आंकड़े: गिल ने की कोहली की बराबरी, केवल ब्रेडमैन से पीछे हैं जायसवाल
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दिल्ली में चल रहे दूसरे टेस्ट के दौरान भारत के दो युवा बल्लेबाज़ों ने कुछ बेहतरीन रिकॉर्ड्स बनाए

5 टेस्ट शतक शुभमन गिल के नाम साल 2025 में हो गए हैं। किसी खिलाड़ी द्वारा अपने कप्तानी के पहले वर्ष में बनाए गए ये सबसे अधिक शतक हैं। गिल ने विराट कोहली का भारतीय रिकॉर्ड भी बराबर किया, जिन्होंने 2017 और 2018 में कप्तान के रूप में पांच-पांच शतक लगाए थे।
12 पारियों में गिल ने कप्तान के रूप में पांच टेस्ट शतक लगाए। केवल दो खिलाड़ियों ने इससे कम पारियों में यह उपलब्धि हासिल की है। एलिस्टेयर कुक (9 पारियां) और सुनील गावस्कर (10 पारियां)। मैचों की बात करें तो गिल ने यह कारनामा सातवें टेस्ट में किया, जो डॉन ब्रैडमैन के बराबर है। जबकि कुक (5 मैच) और गावस्कर (6 मैच) ने यह और तेज़ी से किया था।
84.81 गिल का कप्तान के रूप में औसत, उन खिलाड़ियों में दूसरा सबसे अधिक है जिन्होंने कम से कम सात बार अपनी टीम की अगुवाई की हो। केवल ब्रैडमैन (101.51) ही उनसे आगे हैं। वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दिल्ली टेस्ट गिल का सातवां टेस्ट बतौर कप्तान है।
5 बार यशस्वी जायसवाल ने टेस्ट क्रिकेट में 150+ रन बनाए हैं। 24 वर्ष की उम्र से पहले केवल ब्रैडमैन (8 बार) ने इससे ज़्यादा बार 150+ का आंकड़ा छुआ था।
7 शतक जायसवाल ने अपने 26 टेस्ट मैचों में लगाए हैं जो किसी ओपनर द्वारा 24 वर्ष की उम्र से पहले लगाए गए संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा हैं। ग्रीम स्मिथ ने भी 24 की उम्र से पहले सात शतक लगाए थे।
कुल मिलाकर, केवल ब्रैडमैन (12), सचिन तेंदुलकर (11) और गैरी सोबर्स (9) ने 24 वर्ष की उम्र से पहले सात से अधिक टेस्ट शतक बनाए हैं।
2 खिलाड़ी (बॉब सिम्पसन और ब्रायन लारा) ही ऐसे रहे हैं जिन्होंने अपने पहले सात टेस्ट शतकों में से पांच को 150+ में बदला था। अब जायसवाल भी इस सूची में शामिल हो गए हैं।
3 बार भारत ने किसी टेस्ट पारी में पहले पांच विकेटों के लिए 50 से अधिक की साझेदारी की है। पिछली दो बार यह उपलब्धि 1993 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मुंबई में और 2023 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ अहमदाबाद में हासिल हुई थी।
518/5 दिल्ली में भारत की पहली पारी का स्कोर, जो टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर है बिना किसी बाई या लेग बाई के। इससे पहले का रिकॉर्ड 2018 में बांग्लादेश का 513 (श्रीलंका के ख़िलाफ़ चटगांव) था।
भारत की पारी में केवल दो अतिरिक्त रन (दोनों वाइड) शामिल थे जो किसी 500+ स्कोर वाली पारी में दूसरा सबसे कम अतिरिक्त स्कोर है। ऑस्ट्रेलिया ने 1950 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 549/7 में केवल एक बाई लिया था।
318 गेंदें वेस्टइंडीज़ के तेज़ गेंदबाज़ों ने भारत की पहली पारी में बिना कोई विकेट हासिल किए फेंकी। इससे पहले केवल दो बार ऐसा हुआ था। 1972 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ जॉर्जटाउन में (540 गेंदें*) और 2016 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दुबई में (432 गेंदें)।
गैरी सोबर्स ने उस टेस्ट में 42 ओवर बिना विकेट लिए फेंके थे, जिनमें स्पिन और सीम दोनों शामिल थे।
Sampath Bandarupalli is a statistician at ESPNcricinfo
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