरफ़ दौड़े, वह साफ़ दिखाता है कि यह एक योजना बनाकर किया गया शिकार था। भारतीय पारी के 13वें ओवर में महाराज ने आफ़ साइड के बहुत बाहर फ़ुलर गेंद डाली, पंत उसे जबरदस्ती मारने के चक्कर में गए और शॉर्ट थर्डमैन पर अपने बल्ले का बाहरी मोटा किनारा दे बैठे। उस समय पंत का स्कोर 22 गेंद में 17 रन था।

Loading ...

लेकिन अगर आप इस सीरीज़ में पंत को आउट होते हुए देख रहे हैं तो पाएंगे कि वह लगातार इसी तरीक़े से आउट हो रहे हैं। मोहाली के दूसरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय में भी महाराज ने पंत को कुछ ऐसी ही गेंद पर आउट किया था। यह महाराज के स्पेल की पहली ही गेंद थी, पंत बिना गेंद की लेंथ देखे ही आगे निकले और उसे इनसाइड आउट मारने की कोशिश की। लेकिन गेंद उनसे काफ़ी दूर थी इसलिए वह डीप कवर में जाने की बजाय डीप प्वाइंट पर गई और वह कैच आउट थे।

इसी तरह सीरीज़ के पहले मैच में भी पंत दिल्ली कैपिटल्स के अपने साथीअनरिख़ नॉर्खिये की ऑफ़ स्टंप से काफ़ी बाहर जाती गेंद को छेड़ने के चक्कर में आउट हुए थे। इस साल 19 टी20 पारियों में 10 बार पंत कुछ इसी तरह से वाइड गेंदों पर आउट हो चुके हैं।

चौथे मैच के दौरान कॉमेंट्री कर रहे पूर्व बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर ने कहा कि पंत का इस तरह से बार-बार आउट होना अच्छे संकेत नहीं हैं। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स पर कॉमेंट्री करते हुए कहा, "उन्होंने कुछ नहीं सीखा है। वे वाइड गेंदें फेंकते हैं और पंत उसको खेलने जाते हैं। उन्हें कुछ दिन के लिए ऑफ़ साइड में हवाई शॉट मारना बंद कर देना चाहिए। लगभग 10 से अधिक बार वह इसी तरह से आउट हुए हैं। कुछ गेंदें तो वे छोड़ देते तो वाइड होतीं और अतिरिक्त रन व गेंद मिलता। चूंकि वह काफ़ी दूर की गेंद को मारने की कोशिश कर रहे हैं इसलिए वह गेंद तक पहुंच नहीं पा रहे हैं और शॉट को ठीक से टाइम नहीं कर पा रहे हैं।"

मैच के बाद जब पंत से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कुछ निश्चित क्षेत्रों में सुधार करने की कोशिश करेंगे, लेकिन वह ज़्यादा इस बारे में सोच नहीं रहे हैं। हालांकि गेंदबाज़ पंत के ख़िलाफ़ अपना होमवर्क करके आ रहे हैं। उनको पता है कि पंत स्लॉग और पुल पर अधिकतम रन बनाते हैं, तो वे पंत को स्टंप में कम से कम गेंद करते हैं और फिर वाइड गेंद कर उन्हें आउट कर रहे हैं।

 PTI

2020 और 2021 में पंत को 32.6% गेंदें स्टंप की लाइन में खेलने को मिली थी, वहीं इस साल यह आंकड़ा घटकर 29.6% हो गया है। वहीं ऑफ़ स्टंप के बहुत बाहर मिलने वाली गेंदें 9.7% की तुलना में 14.3% तक बढ़ गई हैं।

पंत ने इस सीरीज़ में 14.25 के औसत और 105.55 के स्ट्राइक रेट से 57 रन बनाए हैं। वहीं 2022 में उन्होंने 28.56 के औसत और 145.54 के स्ट्राइक रेट से 457 रन बनाए हैं।

अगर पंत के आंकड़ें और आउट होने का तरीक़ा यही रहा तो भारतीय प्रबंधन उनकी जगह किसी विशेषज्ञ बल्लेबाज़ को मौक़ा देकर दिनेश कार्तिक या इशान किशन को विकेटकीपिंग का प्रभार दे सकता है, जैसा कि इस सीरीज़ के प्रदर्शन के बाद कई विशेषज्ञों के द्वारा कहा भी जा रहा है।

शिवा जयरमन के स्टैट्स इनपुट के साथ

Rishabh PantKeshav MaharajAnrich NortjeIrelandSouth AfricaIndia vs South AfricaSouth Africa tour of India

हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के दया सागर ने किया है